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देवगढ़ के सुंदर दृश्य

देवगढ़ का इतिहास – दशावतार मंदिर, जैन मंदिर, किला कि जानकारी हिन्दी में

देवगढ़ उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में बेतवा नदी के किनारे स्थित है। यह ललितपुर से दक्षिण पश्चिम में 31 किलोमीटर की दूरी पर है। वहां तक पक्की सड़क जाती है। प्रतिदिन बसे जाती है। ललितपुर से देवगढ़ जाने का मार्ग इस प्रकार है-- ललितपुर से जीरौन 16 किलोमीटर वहां से जाखलौन 6 किलोमीटर वहां से सैपुरा 3 किलोमीटर सेपुरा से देवगढ़ 6 किलोमीटर। मार्ग…

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मरसलगंज दिगंबर जैन मंदिर

मरसलगंज प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर आतिशय क्षेत्र तीर्थ

श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र मरसलगंज (ऋषभनगर) उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में फिरोजाबाद से 22 किलोमीटर दूर है। यहां अब जैनों का कोई घर नहीं है। किन्तु इसके पास ही फरिहा नामक एक कस्बा है। जहाँ जैनों के घर है। कहा जाता है कि पहले मरसलगंज में जैनीयों की अच्छी आबादी थी, लगभग दो सौ घर थे, उस समय यह नगर धन धान्य पूर्ण…

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शौरीपुर नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर

शौरीपुर बटेश्वर श्री दिगंबर जैन मंदिर – शौरीपुर का इतिहास

शौरीपुर नेमिनाथ जैन मंदिर जैन धर्म का एक पवित्र सिद्ध पीठ तीर्थ है। और जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ की जन्म स्थली है। शौरीपुर बटेश्वरनाथ से 4किमी की दूरी पर जंगलों में स्थित है। बटेश्वरनाथ हिन्दू धर्म का प्रसिद्ध तीर्थ होने के साथ ही अतिशय क्षेत्र भी है। बटेश्वरनाथ में भगवान शिव के 108 मंदिर है। लेकिन अपने इस लेख में हम…

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त्रिलोक तीर्थ धाम बड़ागांव के सुंदर दृश्य

त्रिलोक तीर्थ धाम बड़ागांव – बड़ा गांव जैन मंदिर खेडका का इतिहास

त्रिलोक तीर्थ धाम बड़ागांव या बड़ा गांव जैन मंदिर अतिशय क्षेत्र के रूप में प्रसिद्ध है। यह स्थान दिल्ली सहारनपुर सड़क मार्ग उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के खेडका कस्बे के पास रावण उर्फ बड़ा गांव नामक स्थान पर स्थित है। खेडका से बड़ा गांव जाने के लिए 4 किमी की पक्की सड़क है। यहा से रिक्शा, आटो, तांगा आदि आसानी से बड़ागांव के लिए…

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पारसनाथ का किला

पारसनाथ का किला बढ़ापुर का ऐतिहासिक जैन तीर्थ स्थल माना जाता है

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में नगीना रेलवे स्टेशन से उत्तर पूर्व की ओर बढ़ापुर नामक एक कस्बा है। वहां से चार मिल पूर्व की कुछ प्राचीन अवशेष दिखाई पड़ते है। इन्हें पारसनाथ का किला कहते है। इस स्थान का नामकरण तेईसवें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ के नाम पर हुआ लगता है। पारसनाथ किले का इतिहास पारसनाथ के इस किले के संबंध में अनेक जनश्रुतियां…

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संकिसा के दर्शनीय स्थल

संकिसा का प्राचीन इतिहास – संकिसा बौद्ध तीर्थ स्थल

बौद्ध अष्ट महास्थानों में संकिसा महायान शाखा के बौद्धों का प्रधान तीर्थ स्थल है। कहा जाता है कि इसी स्थल पर अपनी स्वर्गीय माता महामाया को उपदेश देकर महात्मा बुद्ध पृथ्वी पर उतरे थे।सरभमिग जातक में यह कथा अत्यंत रोचक ढंग व विस्तारपूर्वक दी हुई है। महात्मा बुद्ध को जन्म देने के सातवें दिन ही महामाया का स्वर्गवास हो गया था। अतः वे अपने…

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कौशांबी पुरास्थल के सुंदर दृश्य

