बिजावर भारत के मध्यप्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में स्थित एक गांव है। यह गांव एक ऐतिहासिक गांव है। बिजावर का इतिहास गौंडों और बुंदेलों की शौर्यपूर्ण गाथा साक्षी रहा है। बिजावर में एक किला देखने को मिलता है। जिसे बिजावर का...
पन्ना का किला भी भारतीय मध्यकालीन किलों की श्रेणी में आता है। महाराजा छत्रसाल ने विक्रमी संवत् 1738 में पन्ना को अपने राज्य की राजधानी बनाया और यहीं पर एक किले का निर्माण किया। पन्ना का प्राचीन नाम “परना” है। पन्ना...
मध्य भारत में मध्य प्रदेश राज्य के दमोह जिले में सिंगौरगढ़ का किला स्थित हैं, यह किला गढ़ा साम्राज्य का एक पहाड़ी किला है, जो एक वन क्षेत्र की पहाड़ियों में फैला हुआ है। यह जबलपुर शहर से लगभग 45 किमी...
छतरपुर का किला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में अठारहवीं शताब्दी का किला है। यह किला पहाड़ी की चोटी पर स्थित, यह बुंदेली वास्तुकला शैली में निर्मित है। यह एक निवास के रूप में इस्तेमाल किया गया था और साथ ही,...
भारत के मध्य प्रदेश राज्य के अशोकनगर जिले के चंदेरी में स्थित चंदेरी का किला शिवपुरी से 127 किमी और ललितपुर से 37 किमी और ईसागढ़ से लगभग 45 किमी और मुंगोली से 38 किमी की दूरी पर स्थित है। यह बेतवा...
मंगलगढ़ का किला चरखारी के एक पहाड़ी पर बना हुआ है। तथा इसके के आसपास अनेक ऐतिहासिक इमारते है। यह हमीरपुर से 106 किलोमीटर दूर और महोबा से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। यह स्थान मध्यप्रदेश राज्य के अंतर्गत आता है। मंगलगढ़...
शक्तिशाली बुंदेला राजपूत राजाओं की राजधानी ओरछा शहर के हर हिस्से में लगभग इतिहास का जादू फैला हुआ है। ओरछा दर्शनीय स्थल व स्मारक पर्यटकों को अपने समृद्ध अतीत में अंतर्दृष्टि देने के लिए ऐतिहासिक स्पर्श बनाए रखते हैं। ओरछा शहर...
अनूपपुर मध्य भारत में मध्य प्रदेश राज्य का एक प्रशासनिक जिला है। अनुपपुर जिले का क्षेत्रफल 3701 वर्ग किमी है, और अनूपपुर जिले की जनसंअख्या 666155 (2001 की जनगणना) की आबादी है। अनूपपुर जिला पूर्व में छत्तीसगढ़ राज्य के कोरिया जिले,...
इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा शहर है। जो सरावती नदी और खान नदी के तट पर स्थित है। इंदौर को मध्य प्रदेश राज्य में सबसे नियोजित शहर माना जाता है। यह शहर इतिहास और वास्तुकला में अहम है। इंदौर की...
ग्वालियर के पर्यटन स्थल का महत्तव इसलिए नही है कि यह अति प्राचीन नगर है। बल्कि इसका महत्तव इसलिए भी है क्योकि भारतीय इतिहास में यह एक प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र के रूप जगमगाता रहा है। साहित्य, संगीत, काव्य, चित्रकला, स्थापत्य, शिल्प,...