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तामलुक दर्शनीय स्थल

तामलुक कहां है इतिहास और दर्शनीय स्थल

तामलुक पश्चिम बंगाल में गंगा के पूर्व-पश्चिमी डेल्टा पर स्थित है। यह पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में स्थित एक नगर है, तथा यह पूर्व मेदिनीपुर जिले का मुख्यालय भी है। इसे ताम्रलिप्त भी कहा जाता है। मौर्य पूर्व और मौर्य काल के दौरान यह एक बंदरगाह थी। यहां से दक्षिण-पूर्व एशिया, चीन, बर्मा, जावा, सुमात्रा, कम्बोडिया और रोम के साथ व्यापार किया जाता…

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दीघा बीच

दीघा बीच कहां है – दीघा बीच की जानकारी हिंदी में

दीघा कलकत्ता से 183 किमी की दूरी पर एक खूबसूरत समुंद्री तट है। प्राकतिक संपदा से भरपूर और छह किमी लंबा यह तट संसार के लंबे समुंद्री तटों में गिना जाता है। यह पश्चिम बंगाल का सबसे लोकप्रिय तट भी है। दीघा बीच के पास दादनपात्र में नमक बनाया जाता है। यहां से लगभग आठ किमी दूर चंदनेश्वर में एक प्राचीन शिव मंदिर है। दस…

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कूच बिहार के दर्शनीय स्थल

कूच बिहार का इतिहास – कूच बिहार के दर्शनीय स्थल

कूच बिहार पश्चिम बंगाल राज्य का एक प्रमुख नगर और जिला है, यह जिला मुख्यालय भी है। कूच बिहार यह स्थान न्यू जलपाईगुड़ी के पूर्व में है। पहले इसे कोच बिहार कहा जाता है। सन् 1515 में यहां कोच जन-जाति के विश्वा सिन्हा ने एक शक्तिशाली शासन की स्थापना की थी। वह कामत राज्य का राजा था। उसके बाद उसके पुत्र नर नारायण के काल…

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बैरकपुर के दर्शनीय स्थल

बैरकपुर छावनी कहां है – बैरकपुर दर्शनीय स्थल

बैरकपुर पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है। यह नगर हुगली नदी के पूर्वी तट पर स्थित है। यह कोलकाता महानगर क्षेत्र के अंतर्गत भी आता है। कोलकाता से बैरकपुर 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बैरकपुर में अंग्रेजी सेना की छावनी हुआ करती थी। 1857 की क्रांति का सर्वप्रथम बिगुल यही से वीर शहीद मंगल पांडे…

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नादिया के दर्शनीय स्थल

नादिया के दर्शनीय स्थल – कृष्णानगर पर्यटन स्थल

नादिया पश्चिम बंगाल का एक जिला है जिसका जिला मुख्यालय कृष्णानगर है। नादिया सेन राजपूतों की राजधानी थी। मुहम्मद गौरी के सहायक सेनानायक बख्तियार खिलजी ने नादिया पर 1197 ई० में घोड़ों के सौदागर के रूप में उस समय आक्रमण कर दिया, जिस समय यहां का राजा लक्षमण सेन युद्ध के लिए तैयार न था। फलस्वरूप वह यहां से भाग खड़ा हुआ। गौरी ने बंगाल…

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पांडुआ के दर्शनीय स्थल

पांडुआ का इतिहास – पांडुआ के दर्शनीय स्थल

पांडुआ यह स्थान गोलपाड़ा के निकट है। मध्य काल में यह बंगाल प्रांत का एक हिस्सा हुआ करता था। आजकल पांडुआ भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के हुगली ज़िले में स्थित एक शहर है। इसके गौरवशाली इतिहास के कारण यहां कई ऐतिहासिक स्मारक और भवन जो पांडुआ के पर्यटन में मुख्य भूमिका निभाते हैं। पांडुआ का इतिहास - पांडुआ हिस्ट्री इन हिन्दी मुहम्मद…

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मुर्शिदाबाद के दर्शनीय स्थल

मुर्शिदाबाद का इतिहास – मुर्शिदाबाद के दर्शनीय स्थल

मुर्शिदाबाद यह शहर कलकत्ता से 224 किमी दूर है। और पश्चिम बंगाल राज्य के प्रमुख शहरों में आता है। मुर्शिदाबाद का इतिहास देखने से पता चलता है कि औरंगजेब के समय में आजिम यहां का सूबेदार था। औरंगजेब की मृत्यु के बाद वह अपने दीवान और नाएब सूबेदार मुर्शीद कुली जाफर खाँ को शासन-भार सौंपकर दिल्‍ली चला गया। 1713 में फरुखसियार ने मुर्शीद कुली जाफर…

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गौड़ के दर्शनीय स्थल

गौड़ का इतिहास – गौड़ मालदा के दर्शनीय स्थल

गौड़ या गौर भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के मालदा जिले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर है। किसी समय गौड़ राज्य हुआ करता था। सातवीं शताब्दी में यहां शशांक का राज्य था। हर्षवर्धन ने उसे कामरूप (आधुनिक असम) के राजा भास्कर वर्मन की सहायता से हरा दिया था। इसके बाद बंगाल के पूर्वी भाग, जिसमें गौड़ पड़ता था, को भास्कर वर्मन ने और पश्चिमी भाग…

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तारापीठ तीर्थ के सुंदर दृश्य

तारापीठ मंदिर का इतिहास – तारापीठ का श्मशान – वामाखेपा की पूरी कहानी

तारापीठ पश्चिम बंगाल के वीरभूमि जिले में स्थित है। यह जिला धार्मिक महत्व से बहुत प्रसिद्ध जिला है, क्योंकि हिन्दुओं के 51 शक्तिपीठों में से पांच शक्तिपीठ वीरभूमि जिले में ही है। बकुरेश्वर, नालहाटी, बन्दीकेश्वरी, फुलोरा देवी और तारापीठ। तारापीठ यहां का सबसे प्रमुख धार्मिक तीर्थ है। और यह एक सिद्धपीठ भी है। यहां पर एक सिद्ध पुरूष वामाखेपा का जन्म हुआ था, उनका…

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तारकेश्वर मंदिर के सुंदर दृश्य

तारकेश्वर मंदिर – तारकेश्वर महादेव कोलकाता, बाबा तारकनाथ मंदिर

भारत के बंगाल राज्य की राजधानी कोलकाता से 85 किलोमीटर की दूरी पर हुुगली जिले में तारकेश्वर नामक एक प्रमुख शहर है। यह शहर यहां स्थित ताड़केश्वर मंदिर के रूप में काफी प्रसिद्ध है। इस शहर का नाम भी इस मंदिर के ऊपर ही पड़ा है। तारकेश्वर मंदिर भगवान तारकनाथ को समर्पित है, जो भगवान शिव के ही एक रूप है। अपने इस लेख…

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सिलीगुड़ी पर्यटन स्थलो के सुंदर दृश्य

सिलीगुड़ी पर्यटन – सिलीगुड़ी के टॉप 10 दर्शनीय स्थल

कभी-कभी हमारी आत्माएं इतनी दुखी होती हैं कि हम अपने बिस्तरों पर रात और दिन रोकर बिताते हैं और दैनिक दिनचर्या हमारे ऊपर कहर बरकरार रखती है। जीवन के ऐसे चरणों के दौरान निरंतर पर्यटन स्थलों की यात्रा करना कोई शरण नहीं देता है। लेकिन मानसिक तनाव को कम जरूर करता है। इसलिए, हम आपको पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी पर्यटन की यात्रा की सलाह…

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