कौशांबी का इतिहास – हिस्ट्री ऑफ कौशांबी बौद्ध तीर्थ स्थल

कौशांबी की गणना प्राचीन भारत के वैभवशाली नगरों मे की जाती थी। महात्मा बुद्ध जी के समय वत्सराज उदयन की राजधानी के रूप में इस नगरी ने अद्वितीय गौरव प्राप्त किया। उदयन की गौरवपूर्ण गाथा से संस्कृत साहित्य भरा पड़ा है। कौशांबी के महान श्रेष्ठियों के निमंत्रण और आग्रह पर महात्मा बुद्ध इस नगरी में पधारे थे। जहां उनके वास के लिए कई विशाल…

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श्रावस्ती आकर्षक स्थलों के सुंदर दृश्य

श्रावस्ती का इतिहास – हिस्ट्री ऑफ श्रावस्ती – श्रावस्ती दर्शनीय स्थल

बौद्ध धर्म के आठ महातीर्थो में श्रावस्ती भी एक प्रसिद्ध तीर्थ है। जो बौद्ध साहित्य में सावत्थी के नाम से विख्यात है। यह नगरी बहुत समय तक शक्तिशाली कौशल देश की राजधानी थी। बौद्ध ग्रन्थों के अनुसार भगवान बुद्ध ने यहाँ 24 बार वर्षा वास कर के जनता को सद्धर्म उपदेश दिया था। मज्झिम निकाय के 150 सूत्रों में से 65 तथा विनयपटक के…

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लुम्बिनी पर्यटन स्थल – हिस्ट्री ऑफ लुम्बिनी – लुम्बिनी का प्राचीन इतिहास

लुम्बिनी को भगवान बुद्ध के जन्म स्थान होने का गौरव प्राप्त है। हालांकि यह उससे पहले कोई ऐतिहासिक स्थान नहीं था। महात्मा गौतम बुद्ध के जन्म के कारण ही यह बौद्ध धर्मावलंबियों का सर्वश्रेष्ठ तीर्थ स्थान बन गया। लुम्बिनी का महत्व महान अशोक सम्राट के समय से विदित है।बौद्ध धर्म में दीक्षित होने के बाद महान अशोक सम्राट ने गौतम बुद्ध के जन्म स्थान…

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तरनतारन गुरूद्वारा साहिब के सुंदर दृश्य

तरनतारन गुरूद्वारा साहिब का इतिहास – तरनतारन के प्रमुख गुरूद्वारे

तरनतारन गुरूद्वारा साहिब, भारत के पंजाब राज्य में एक शहर), जिला मुख्यालय और तरन तारन जिले की नगरपालिका परिषद है। तरनतारन साहिब की स्थापना गुरु अर्जन देव ने पांचवे सिख गुरु के रूप में की थी। उन्होंने श्री तरनतारन साहिब मंदिर की नींव रखी थी। 1947 में, भारत के विभाजन के वर्ष, तरनतारन पंजाब की एकमात्र तहसील थी, जिसमें बहुसंख्यक सिख आबादी थी। यह…

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गोल्डन टेम्पल के फोटो

स्वर्ण मंदिर हिस्ट्री इन हिंदी – श्री हरमंदिर साहिब का इतिहास

स्वर्ण मंदिर क्या है? :- स्वर्ण मंदिर सिक्ख धर्म के अनुयायियों का धार्मिक केन्द्र है। यह सिक्खों का प्रमुख गुरूद्वारा और मुख्य तीर्थ स्थान है। जिसे श्री हरमंदिर साहिब के नाम से जाना जाता है। हरमंदिर साहिब गुरूद्वारे को गोल्डन टेम्पल या स्वर्ण मंदिर क्यों कहा जाता है? हरमंदिर साहिब के मुख्य भवन को सोने की पत्तरों से सुसज्जित किया गया है। इसलिए इसे…

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बरसाना के सुंदर दृश्य

बरसाना मथुरा – हिस्ट्री ऑफ बरसाना – बरसाना के दर्शनीय स्थल

मथुरा से लगभग 50 किमी की दूरी पर, वृन्दावन से लगभग 43 किमी की दूरी पर, नंदगाँव से लगभग 9 किमी की दूरी पर स्थित बरसाना एक धार्मिक स्थान है। जब हम मथुरा की यात्रा पर जाते है तो मथुरा के साथ साथ वृन्दावन, नंदगाँव, गोवर्धन पर्वत और बरसाना यह सभी स्थान श्रीकृष्ण की लीलाओं से भरे है। और यह सभी स्थान हमारी मथुरा…

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नंदगाँव के दर्शनीय स्थलों के सुंदर दृश्य

