Tourist place near uttarkashi उत्तरांचल के उत्तरकाशी Naeem Ahmad, May 29, 2017February 17, 2023 उत्तरकाशी क्षेत्रफल के हिसाब से उत्तरांचल का दूसरा सबसे बडा जिला है। उत्तरकाशी जिले का क्षेत्रफल 8016 वर्ग किलोमीटर है। उत्तरकाशी जिले की सीमा एक तरफ चीन और तिब्बत से तथा एक तरफ भारत के राज्य हिमाचल प्रदेश और बाकी उत्तरांचल के देहरादून, टिहरी गढवाल, रूद्रप्रयाग और चमोली जिलो की सीमा से लगती है। ( tourist place near uttarkashi ) गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे प्रसिद हिन्दू धार्मिक स्थल इसी जिले मेंं है जिससे इस जिले का धार्मिक महत्व भी बहुत अधिक माना जाता है इसके अलावा यहां अनेक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है जो पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करते है। उत्तरकाशी जिले का जिला मुख्यालय उत्तरकाशी नगर है। (उत्तरकाशी) यह प्रकृति सृष्टि निर्माता की अदभुत कल्पना है। सृष्टि निर्माता ने अपनी प्राकृतिक कल्पना को पार्वती की सुरम्य घाटियो में मूर्तिमान कर दिया है। पर्वतो और उनकी सुरम्य घाटियो के सौंदर्य पर रीझकर देवगण भी स्वर्ग लोक से आकर यहां निवास करने लगे थे। हिमालय की सुरम्य घाटी में उत्तरकाशी ऐसा ही मनोरम स्थल है। जहां देवाधिदेव शंकर का निवास है। भगवती भागीरथी जहां असि-वरूणा से अठखेलियां करती है। यहां के शांत व निश्छल वातावरण में मानव मन सर्वज्ञ की अनिर्वचनीयता का अनुभव कराता है। इसका प्राचीन नाम बाडाहाट था उत्तरकाशी जिले के पर्यटन स्थल Contents1 Tourist place2 near uttarkashi3 Utrakhand tourist4 place in5 uttakashi district5.1 Dayara bugyal tourist5.2 place near uttarkashi5.2.1 Dodhi taal traking tourist place near uttarkashi5.2.1.1 Gangnani warm water fall and kund tourist place near uttarkashi5.2.1.1.1 Harsil tourist place near uttarkashi5.2.1.1.1.1 Maneri tourist place near uttarkashi5.3 Gangotri tourist place near uttarkashi6 Yamunotri tourist7 place near8 uttarkashi8.0.1 उत्तराखंड पर्यटन स्थलों पर आधारित हमारे यह लेख भी जरूर पढ़ें Tourist place near uttarkashi Utrakhand tourist place in uttakashi district Dayara bugyal tourist place near uttarkashi दयारा बुग्याल:- उत्तरकाशी से दयारा बुग्याल की दूरी 28 किलोमीटर है। गंगोत्री से उत्तरकाशी आते वक्त पीछे भटवाडी कस्बा है। यहां से रैथल आखरी बस स्टॉप है। रैथल से पैदल चलने पर मिलो फैला दयारा चारागाह स्काइंग खेलो के लिए प्रसिद्ध है। ग्रीष्मकाल में यहां फूल खिलते है। सर्दियो में बर्फ के आगोश में ये ढलाने ढक जाती है। Dodhi taal traking tourist place near uttarkashi डोडी ताल:- यहां पर ट्रैकिंग करते हुए आना पडता है। यह एक प्रसिद्ध झील है। सारा मार्ग अत्य्त खूबसूरत दृश्यो से भरा पडा है। उत्तरकाशी से डोडीताल की दूरी 32 किलोमीटर है। Gangnani warm water fall and kund tourist place near uttarkashi गंगनानी:- यहां पर गर्मजल के स्रोत व कुंड है। यात्री इसमें नहाकर सफर की सारी थकान भूल जाता है। लंबी यात्रा के बाद इस कुंड में उतरते ही एक नई स्फूर्ति व उल्लास का संचार होने लगता है। उत्तरकाशी से गंगनानी की दूरी 39 किलोमीटर है। उत्तरकाशी जिले के पर्यटन स्थल Harsil tourist place near uttarkashi हरसिल:- उत्तरकाशी से हरसिल की दूरी 73 किलोमीटर है। यह पर्यटन स्थल अत्यंत शांत, सुंदर व