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कुकी जनजाति

कुकी जनजाति कहां पाई जाती है और जनजीवन

लुशाई हिल्स आसाम, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर की उत्तरी सीमान्त पर फैला हुआ एक पहाड़ी क्षेत्र है। घोर वनों के कारण यहां के मार्ग बड़े ही भयानक हैं। वर्षा इतनी अधिक होती है, कि इस प्रदेश में एक स्थान से दूसरे पर जाना कठिन हो जाता है। यहां के पुराने रहने वाले मनुष्य इन परिस्थितियों से हिल मिल गये हैं। इसलिये उन्हें तो सम्भवतः इसी में…

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मणिपुर के नृत्य

मणिपुर के नृत्य – मणिपुर के कौन कौन से नृत्य प्रसिद्ध है

नृत्य एवं संगीत मणिपुरी जनजीवन एवं संस्कृति के अभिन्‍न अंग है। प्रत्येक धार्मिक उत्सव, पर्व, त्योहार के साथ नृत्य जुडा हुआ है। लोक नृत्य-संगीत के क्षेत्र मे मणिपुर की श्रेष्ठता का कारण मणिपुर की जनता की कला में गहरी अभिरूचि है। प्रत्येक कलाकार, खिलाडी आदि को दर्शक साधुवाद देते हैं, इसलिए कलाकार निरन्तर अपनी कला का परिष्कार करता है। समाज में सम्मान पाने के…

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मणिपुर के त्योहार

मणिपुर के त्योहार – मणिपुर के प्रमुख फेस्टिवल

मणिपुर राज्य कई जीवंत त्योहारों की एक खुशहाल भूमि जो आपको बार-बार यहां घूमने के लिए मजबूर कर देगी। इस पहाड़ी राज्य में मुश्किल से कोई महीना ऐसा गुजरता है जब कोई आनंदमय उत्सव या त्योहार न मनाया जाता हो। कुट, लाई हरोबा, यशांग, कांग चिंगबा या चुम्फा, मणिपुर के ये सभी त्योहार मणिपुर के लोगों की भावना, समृद्ध संस्कृति और एकजुटता को दर्शाते…

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याओसांग फेस्टिवल मणिपुर

याओसांग त्योहार क्यों और किस राज्य मनाया जाता है

उत्तर पूर्वांचल में स्थित मणिपुर राज्य की होली सम्पूर्ण भारत मे अपनी परम्पराओ के कारण महत्वपूर्ण है। फाल्गुन पूर्णिमा से चैत्र कृष्ण पंचमी तक मणिपुर में होली का त्यौहार बहुत धूमघाम से मनाया जाता है। जिसे मणिपुरी भाषा में याओसांग कहते हैं, मणिपुर की घाटी में रहने वाले मैतेई या मणिपुरी वैष्णवो का यह सबसे बडा त्यौहार है।फाल्गुन महीने के प्रारभ से ही इम्फाल, काकचि,…

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चीरोबा त्योहार

चीरोबा (चैराओबा) त्योहार कैसे मनाते हैं

मणिपुर के सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक, चीराओबा या चीरोबा साजिबू महीने (मार्च-अप्रैल) के पहले दिन मनाया जाता है। यह फेस्टिवल चंद्र नव वर्ष के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इसे मणिपुर में बसंत महोत्सव के रूप में भी जाना जाता है। इस त्योहार के दौरान, लोग पारंपरिक पोशाक पहनते हैं, दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलते हैं, बधाई और उपहारों का आदान-प्रदान करते…

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कांग चिंगबा रथयात्रा

कांग चिंगबा रथयात्रा – Kang Chingba Festival in Hindi

मणिपुर में श्री राधा-कृष्ण भक्ति का सन्‌ 1697 ई० से प्रचार प्रसार हुआ। तब से श्री राधा-कृष्ण से संबंधित विभिन्‍न पर्व त्योहारों एवं उत्सव मणिपुर मे मनाएं जाने लगे। किन्तु कुछ त्यौहारों और पर्वो की परम्परा बहुत बाद में मणिपुर में आई। कांग चिंगबा रथ यात्रा का त्यौहार भी मणिपुर में बाद के वर्षो से मनाया जाने लगा। मणिपुर के महाराज गंम्भीर सिंह ने…