नंदगाँव मथुरा – नंदगांव की लट्ठमार होली व दर्शनीय स्थल

नंदगाँव बरसाना के उत्तर में लगभग 8.5 किमी पर स्थित है। नंदगाँव मथुरा के उत्तर पश्चिम में लगभग 50 किलोमीटर पर स्थित है। इस जगह का नाम कृष्णा के पालक पिता नंद जी और माता यशोदा के नाम पर रखा गया था, जिनका गोकुल से जाने के बाद इस स्थान पर उनका स्थायी निवास था। अपने बचपन के दौरान कृष्ण अपने पालक माता-पिता के…

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वृन्दावन के प्रसिद्ध मंदिरों के सुंदर दृश्य

वृन्दावन धाम – वृन्दावन के दर्शनीय स्थल, मंदिर व रहस्य

दिल्ली से दक्षिण की ओर मथुरा रोड पर 134 किमी पर छटीकरा नाम का गांव है। छटीकरा मोड़ से बाई तरफ पूरब की दिशा में वृन्दावन रोड़ है। इस रोड़ पर 6 किमी के फासले पर राधाकृष्ण के प्रेम रस में सराबोर वृन्दावन धाम स्थित है। वृन्दावन से मथुरा 10 की दूरी पर है। और गोवर्धन पर्वत जिनकी परिक्रमा की जाती है वह 27…

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Read more about the article तारापीठ मंदिर का इतिहास – तारापीठ का श्मशान – वामाखेपा की पूरी कहानी
तारापीठ तीर्थ के सुंदर दृश्य

तारापीठ मंदिर का इतिहास – तारापीठ का श्मशान – वामाखेपा की पूरी कहानी

तारापीठ पश्चिम बंगाल के वीरभूमि जिले में स्थित है। यह जिला धार्मिक महत्व से बहुत प्रसिद्ध जिला है, क्योंकि हिन्दुओं के 51 शक्तिपीठों में से पांच शक्तिपीठ वीरभूमि जिले में ही है। बकुरेश्वर, नालहाटी, बन्दीकेश्वरी, फुलोरा देवी और तारापीठ। तारापीठ यहां का सबसे प्रमुख धार्मिक तीर्थ है। और यह एक सिद्धपीठ भी है। यहां पर एक सिद्ध पुरूष वामाखेपा का जन्म हुआ था, उनका…

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तारकेश्वर मंदिर के सुंदर दृश्य

तारकेश्वर मंदिर – तारकेश्वर महादेव कोलकाता, बाबा तारकनाथ मंदिर

भारत के बंगाल राज्य की राजधानी कोलकाता से 85 किलोमीटर की दूरी पर हुुगली जिले में तारकेश्वर नामक एक प्रमुख शहर है। यह शहर यहां स्थित ताड़केश्वर मंदिर के रूप में काफी प्रसिद्ध है। इस शहर का नाम भी इस मंदिर के ऊपर ही पड़ा है। तारकेश्वर मंदिर भगवान तारकनाथ को समर्पित है, जो भगवान शिव के ही एक रूप है। अपने इस लेख…

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पावापुरी जल मंदिर के सुंदर दृश्य

पावापुरी जल मंदिर का इतिहास – पावापुरी जैन तीर्थ हिस्ट्री इन हिन्दी

राजगीर और बौद्ध गया के पास पावापुरी भारत के बिहार राज्य के नालंदा जिले मे स्थित एक शहर है। यह जैन धर्म के अनुयायियों के लिये एक अत्यंत पवित्र शहर है क्यूंकि माना जाता है कि भगवान महावीर को यहीं मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। यहाँ के जलमंदिर की शोभा देखते ही बनती है। संपूर्ण शहर कैमूर की पहाड़ी पर बसा हुआ है। अपने…

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कन्याकुमारी मंदिर का इतिहास – कन्याकुमारी टेम्पल हिस्ट्री इन हिन्दी

कन्याकुमारी भरतीय राज्य तमिलनाडु का एक प्रमुख तटीय शहर है, और यह भारत देश की अंतिम दक्षिणी सीमा है। इस शहर का नाम यहां स्थित प्रसिद्ध कन्याकुमारी मंदिर के नाम पर रखा गया है। इसके एक ओर बंगाल की खाड़ी, दूसरी ओर अरब सागर तथा सम्मुख हिंद महासागर है। इन तीनों का संगम ही एक पवित्र तीर्थ स्थल है। कन्याकुमारी तीर्थ का…

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गुरूवायूर मंदिर के सुंदर दृश्य

