राजबाला वैशालपुर के ठाकुर प्रतापसिंह की पुत्री थी, वह केवल सुंदरता ही में अद्वितीय न थी, बल्कि धैर्य और चातुर्यादि गुणो में भी कोई उनके समान न था। अपने पति को वह प्राणों से अधिक प्यार करतीं थी, और जीवन भर कभी भी ऐसा अवसर न आया, जब उन्होंने अपने पति की इच्छा के प्रतिकूल कोई काम किया हो। राजबाला का विवाह ओमरकोटा रियासत…