सम्मोहित करने वाला है। अनेक जल धाराओ, शोख नदी नालों, झरनों ने घाटी की सुंदरता को भव्यता दी है। यहां कई होटल, गेस्ट हाऊस रेस्टोरेनंट है। यहां गंगानदी का पाट दर्शनीय है। सातताल:- गंगोत्री से 20 किलेमीटर पीछे धराली गांव से 6 किलोमीटर की परिधि में सात छोटी छोटी प्राकृतिक झीलो का समूह दर्शनीय है। इसमें से दो झीले सूखती जा रही है। शेष झीलो में निर्मल जल भरा रहता है। धराली गांव से य़हा तक का पैदल ट्रैक मनोहर प्रकृतिक छटाओ से भरा है। गांव का जनजीवन भी आकर्षित करता है। Maneri tourist place near uttarkashi मनेरी:- उत्तरकाशी से मनेरी की दूरी 13 किलोमीटर है। यहा पर विशाल जल विधुत परियोजना है। गंगा नदी यहां विशाल झील के रूप में बेहद आकर्षक प्रतित होती है। Gangotri tourist place near uttarkashi गंगोत्री:- केदारखंड के चारों धामो में यमुनोत्री की यात्रा के पश्चात गंगोत्री की यात्रा करने का विधान है। परमपावनी गंगा का स्वर्ग से अवतरण इसी पुण्यभूमि पर हुआ था। सर्वप्रथम गंगा का अवतरण होने के कारण ही यह स्थान गंगोत्रीं कहलाया। प्राचीनकाल में गंगोत्री की यात्रा बहुत कठीन समझी जाती थी। किन्तु वर्तमान में यातायात की सुविधा होने के कारण यह यात्रा बहुत सरल हो गई है। गौमुख:- इस स्थान को गंगा का उदगम स्थल यहा पर जाने के लिए पैदल चलना पडता है। गंगोत्री से गौमुख की दूरी 18 किलोमीटर है। केदारताल:- गंगोत्री से केदारताल की दूरी 18 किलेमीटर है। कठीन पदयात्रा के बाद हिमानी झील केदारताल के दर्शन होते है। यह झील ऊचे हिमालय शिखरो के बीच एक दर्पण की त्ररह है जिसमें शिखरो का प्रतिबिंब झलकता है। Yamunotri tourist place near uttarkashi यमुनोत्री:- उत्तराखंड की पावन यात्रा यमुनोत्री से ही प्रारंभ होती है। यमुनोत्री के चारो ओर फैली धवल शिखरावली यात्रियो को मंत्रमुग्ध कर देती है। यहां का दृश्य अत्य्त मनोहर और रमणीक है। चारो ओर हिमाच्छादित पर्वतमालाए चीड के हरित वन नीचे कल कल करती कालिंदी की शीतल धारा मन को मोह लेती है। यमुनोत्री के पास यमुना की धारा उत्तरवाहिनी हो जाती है। इसलिए इसे यमुनोत्री कहा गया है। इसका प्राकृतिक सौंदर्य वर्णनातीत है, इस सौंदर्य की अनुभूति प्रत्यक्षदर्शी ही कर सकता है। यहां का सौंदर्य अवर्णनीय है। दिव्य शिला:- यमुनोत्री मंदिर जाने वाले मार्ग पर यह शिला आती है। सूर्य कुंड:- माना जाता है कि इस गर्म जल कुंड में स्नान करने से सभी चर्म रोग दुर हो जाते है। यहां गर्म पानी में आलू और चावल पकाये जाते है। जिनेहै प्रसाद के रूप मे तीर्थ यात्रियो को दिया जाता है। टिहरी जिले के पर्यटन स्थल रूद्रप्रयाग जिले के पर्यटन स्थल चमोली जिले के पर्यटन स्थल चम्पावत जिले के पर्यटन स्थल देहरादून जिले के पर्यटन स्थल अल्मोडा जिले के पर्यटन स्थल सप्तऋषि कुंड:- यह यमुना का उदगम स्थल है। इस कुंड पर पहुचने का मार्ग बहुत कठीन है। Warm water fall tourist place near uttarkashi जानकी चट्टी:- यह एक गर्म जल का झरना है। यमुनोत्री से जानकीं चट्टी की दूरी 15 किलोमीटर है। हनुमान चट्टी:- यह हनुमान गंगा और यमुना के संगम स्थल पर स्थित है। यहां से डोडीताल के लिए ट्रैकिंग की जाती है। यमुनोत्री से हनुमान चट्टी की दूरी 13 किलोमीटर है। स्यान चट्टी:- यह मनोरम स्थल यमुना नदी के किनारे बसा है। गोविन्द अभयारणय और हर की दून घाटी:- इस सुंदर अभयारण्य की स्थापना 1955 मे हुई थी। यह 953 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। तथा कई