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गुरूद्वारा चरण कंवल साहिब माछीवाड़ा के सुंदर दृश्य

चरण कंवल साहिब माछीवाड़ा – Gurudwara Charan Kanwal Sahib

गुरूद्वारा चरण कंवल साहिब लुधियाना जिले की माछीवाड़ा तहसील में समराला नामक स्थान पर स्थित है। जो लुधियाना शहर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर है। माछीवाड़ा बस स्टैंड से गुरूद्वारा चरण कंवल साहिब मात्र 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। यह सिखों का पवित्र और ऐतिहासिक स्थान है। जहाँ हजारों की संख्या में श्रद्धालु मथ्था टेकने आते है। गुरूद्वारा चरण कंवल…

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नानकसर साहिब कलेरा जगराओं के सुंदर दृश्य

नानकसर कलेरा जगराओं साहिब – नानकसर गुरूद्वारे जगराओं हिस्ट्री इन हिन्दी

गुरूद्वारा नानकसर कलेरा जगराओं लुधियाना जिले की जगराओं तहसील में स्थापित है।यह लुधियाना शहर से 40 किलोमीटर और जगराओं से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सिख धर्म मे इस स्थान काफी बड़ा महत्व है। अपने इस लेख में हम नानकसर गुरूद्वारे जगराओं हिस्ट्री हिन्दी मे जानेंगे। नानकसर कलेरा जगराओं साहिब हिस्ट्री इन हिन्दी यहां भक्त बाबा नंद सिंह जी महाराज ने इस…

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गोइंदवाल साहिब के सुंदर दृश्य

गोइंदवाल साहिब हिस्ट्री इन हिन्दी – श्री बाउली साहिब गुरूद्वारा गोइंदवाल

गुरू श्री अंगद देव जी के हुक्म से श्री गुरू अमरदास जी ने पवित्र ऐतिहासिक नगर श्री गोइंदवाल साहिब को सिक्ख धर्म का प्रचार प्रसार के केंद्र के रूप में स्थापित किया। श्री गुरू अमरदास जी ने संगतो की आत्मिक एवं सांसारिक तृप्ति, तन मन की पवित्रता, ऊंच नींच, जात पात के भेदभाव को दूर करने के लिए चौरासी सिद्धियों वाली बाउली साहिब की…

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दुख निवारण साहिब पटियाला के सुंदर दृश्य

दुख निवारण साहिब पटियाला – दुख निवारण गुरूद्वारा साहिब का इतिहास

दुख निवारण गुरूद्वारा साहिब पटियाला रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंड से 300 मी की दूरी पर स्थित है। दुख निवारण गुरूद्वारा साहिब आधुनिक शहर का प्रमुख धार्मिक स्थान है। जिसको गुरु तेग बहादुर साहिब जी की चरण धूलि प्राप्त है। गुरू तेगबहादुर जी पहली बार 1661 में प्रचार के दौरान सैफाबाद के किले से होते हुए यहाँ पधारे थे। स्थानीय दंतकथा के अनुसार दूसरी…

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मंजी साहिब गुरुद्वारा, नीम साहिब गुरूद्वारा कैथल के सुंदर दृश्य

मंजी साहिब गुरूद्वारा कैथल हरियाणा – नीम साहिब गुरूद्वारा कैथल हरियाणा

मंजी साहिब गुरूद्वारा हरियाणा के कैथल शहर में स्थित है। कैथल भारत के हरियाणा राज्य का एक जिला, शहर और एक नगरपालिका परिषद है। कैथल पहले करनाल जिले का हिस्सा था और बाद में, 1 नवंबर 1989 तक कुरुक्षेत्र जिले का हिस्सा रहा, बाद में यह क्षेत्र हरियाणा का एक जिला बन गया और कैथल जिले का मुख्यालय बन गया। कैथल जिला पटियाला (पंजाब),…

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गुरूद्वारा मंजी साहिब आलमगीर लुधियाना के सुंदर दृश्य

मंजी साहिब गुरूद्वारा आलमगीर लुधियाना – Manji sahib history in hindi

गुरूद्वारा मंजी साहिब लुधियाना के आलमगीर में स्थापित है। यह स्थान लुधियाना रेलवे स्टेशन से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। श्री गुरू गोविंद सिंह जी उच्चपीर बनकर जंगलों के रास्ते होते हुए सन् 1761 में इस स्थान पर आये थे। श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के साथ तीन सिंह भाई दया सिंह, भाई मान सिंह, भाई धर्म सिंह और दो मुसलमान भाई…

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तरनतारन गुरूद्वारा साहिब के सुंदर दृश्य

तरनतारन गुरूद्वारा साहिब का इतिहास – तरनतारन के प्रमुख गुरूद्वारे

तरनतारन गुरूद्वारा साहिब, भारत के पंजाब राज्य में एक शहर), जिला मुख्यालय और तरन तारन जिले की नगरपालिका परिषद है। तरनतारन साहिब की स्थापना गुरु अर्जन देव ने पांचवे सिख गुरु के रूप में की थी। उन्होंने श्री तरनतारन साहिब मंदिर की नींव रखी थी। 1947 में, भारत के विभाजन के वर्ष, तरनतारन पंजाब की एकमात्र तहसील थी, जिसमें बहुसंख्यक सिख आबादी थी। यह…

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सिख धर्म के पांच ककार

ककार का अर्थ – ककार किसे कहते है – सिख धर्म के पांच प्रतीक

प्रिय पाठकों अपने इस लेख में हम सिख धर्म के उन पांच प्रतीक चिन्हों के बारें में जानेंगे, जिन्हें धारण करना हर सिख को जरूरी होता है। जिन्हें ककार कहा जाता है। ककार क्या है?, ककार किसे कहते है?, ककार का अर्थ, सिख धर्म के पांच प्रतीक, सिख दाढी क्यों रखते है, आदि के बारे में विस्तार से अपने इस लेख में जानेगें। ककार…

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लोहगढ़ साहिब के सुंदर दृश्य

लोहगढ़ साहिब का इतिहास – Lohgarh sahib amritsar panjab

अमृतसर शहर के कुल 13 द्वार है। लोहगढ़ द्वार के अंदर लोहगढ़ किला स्थित है। तत्कालीन मुगल सरकार पर्याप्त रूप से अत्याचारी तथा दूषित प्रवृत्ति वाली थी। परंतु सिख पंथ को गुरू साहिब जी ने आबरू तथा भ्रातृभाव से जीवन व्यतीत करने की जरूरत को सिखा दिया था। आपने अनाचारी शासकों का नाश करने के लिए मीरी-पीरी की दो तलवारें…

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गुरूद्वारा शहीद गंज साहिब के सुंदर दृश्य

गुरूद्वारा शहीदगंज साहिब बाबा दीप सिंह पंजाब हिस्ट्री इन हिन्दी

गुरुद्वारा शहीदगंज साहिब बाबा दीप सिंह जी सिक्खों की तीर्थ नगरी अमृतसर में स्थित है। गुरूद्वारा शहीदगंज साहिब वह जगह है जहाँ बाबा दीप सिंह जी ने अन्य सिंह साथियों के साथ मिलकर श्री हरमंदिर साहिब का अनादर कर रही मुगल सेना से लड़ते हुए शहादत हासिल की। महान सिख विद्वान और शहीद बाबा दीप सिंह उस समय बुरी तरह से घायल हो गए…

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