बादल महल के उत्तर-पश्चिम मे एक रास्ता ईश्वरी सिंह की छतरी पर जाता है। जयपुर के राजाओ में ईश्वरी सिंह के साथ उसकी वीरता, गुण-ग्राहकता और कला-प्रेम के बावजूद जो कुछ बीती उसे विधि का विधान मानकर ही सब्र करना पडता है। अन्य राजाओं की छतरियां जहां गेटोर (ब्रहमपुरी) मे हैं, वहां ईश्वरी सिंह की छत्री सीटी पलैस के अहाते में ही तालकटोरा के पास समाधिस्थ…