गुरूवायूर मंदिर केरल का इतिहास – गरूवायूर टेम्पल दर्शन व हिस्ट्री

गुरूवायूर मंदिर केरल के गुरुवायूर में स्थित प्रसिद्ध मन्दिर है।यह कई शताब्दी पुराना है और केरल में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण मन्दिर है। मंदिर के देवता भगवान गुरुवायुरप्पन हैं जो बालगोपालन के रूप में हैं। यह दक्षिण भारत का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल भी है। कहा जाता है कि स्वंय धर्मराज ने इस मंदिर की प्रतिष्ठा की थी। ममीयूर में भगवान शिव ममीयूरप्पन नाम से प्रख्यात…

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कालहस्ती मंदिर के सुंदर दृश्य

कालहस्ती मंदिर का इतिहास, कालहस्ती मंदिर तिरूपति की कथा

श्री कालाहस्ती मंदिर आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले में तिरूपति शहर के पास स्थित कालहस्ती नामक कस्बे में एक शिव मंदिर है। ये मंदिर पेन्नार नदी की शाखा स्वर्णामुखी नदी के तट पर बसा है और कालहस्ती के नाम से भी जाना जाता है। दक्षिण भारत में स्थित भगवान शिव के तीर्थस्थानों में इस स्थान का विशेष महत्व है। दक्षिण भारत में भगवान शिव के…

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कुंभकोणम के दर्शनीय स्थलों के सुंदर दृश्य

कुंभकोणम मंदिर – कुंभकोणम तमिलनाडु का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल

कुंभकोणम दक्षिण भारत का प्रसिद्ध तीर्थ है। यह तमिलनाडु राज्य में चिदंबरम से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। प्रति बारहवें वर्ष यहां कुंभ का मेला लगता है। जिसमें लाखों की संख्या में यात्री एकत्र होते है। तथा कावेरी नदी के इस परम पवित्र तट पर स्नान करते है। कुंभकोणम का संस्कृत नाम कुंभघोवण है। कहते है कि ब्रह्मा जी ने एक घड़ा (कुंभ) अमृत…

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चिदंबरम मंदिर दर्शन – चिदंबरम टेम्पल हिस्ट्री इन हिन्दी

कर्नाटक राज्य के चिदंबरम मे स्थित चिदंबरम मंदिर एख प्रमुख तीर्थ स्थल है। तीर्थ स्थलों में चिदंबरम का स्थान अति महत्वपूर्ण है। यब मंदिर सब मंदिरों का मंदिर समझा जाता है। प्रसिद्ध नटराज शिवमूर्ति यही स्थापित है। भगवान शिव के पंचतत्व लिंगों में से आकाशतत्व लिंग चिदंबरम में ही माना जाता है। तो अपने इस लेख में हम चिदंबरम की यात्रा करेंगे, और चिदंबरम…

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गंगोत्री धाम के सुंदर दृश्य

गंगोत्री धाम यात्रा, गंगोत्री तीर्थ दर्शन, महत्व, व रोचक जानकारी

गंगाजी को तीर्थों का प्राण माना गया है। गंगाजी हिमालय से उत्पन्न हुई है। जिस स्थान से गंगा जी का प्रादुर्भाव हुआ है, उसे गंगोत्री कहते है। उत्तरकाशी से गंगोत्री की दूरी पांच किलोमीटर है। गंगोत्री धाम हिमालय के प्रसिद्ध चार धामों- गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ में से एक धाम है। यहां पर डोडीताल से निकली असिगंगा भागीरथी में मिलती है। यही से एक…

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अमरनाथ यात्रा, मंदिर, गुफा, शिवलिंग, कथा और इससे जुडी रोचक जानकारी

अमरनाथ का पवन पावन क्षेत्र कश्मीर मे पडता है। अमरनाथ की यात्रा बड़ी ही पुण्यदायी, भक्ति और मुक्तिदायिनी है। सारे भारत के लोग अमरनाथ यात्रा के लिए उसी चाव से यहां आते है, जैसे काशी, बद्रीनाथ और केदारनाथ आदि तीर्थों को जाते है। इस स्थान की यात्रा कुछ कठिन है। अमरनाथ के बारें में प्राचीन मान्यता के अनुसार यह कथा प्रचलित है कि अमरनाथ…

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कैलाश मानसरोवर के सुंदर दृश्य