प्रमुख पर्वत शिखर जैसे- स्वर्ण रोहिणी, ब्लेक पिक, बंदरपूंछ आदि यहां स्थित है। यहां भालू, तेदुअा, स्नोलेपर्ड, कस्तुरी मृग आदि वन्य जीव तथा कई प्रकार के पक्षी देखे जा सकते है। हर की दून घाटी प्राकृतिक सुंदरता और ट्रैकिंग कै लिए प्रसिद्ध है। कैसे पहुचे:- हवाई मार्ग- उत्तरकाशी से निकटतम हवाई अड्डा जौलीग्रांट 162 किलोमीटर है। रेल मार्ग- निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश 145 किलोमीटर है। सडक मार्ग- सडक मार्ग से भलिभांति जूडा है। उत्तराखंड पर्यटन स्थलों पर आधारित हमारे यह लेख भी जरूर पढ़ें दार्जिलिंग के पर्यटन स्थल – दार्जिलिंग पर्यटन के बारे में दार्जिलिंग हिमालय पर्वत की पूर्वोत्तर श्रृंखलाओं में बसा शांतमना दार्जिलिंग शहर पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेता गणतंत्र दिवस परेड गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है । अगर पर्यटन की मांउट आबू के पर्यटन स्थल – माउंट आबू दर्शनीय स्थल पश्चिमी राजस्थान जहाँ रेगिस्तान की खान है तो शेष राजस्थान विशेष कर पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान की छटा अलग और शिमला(सफेद चादर ओढती वादियाँ) शिमला के दर्शनीय स्थल बर्फ से ढके पहाड़ सुहावनी झीलें, मनभावन हरियाली, सुखद जलवायु ये सब आपको एक साथ एक ही जगह मिल सकता नेपाल के पर्यटन स्थल – nepal tourist place information in hindi हिमालय के नजदीक बसा छोटा सा देश नेंपाल। पूरी दुनिया में प्राकति के रूप में अग्रणी स्थान रखता है । नैनीताल( सुंदर झीलों का शहर) नैनीताल के दर्शनीय स्थल देश की राजधानी दिल्ली से लगभग 300किलोमीटर की दूरी पर उतराखंड राज्य के कुमांऊ की पहाडीयोँ के मध्य बसा यह मसूरी (पहाड़ों की रानी) मसूरी टूरिस्ट पैलेस – masoore tourist place उतरांचल के पहाड़ी पर्यटन स्थलों में सबसे पहला नाम मसूरी का आता है। मसूरी का सौंदर्य सैलानियों को इस कदर कुल्लू मनाली के पर्यटन स्थल – कुल्लू मनाली पर्यटक का स्वर्ग कुल्लू मनाली पर्यटन :- अगर आप इस बार मई जून की छुट्टियों में किसी सुंदर हिल्स स्टेशन के भ्रमण की हरिद्वार ( मोक्षं की प्राप्ति) haridwar sapt puri teerth in hindi उतराखंड राज्य में स्थित हरिद्धार जिला भारत की एक पवित्र तथा धार्मिक नगरी के रूप में दुनियाभर में प्रसिद्ध है। गोवा( बीच पर मस्ती) goa tourist place information in hindi भारत का गोवा राज्य अपने खुबसुरत समुद्र के किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिए जाना जाता है ।गोवा क्षेत्रफल के जोधपुर ( ब्लू नगरी) jodhpur blue city – जोधपुर का इतिहास जोधपुर का नाम सुनते ही सबसे पहले हमारे मन में वहाँ की एतिहासिक इमारतों वैभवशाली महलों पुराने घरों और प्राचीन पतंजलि योग पीठ – patanjali yog peeth – योग जनक हरिद्वार जिले के बहादराबाद में स्थित भारत का सबसे बड़ा योग शिक्षा संस्थान है । इसकी स्थापना स्वामी रामदेव द्वारा खजुराहो का मंदिर (कामुक कलाकृति) kamuk klakirti khujraho अनेक भसाव-भंगिमाओं का चित्रण करने वाली मूर्तियों से सम्पन्न खजुराहो के जड़ पाषाणों पर चेतनता भी वारी जा सकती है। लाल किला किसने बनवाया – लाल किले का इतिहास और तथ्य यमुना नदी के तट पर भारत की प्राचीन वैभवशाली नगरी दिल्ली में मुगल बादशाद शाहजहां ने अपने राजमहल के रूप जामा मस्जिद दिल्ली का इतिहास- jama masjid dehli history in hindi जामा मस्जिद दिल्ली मुस्लिम समुदाय का एक पवित्र स्थल है । सन् 1656 में निर्मित यह मुग़ल कालीन प्रसिद्ध मस्जिद दुधवा नेशनल पार्क – doodhwa national park उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद के पलिया नगर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दुधवा नेशनल पार्क है। पीरान कलियर शरीफ – दरगाह करियर शरीफ – कलियर दरगाह का इतिहास पाक पीरान कलियर शरीफ उतराखंड के रूडकी से 4किमी तथा हरिद्वार से 20 किमी की दूरी पर स्थित पीरान कलियर सिद्धबली मंदिर – सिद्धबली मंदिर का इतिहास – sidhbali tample सिद्धबली मंदिर उतराखंड के कोटद्वार कस्बे से लगभग 3किलोमीटर की दूरी पर कोटद्वार पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर भव्य सिद्धबली मंदिर राधा कुंड यहाँ मिलती है संतान सुख प्राप्ति – radha kund mthura राधा कुंड :- उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर को कौन नहीं जानता में समझता हुं की इसका परिचय कराने की सोमनाथ मंदिर का इतिहास somnath tample history in hindi भारत के गुजरात राज्य में स्थित सोमनाथ मदिर भारत का एक महत्वपूर्ण मंदिर है । यह मंदिर गुजरात के सोमनाथ जिम कार्बेट नेशनल पार्क jim corbet national park information in hindi जिम कार्बेट नेशनल पार्क उतराखंड राज्य के रामनगर से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्क भारत का अजमेर शरीफ दरगाह ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती ajmer dargaah history in hindi भारत के राजस्थान राज्य के प्रसिद्ध शहर अजमेर को कौन नहीं जानता । यह प्रसिद्ध शहर अरावली पर्वत श्रेणी की Jammu kashmir tourist place जम्मू कश्मीर टूरिस्ट पैलेस जानकारी हिन्दी में जम्मू कश्मीर भारत के उत्तरी भाग का एक राज्य है । यह भारत की ओर से उत्तर पूर्व में चीन वैष्णो देवी यात्रा माँ वैष्णो देवी की कहानी veshno devi history in hindi जम्मू कश्मीर राज्य के कटरा गाँव से 12 किलोमीटर की दूरी पर माता वैष्णो देवी का प्रसिद्ध व भव्य मंदिर मानेसर झील ऐसा लगता है पानी कम मछलियां ज्यादा मानेसर झील या सरोवर मई जून में पडती भीषण गर्मी चिलचिलाती धूप से अगर किसी चीज से सकून व राहत हुमायूं का मकबरा मुगलों का कब्रिस्तान humanyu tomb history in hindi भारत की राजधानी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन तथा हजरत निजामुद्दीन दरगाह के करीब मथुरा रोड़ के निकट हुमायूं का मकबरा स्थित है। कुतुबमीनार का इतिहास Qutab minar history in hindi पिछली पोस्ट में हमने हुमायूँ के मकबरे की सैर की थी। आज हम एशिया की सबसे ऊंची मीनार की सैर करेंगे। जो Lotus tample history in hindi कमल मंदिर एशिया का एक मात्र बहाई मंदिर भारत की राजधानी के नेहरू प्लेस के पास स्थित एक बहाई उपासना स्थल है। यह उपासना स्थल हिन्दू मुस्लिम सिख Akshardham tample history in hindi स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर पिछली पोस्ट में हमने दिल्ली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कमल मंदिर के बारे में जाना और उसकी सैर की थी। इस पोस्ट Charminar history in hindi- चारमीनार का इतिहास प्रिय पाठकों पिछली पोस्ट में हमने दिल्ली के प्रसिद्ध स्थल स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर के बारे में जाना और उसकी सैर 1 2 3 … 42 Next » भारत के पर्यटन स्थल भारत के प्रमुख धार्मिक स्थल भारत के हिल्स स्टेशन Hill station near dehliउत्तराखंड पर्यटनगौमुखहिल स्टेशन