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मणिपुर की भाषा

मणिपुर की भाषा का इतिहास और लिपि

मणिपुर क्षेत्रफल की दृष्टि से बहुत ही छोटा राज्य है। मणिपुर की जनसंख्या 30-32 लाख के आसपास है। परन्तु इसमें अनेक भाषाओं और बोलियों का प्रचलन है। इन भाषाओं में मणिपुरी जिसे स्थानीय भाषा में 'मैतेलौन” कहा जाता है, प्रमुख एवं सम्पर्क भाषा है। मणिपुरी भाषा-भाषी जन संख्या लगभग 2/3 है और शेष 1/4 लोग भी मणिपुरी भाषा बोलते हैं । वास्तव में मणिपुर…

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लाई हरोबा महोत्सव

लाई हरोबा महोत्सव कब, कैसे और क्यों मनाते हैं

लाइ हराओबा या लाई हरोबा मणिपुर का प्रमुख जातीय और स्थानीय त्योहार है। मणिपुर की घाटी में बसने वाले मैतेई लोग इस त्यौहार को बहुत धूमधाम से मनाते हैं। लाई हरोबा त्यौहार का प्रारम्भ चैत्र मास से होता है और फाल्गुन मास तक चलता है। किन्तु आषाढ़ सावन अगहन और पौष महीनों में नहीं मनाया जाता। आठ महीने तक मनाया जाने वाला यह संसार का…

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नागा जनजाति

नागा जनजाति के जनजीवन बारे में जानकारी

नागा प्रदेश भारत की उत्तर-पूर्वी सीमाओं पर स्थित है। यह एक जगत-विख्यात पहाड़ी प्रदेश है। सारे संसार में प्रसिद्ध होते हुए भी यह प्रदेश हमारे लिये आश्चर्य का विषय बना हुआ है। यहां के नागा जनजाति के निवासी बहुत पिछड़े हुए हैं। इन्सान होकर भी वे हिंसक बने हुए हैं। भारत जैसी देव-भूमि पर जन्म लेकर भी वे अब तक उन्नति के पथ पर अग्रसर…

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मैतेई समुदाय

मैतेई समुदाय कौन है तथा मैतेई जाति का इतिहास

वैसे तो मणिपुर में अनेक जातियां जनजातियां बस्ती है किन्तु मणिपुर प्रदेश के असली निवासियों को मैतेई कहा जाता है। जो हिन्दू धर्म से संबंध रखते हैं। वैसे तो इन लोगों की सक्लें चीनी लोगों की भांति ही होती हैं परन्तु इन का डील डौल उनकी तरह नाटे कद का नहीं होता। अपितु यह भारत के अन्य आर्य वंशजों की भांति ही उच्च तथा बलिष्ठ…

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मणिपुर का रहन सहन

मणिपुर का रहन सहन कैसा है

मनुष्य का निवास भौगोलिक परिस्थितियों पर निर्भर करता है। वह उपलब्ध सामग्री से आवश्यकतानुसार घर बनाता है। मणिपुर को प्रकृति ने दो भागों में विभक्त कर रखा है, अतः मणिपुर के पर्वतीय क्षेत्र का रहन सहन घाटी में बसने वाले लोगो से भिन्‍न हैं। पर्वतीय लोग पर्वत शिखरों या ढ्रालो पर मकान बनाते हैं। इन क्षेत्रों में जनसंख्या छितरी हुई है। 100 से 200…