कैलाश मानसरोवर की यात्रा – मानसरोवर यात्रा की सम्पूर्ण जानकारी

हिमालय की पर्वतीय यात्राओं में कैलाश मानसरोवर की यात्रा ही सबसे कठिन यात्रा है। इस यात्रा में यात्री को लगभग तीन सप्ताह तिब्बत में ही रहना पडता है। केवल इसी यात्रा में ही हिमालय को पूरा पार किया जाता है। दूसरी यात्राओं में तो केवल हिमालय के एक भाग के ही दर्शन होते है। कैलाश मानसरोवर, अमरनाथ, गंगोत्री, स्वर्गारोहण जैसे क्षेत्रों की यात्रा में,…

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जगन्नाथ पुरी धाम के सुंदर दृश्य

जगन्नाथ पुरी धाम की यात्रा – जगन्नाथ पुरी का महत्व और प्रसिद्ध मंदिर

श्री जगन्नाथ पुरी धाम चारों दिशाओं के चार पावन धामों मे से एक है। ऐसी मान्यता है कि बदरीनाथ धाम सतयुग का और उत्तर दिशा का धाम है। रामेश्वरम धाम त्रेतायुग और दक्षिण दिशा का धाम है। द्वारका धाम द्वापरयुग और पश्चिम दिशा का धाम है। तथा जगन्नाथ पुरी धाम कलियुग और पूर्व दिशा का पावन धाम है। आइए जानते है जगन्नाथ जी का…

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Read more about the article बिंदु सरोवर गुजरात के सिद्धपुर मे मातृश्राद के लिए प्रसिद्ध तीर्थ
बिंदु सरोवर सिद्धपुर गुजरात के सुंदर दृश्य

बिंदु सरोवर गुजरात के सिद्धपुर मे मातृश्राद के लिए प्रसिद्ध तीर्थ

जिस प्रकार पितृश्राद्ध के लिए गया प्रसिद्ध है। वैसे ही मातृश्राद के लिए सिद्धपुर मे बिंदु सरोवर प्रसिद्ध है। इसे मातृ-गया भी कहते है। इसका प्राचीन नाम श्री स्थल है। यह क्षेत्र प्राचीन काम्यकवन में पडता है। महर्षि कर्दम का आश्रम यही पर था। यही भगवान कपिल का अवतार हुआ था। यहां शुद्ध ह्रदय से जो भी कर्म किया जाता है। वह तत्काल सिद्ध…

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तिरूपति बालाजी धाम के सुंदर दृश्य

तिरूपति बालाजी दर्शन – तिरुपति बालाजी यात्रा

तिरूपति बालाजी भारत वर्ष के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों मे से एक है। यह आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले मे स्थित है। तिरूपति तमिल भाषा का शब्द है। तिरू का अर्थ है श्री तथा पति का अर्थ है प्रभु। इस प्रकार तिरूपति का सम्मिलित अर्थ है - श्री प्रभु । तिरूमलै वह पर्वत है, जिस पर लक्ष्मी जी के साथ स्वयं विष्णु जी विराजमान है। तिरूपति इसी पर्वत के नीचे…

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गंगासागर तीर्थ के सुंदर दृश्य

गंगासागर तीर्थ – गंगासागर का इतिहास – गंगासागर का मंदिर

गंगा नदी का जिस स्थान पर समुद्र के साथ संगम हुआ है। उस स्थान को गंगासागर कहा गया है। गंगासागर तीर्थ एक सुंदर वन द्वीप समूह हैं। जो बंगाल राज्य की दक्षिण सीमा मे बंगाल की खाडी पर स्थिति है। गंगासागर धाम को प्राचीन समय में पाताल लोक के नाम से भी जाना जाता था। मकर सक्रांति को यहा मेला लगता हैं। मेले…

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मथुरा दर्शनीय स्थलो के सुंदर दृश्य

मथुरा दर्शनीय स्थल – मथुरा दर्शन की रोचक जानकारी

मथुरा को मंदिरो की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। मथुरा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक धार्मिक और पर्यटन महत्व वाला शहर है। मथुरा दर्शनीय स्थल व मंदिर यहा की विरासत है। यह शहर भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि के लिए भी प्रसिद्ध है। मथुरा के पर्यटन स्थल व मथुरा के आकर्षक स्थलो में यहा के कलात्मक मंदिर और मथुरा की…

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अयोध्या का इतिहास

अयोध्या का इतिहास – अयोध्या के दर्शनीय स्थल और महत्व

अयोध्या भारत के राज्य उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर है। कुछ सालो से यह शहर भारत के सबसे चर्चित शहरो में से भी एक रहा है। जिसका कारण यहा राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद है। और यह विवाद अयोध्या का इतिहास को कलंकित कर रहा। आपने इस लेख में हम अयोध्या का इतिहास, अयोध्या हिस्ट्री इन हिंदी में जानेगें। अयोध्या, उत्तर प्रदेश,…

