प्रकृति की सुंदर व विचित्र रचना है "जंगल" । इसमे रहने वाले जीव-जन्तु, रक्षक-भक्षक, पोषक-शोषक, सबल-निर्बल, शाकाहारी और मांसाहारी, सभी एक ही धरा पर रहकर एक ही दरिया का पानी पीते है। यहा पर पेडो से फल और पत्ते गिराकर गिराकर हिरणो और नीलगायों का पेट भरने वाले बंदर और लंगूर भी है। तो इन प्राणियो का मांस खाकर दहाडने वाले खूंखार जानवर शेर व चीते…