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मणिपुर का भोजन

मणिपुर का भोजन – मणिपुर का खानपान

मणिपुर का मुख्य भोजन चावल है। गेहूं भौर मक्की का उत्पादन होता है, परन्तु खाते नहीं है। पर्वतीय जन मांसाहारी हैं जबकि घाटी के लोग केवल मछली खाते हैं और अपने को निरामिष या शाकाहारी मानते हैं। भोजन में गोभी, आलू, बंदगोभी, आदि सब्जियों के साथ सरसों और राई के पत्तों की साग बहुत प्रचलित है। मैतेई समुदाय एक चटनी बनाते हैं जिसको "एराम्बा”…

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मणिपुर की वेशभूषा

मणिपुर की वेशभूषा – मणिपुर का पहनावा

भारत विविधताओं से भरा देश है, यहां लगभग हर 100 किलोमीटर पर लोगों की भाषा और वेषभूषा बदलाव नजर आने लगता है, आज हम बात करेंगे मणिपुर की वेशभूषा यानि मणिपुर के पहनावे की। यहां की मुख्य जनजाति मैतेई, कुकी और नागा है, अपने मणिपुर राज्य से संबंधित पिछले एक दो लेखों में कई स्थानों पर मैतेई पुरुष की वेशभूषा का उल्लेख किया है। मैतई…

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मणिपुर धर्म

मणिपुर धर्म – मणिपुर में धार्मिक स्थिति क्या है

भारत का छोटा सा राज्य मणिपुर धर्म और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है जो अन्य राज्यों से कुछ अलग सा प्रतीत होता है। मणिपुर में मैते धर्म का प्राचीनकाल में प्रचलन था। उस धर्म का वास्तविक स्वरूप क्‍या था, यह आज विवाद का विषय बन गया है। पौराणिक और लोक कथाओं एवं प्रचलित प्रथाओ के आधार पर भी कुछ कहना कठिन हो गया है,…

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मणिपुर जनजीवन और जनजाति

मणिपुर जनजाति और उनका जनजीवन

मणिपुर जनजाति के निवासी मंगोलियन या हिन्द-मंगोलियन जाति के माने जाते हैं। मणिपुर के मूल निवासियों की शारीरिक संरचना तथा चेहरे की बनावट मंगोल जाति जैसी है, परन्तु उनमें से बहुत से ऐसे लोग भी हैं जिनका शारीरिक गठन आर्य जाति से मिलता है। डा० ब्राउन ने भी आर्य एव मंगोल जाति की मिली-जुली बनावट का उल्लेख किया है। वास्तविकता यह है कि मणिपुर…

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मणिपुर के सुंदर दृश्य

मणिपुर का इतिहास हिंदी में – मणिपुर हिस्ट्री

मणिपुर भारत की उत्तरी पूर्वी सीमा पर स्थित छोटा-सा राज्य है जिसका क्षेत्रफल 22,347 वर्ग कि० मी० है। मणिपुर का लगभग 90%भाग पर्वतों से घिरा है जबकि घाटी का मैदानी भाग कुल क्षेत्रफल का 10% मात्र है। सन्‌ 2011 ई० की जनगणना के अनुसार मणिपुर की जनसंख्या 2855794 है। कुल जनसंख्या का दो-तिहाई भाग मणिपुर की घाटी में रहता है, जबकि पर्वतों में शेष भाग।…

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मणिपुर पर्यटन के सुंदर दृश्य

मणिपुर का इतिहास पर्यटन खाना नृत्य और 10 प्रमुख डिश व रोचक जानकारी

प्रिय पाठको हमने अपनी उत्तर-पूर्वी भारत की यात्रा के अंतर्गत हमने अपने पिछले कुछ लेखो में उत्तर-पूर्वी भारत के सात राज्यो में से जिन्हे सेवन सिस्टर्स यानि सात बहने कहकर पुकारा जाता है। इमसे से नागालैंड मिजोरम त्रिपुरा मेघालय आदि राज्यो के पर्यटन स्थलो के साथ साथ राज्यो के इतिहास , संस्कृति, भाषा, खान-पान आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जाना और पर्यटन स्थलो…

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