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कोणार्क सूर्य मंदिर के सुंदर दृश्य

कोणार्क सूर्य मंदिर का इतिहास – कोणार्क सूर्य मंदिर का रहस्य

कोणार्क' दो शब्द 'कोना' और 'अर्का' का संयोजन है। 'कोना' का अर्थ है 'कॉर्नर' और 'अर्का' का मतलब 'सूर्य' है, इसलिए जब यह जोड़ता है तो यह 'कोने का सूर्य' बन जाता है। कोणार्क सूर्य मंदिर पुरी के उत्तर पूर्वी कोने पर स्थित है और सूर्य भगवान को समर्पित है। कोणार्क को अर्का खेत्र भी कहा जाता है। कोणार्क सूर्य मंदिर का इतिहास…

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ब्रह्म सरोवर कुरूक्षेत्र के सुंदर दृश्य

ब्रह्म सरोवर कुरूक्षेत्र एशिया का सबसे बडा सरोवर

भारत के राज्य हरियाणा में स्थित कुरूक्षेत्र भारत के प्राचीनतम नगरो में से एक है। इसकी प्राचीनता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह स्थान भारत के इतिहास के सबसे भीषण युद्ध महाभारत गवाह रहा है। कौरवो और पाडवो के बीच महाभारत का वह भीषण युद्ध इसी स्थान पर हुआ था। ब्रह्म सरोवर कुरूक्षेत्र की इसी पावन व पवित्र धरती पर…

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द्वारकाधीश मंदिर और द्वारका के सुंदर दृश्य

द्वारकाधीश मंदिर का इतिहास – द्वारका धाम – द्वारकापुरी

हिन्दू धर्म में चार दिशाओ के चारो धाम का बहुत बडा महत्व माना जाता है। और चारो दिशाओ के ये चारो धाम भारत में ही स्थित है। हिन्दू धर्म से जुडा हर व्यक्ति अपने जीवन में एक बार चारो दिशाओ के धामो की यात्रा करके अपने जीवन को सफल बनाने के लिए लायलित रहता है। ये चारो धाम इस प्रकार है-- बद्रीनाथ धाम यह…

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रामेश्वरम के सुंदर दृश्य

रामेश्वरम यात्रा – रामेश्वरम दर्शन – रामेश्वरम टेम्पल की 10 रोचक जानकारी

हिन्दू धर्म में चार दिशाओ के चार धाम का बहुत बडा महत्व माना जाता है। जिनमे एक बद्रीनाथ धाम दूसरा द्वारका धाम तीसरा जगन्नाथ धाम और चोथा रामेश्वरम धाम है। अपने एक पिछले लेख में हम बद्रीनाथ धाम का वर्णन कर चुके है। अपने इस लेख में हम रामेश्वरम धाम का वर्णन करेगें और रामेश्वरम यात्रा का सम्पूर्ण विवरण आपको देगें। रामेश्वरम धाम की…

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त्रयम्बकेश्वर महादेव मंदिर के सुंदर दृश्य

त्रयम्बकेश्वर महादेव – त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग – त्रियम्बकेश्वर टेम्पल नासिक

त्रयम्बकेश्वर महादेव मंदिर महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले में स्थित है। नासिक से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर त्रयम्बकेश्वर बस्ती है। इसी बस्ती में पहाड की तलहटी में गोदावरी नदी के तट पर त्रयम्बकेश्वर महादेव का मंदिर स्थित है। इस मंदिर में स्थित शिव लिंग की गणना भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगो में होती है। इस दिव्य ज्योतिर्लिंग के नाम पर ही इस…

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केदारनाथ धाम के सुंदर दृश्य

केदारनाथ धाम -केदारनाथ धाम का इतिहास रोचक जानकारी

प्रिय पाठको संसार में भगवान शिव यूंं तो अनगिनत शिव लिंगो के रूप में धरती पर विराजमान है। लेकिन भंगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगो का महत्व अधिक माना जाता जिनके विषय में शिवपुराण में वर्णित है कि भूतभावन भगवान शंकर प्राणियो के कल्याण के लिए तीर्थ स्थानो में शिव लिंग के रूप में वास करते है। लेकिन जिस जिस पुण्य स्थान में भक्तजनो ने…

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नागेश्वर महादेव मंदिर के सुंदर दृश्य

नागेश्वर महादेव – नागेश्वर मंदिर की 10 रोचक जानकारीयां

नागेश्वर महादेव भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगो में से एक है। यह एक पवित्र तीर्थ है। नागेश्वर महादेव ज्योतिर्लिंग कहा है। यह एक विवादग्रस्त प्रश्न है। असली नागेश्वर महादेव कहा है? कुछ लोगो का मानना है की असली नागेश्वर ज्योतिर्लिंग हैदराबाद राज्य में है कुछ लोगो का मानना है कि असली ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड में है। परंतु शिवपुराण को देखने से पता चलता है कि…

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उज्जैन के सुंदर दृश्य

उज्जैन महाकाल – उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर – अवंतिका तीर्थ में सप्तपुरी,

भारत के मध्य प्रदेश राज्य का प्रमुख शहर उज्जैन यहा स्थित महाकालेश्वर के मंदिर के प्रसिद्ध मंदिर के लिए जाना जाता है। यह मंदिर उज्जैन महाकाल के नाम से भी प्रसिद्ध है। इस नगर को उज्जयिनी भी कहते है। इस स्थान को पृथ्वी का नाभिदेश कहा गया है। द्वादश लिंगो में से एक " महाकाललिंग" यही पर है। इसके अलावा यहा पर 51 शक्तिपीठो…

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यमुनोत्री धाम के सुंदर दृश्य

यमुनोत्री धाम यात्रा – यमुनोत्री की कहानी – यमुनोत्री यात्रा के 10 महत्वपूर्ण टिप्स

भारत के राज्य उत्तराखंड को देव भूमी के नाम से भी जाना जाता है क्योकि इस पावन धरती पर देवताओ का वास रहा है यहा की पवित्र धरती के कण कण में देवता निवास करते है। यह राज्य पवित्र चार धाम यात्रा का भी स्थल है। जिनका हिन्दु धर्म में बहुत बडा महत्व है। चार धाम यातत्रा के अंतर्गत आने वाले धाम गंगोत्री,यमुनोत्री, केदारनाथ,…

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देवी सती का अत्मदाह

शक्तिपीठ मंदिर कौन कौन से है – 51शक्तिपीठो का महत्व और कथा

भरत एक हिन्दू धर्म प्रधान देश है। भारत में लाखो की संख्या में हिन्दू धर्म के तीर्थ व धार्मिक स्थल है। इनमे से अनेको तीर्थ व धार्मिक स्थलो का हिन्दू धर्म में अधिक महत्व माना गया है। उनमे से 51 शक्तिपीठ मंदिर भी शामिल है। जिनका हिन्दू धर्म मे बहुत महत्व माना जाता है। जो भारत के अलग अलग स्थानो पर है। अपनी इस…

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वाराणसी के सुंदर दृश्य

वाराणसी (काशी विश्वनाथ) की यात्रा – काशी का धार्मिक महत्व

प्रिय पाठको अपनी उत्तर प्रदेश यात्रा के दौरान हमने अपनी पिछली पोस्ट में उत्तर प्रदेश राज्य के प्रमुख व धार्मिक महत्व वाले खुबसूरत शहर इलाहाबाद की यात्रा की थी औऱ इलाहाबाद के बारे विस्तार से जाना था। अपनी उत्तर प्रदेश पर्यटन ऐतिहासिक व धार्मिक यात्रा को आगे बढाते हुए हम अपनी इस पोस्ट में हम उत्तर प्रदेश के ऐक बहुत ही प्रसिद्ध ऐतिहासिक प्राचीन…

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इलाहाबाद के सुंदर दृश्य

इलाहाबाद का इतिहास – गंगा यमुना सरस्वती संगम – इलाहाबाद का महा कुम्भ मेला

इलाहाबाद उत्तर प्रदेश का प्राचीन शहर है। यह प्राचीन शहर गंगा यमुना सरस्वती नदियो के संगम के लिए जाना जाता है। यह खुबसूरत शहर इसी संगम तट पर बसा है। इलाहाबाद का इतिहास इस बहुत पुराना और प्राचीन है। इलाहाबाद संगम तट पर बसे इस शहर का प्राचीन नाम प्रयाग था। प्रयाग की भौगोलिक स्थिति का जिक्र हवेनसांग ने 644 ईस्वी के यात्रा वृत्तांत में…

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मल्लिकार्जुन मंदिर के सुंदर दृश्य

मल्लिकार्जुन मंदिर की कहानी – मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग का इतिहास हिन्दी में

प्रिय पाठको पिछली ज्योतिर्लिंग दर्शन श्रृंख्ला में हमने महाराष्ट् के भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग की यात्रा की और उसके इतिहास व स्थापत्य और उसकी कहानी के बारे में विस्तार से जाना है। इस पोस्ट मे हम बारहा ज्योतिर्लिंगों में से एक ओर महत्वपूर्ण व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग श्री मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की यात्रा करेगें और उसके बारे जानेगें कि - मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की कहानी, मल्लिकार्जुन मंदिर का इतिहास,…

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कैलाशनाथ मंदिर

कैलाशनाथ मंदिर कांचीपुरम – शिव पार्वती का नृत्य

भारत के राज्य तमिलनाडु के कांचीपुरम शहर की पश्चिम दिशा में स्थित कैलाशनाथ मंदिर दक्षिण भारत के सबसे प्राचीन और भव्य मंदिरो में से एक है। लाल बलुआ पत्थर से निर्मित यह मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्धारा एक संरक्षित स्मारक है। मंदिर के बाहर सुंदर हरित परिसर है। कैलाशनाथ मंदिर पल्लव कला का उत्कृष्ट नमूना है। मंदिर निर्माण में द्रविड वास्तुकला की छाप दिखती है।…

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भीमशंकर ज्योतिर्लिंग

भीमशंकर ज्योतिर्लिंग का महत्व -भीमशंकर मंदिर

भारत देश मे अनेक मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। लेकिन उनमे 12 ज्योतिर्लिंग का महत्व ज्यादा है। माना जाता है कि जो व्यक्ति इन 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन करले उसका कल्याण होता है। इन्ही 12 कल्याणकारी ज्योतिर्लिंग मे से एक है " भीमशंकर ज्योतिर्लिंग " इस प्रमुख ज्योतिर्लिंग का स्थान विवादित है। इसका एक स्थान असम के लोगो के अनुसार असम मे गोहाटी के…

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बद्रीनाथ धाम

बद्रीनाथ धाम – बद्रीनाथ मंदिर चार धाम यात्रा का एक प्रमुख धाम – बद्रीनाथ धाम की कहानी

उत्तराखण्ड के चमोली जिले मे स्थित व आकाश की बुलंदियो को छूते नर और नारायण पर्वत की गोद मे बसे आदितीर्थ बद्रीनाथ धाम न सिर्फ श्रद्धा व आस्था का अटूट केन्द्र है। बल्कि अद्धितीय प्राकृतिक सौंदर्य से भी पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह हिन्दुओ के चार प्रमुख धामो में से एक है। भगवान नारायण के वास के रूप मे जाना जाने…

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वैष्णो देवी धाम के सुंदर दृश्य

वैष्णो देवी यात्रा माँ वैष्णो देवी की कहानी veshno devi history in hindi

जम्मू कश्मीर राज्य के कटरा गाँव से 12 किलोमीटर की दूरी पर माता वैष्णो देवी का प्रसिद्ध व भव्य मंदिर है। यह प्रसिद्ध मंदिर उत्तर भारत के सबसे पवित्र व पूजनीय स्थलों में से एक है। यह मंदिर त्रिकुटा हिल्स में पहाड़ी पर लगभग 5200 फीट की ऊचाई पर स्थित है। हसीन वादियों में गुफा में विराजित माता वैष्णो देवी का स्थान हिन्दूओं का…

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अजमेर की ऐतिहासिक इमारते

अजमेर शरीफ दरगाह ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती ajmer dargaah history in hindi

भारत के राजस्थान राज्य के प्रसिद्ध शहर अजमेर को कौन नहीं जानता । यह प्रसिद्ध शहर अरावली पर्वत श्रेणी की तारागढ़ पहाड़ी की ढाल पर स्थित है । यह शहर हिन्दू मुस्लिम सिख आदि सभी धर्मों जातियों की एकता के प्रतिक सूफ़ी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की प्रसिद्ध अजमेर शरीफ दरगाह के लिए जाना जाता है । अजमेर शरीफ दरगाह में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती…

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सोमनाथ मंदिर

सोमनाथ मंदिर का इतिहास somnath tample history in hindi

भारत के गुजरात राज्य में स्थित सोमनाथ मदिर भारत का एक महत्वपूर्ण मंदिर है । यह मंदिर गुजरात के सोमनाथ जिले के वेरावल समुद्री तट पर बना हुआ है । इस मंदिर की गिनती 12 ज्योतिलिंगों में प्रथम ज्योतिलिंग के स्थान पर होती है । इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण स्वंय चन्द्र देव ने किया था । इसका…

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