Read more about the article मिनिकॉय द्वीप के निवासी और उनका जनजीवन
मिनिकॉय द्वीप

मिनिकॉय द्वीप के निवासी और उनका जनजीवन

मिनिकॉय द्वीप भारत के लक्ष्यद्वीप समूह का सबसे बड़ा द्वीप है, यह एक ऐसा रमणीक प्रदेश है। जिसकी हर चीज़ में एक अनोखापन झलकता प्रतीत होता है। अनेक भारत वासी ऐसे भी हैं, जिन्होंने सम्भवत: इस द्वीप का नाम तक न सुना हो। अपने देश के इस आश्चर्यजनक भाग से अभी करोड़ों भारत वासी पूर्ण रूप से अपरिचित हैं। वास्तव में यह द्वीप विशाल-भारत…

Continue Readingमिनिकॉय द्वीप के निवासी और उनका जनजीवन
Read more about the article अंडमान निकोबार की आदिवासी जनजाति व निवासी
अंडमान निकोबार की आदिवासी जनजाति

अंडमान निकोबार की आदिवासी जनजाति व निवासी

अंडमान निकोबार भारत के दक्षिण-पूर्व में स्थित बंगाल की खाडी के बीच अनेक छोटे छोटे द्वीपों का एक समूह है। वास्तव में यह द्वीप-समूह एक अत्यन्त रमणीक स्थल का अनुभव कराते हैं, और केवल इतना ही नहीं, अपितु इनकी गोद में प्राकृतिक धन के इतने बहुमूल्य कोष छिपे हैं, जिनका यदि ठीक उपयोग किया जाये तो यह द्वीप किसी प्रकार भी एक स्वर्ग से…

Continue Readingअंडमान निकोबार की आदिवासी जनजाति व निवासी
Read more about the article बैगा जनजाति का इतिहास, रिति रिवाज, देवता, जनजीवन
बैगा जनजाति

बैगा जनजाति का इतिहास, रिति रिवाज, देवता, जनजीवन

बैगा प्रदेश वास्तव में मध्य भारत के दक्षिणी प्रदेश को कहते है। बैगा जनजाति मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ राज्यो में वास करती है। बैगा जनजाति के अतिरिक्त गोंड जाति के लोगों का भी यहीं वास है। यह दोनों जातियां भारत के उन आदिवासियों के अवगेष हैं, जो आर्य-युग में भी भारत में रहते थे। भील, द्रविड, गोंड आदि सभी जातियां उन्हीं प्राचीन भारत-वासियों की…

Continue Readingबैगा जनजाति का इतिहास, रिति रिवाज, देवता, जनजीवन
Read more about the article उरांव जनजाति का इतिहास, परिचय, संस्कृति
उरांव जनजाति

उरांव जनजाति का इतिहास, परिचय, संस्कृति

उरांव जनजाति का प्रदेश झारखंड राज्य के दक्षिण पश्चिम में सोन महा नदी के आस पास के पहाड़ों के आंचल में है,जिसमें रांची, हज़ारीबाग आदि कई ज़िले सम्मिलित हैं। यह सारा प्रदेश घोर वनों से घिरा हुआ है कि यहां की शोभा देखते ही बन पड़ती है इसके अतिरिक्त 'कोयल' तथा “स्वर्ण रेखा' नाम की दो बरसाती नदियां भी इस क्षेत्र की शोभा को…

Continue Readingउरांव जनजाति का इतिहास, परिचय, संस्कृति
Read more about the article संथाल जनजाति का इतिहास रिति रिवाज व खानपान
संथाल जनजाति

संथाल जनजाति का इतिहास रिति रिवाज व खानपान

टाटा नगर तथा रांची के समीप के क्षेत्र को हीं संथाल प्रदेश कहते हैं, वैसे यह इलाका वीर-भूमि के नाम से विख्यात है। पर्वतों के आंचल में मचलता हुआ यह प्रदेश भी न जाने कब के आदिवासियों से भरा पड़ा है, जो कि संथाल जनजाति के नाम से प्रसिद्ध हैं। रांची तथा टाटा नगर जैसे भारत के प्रसिद्ध नगरों में इन्हें परिश्रम करते हुए…

Continue Readingसंथाल जनजाति का इतिहास रिति रिवाज व खानपान
Read more about the article किन्नर जनजाति हिमाचल का जनजीवन और इतिहास
किन्नर जनजाति हिमाचल

किन्नर जनजाति हिमाचल का जनजीवन और इतिहास

शिमला से लद्दाख की ओर जाने वाली सड़क के साथ साथ भारत का सीमा प्रद्रेश ही किन्नर प्रदेश कहलाता है। मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश का किन्नौर जिले का क्षेत्र इनका मुख्य निवास है भारत के प्राचीन धर्म ग्रन्थों में किन्नर प्रदेश का नाम प्रायः आता है, यह वही आदर्श-भूमि है। आज हमें इस प्रदेश के बारे में उतनी जानकारी नहीं है। जितनी प्राचीन…

Continue Readingकिन्नर जनजाति हिमाचल का जनजीवन और इतिहास
Read more about the article भोटिया जनजाति कहां पाई जाती जनजीवन और इतिहास
भोटिया जनजाति

भोटिया जनजाति कहां पाई जाती जनजीवन और इतिहास

भोट प्रदेश भारत की उत्तरी सीमा पर स्थित वह हिमखण्ड है, जहां तिब्बत की दक्षिणी सीमा भारत की उत्तरी सीमा का स्पर्श करती है। वर्ष के अधिक मास यहां बर्फ के तूफ़ानों में ही बीतते हैं। घोर वनों तथा पथरीली चट्टानों से ढका हुआ यह प्रदेश उजाड़ तो नहीं कहा जा सकता, परन्तु फिर भी इसके सम्बन्ध में यह कह देना अनुचित न होगा, कि…

Continue Readingभोटिया जनजाति कहां पाई जाती जनजीवन और इतिहास
Read more about the article जाड़ जनजाति उत्तराखंड जनजीवन और इतिहास
जाड़ जनजाति

जाड़ जनजाति उत्तराखंड जनजीवन और इतिहास

जाड़ प्रदेश भारत के उत्तर में टिहरी गढ़वाल तथा तिब्बत के मध्य में से बहने वाली जाड़़ गंगा का प्रदेश है। ऊंचाई की दृष्टि में यह प्रदेश लगभग 11000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। इसलिये शीत काल में कुछ महीनों के लिये बर्फ़ भी पड़ जाती है। इस प्रदेश में हर और पत्थरीली चट्टानें ही दीख पड़ती हैं। जलवायु भी यहां का शुष्क है।…

Continue Readingजाड़ जनजाति उत्तराखंड जनजीवन और इतिहास
Read more about the article खस जनजाति कहां की है और जनजाति का बहुपति विवाह
खस जनजाति

खस जनजाति कहां की है और जनजाति का बहुपति विवाह

खस जनजाति वास्तव में भारत के उत्तराखंड राज्य, हिमाचल, तथा नेपाल के क्षेत्रों में निवास करती हैं। इसमें कुमाऊ गढ़वाल आदि पर्वतों के आस पास का ही क्षेत्र सम्मिलित है। वास्तव में यह प्रदेश बड़ा ही रमणीक तथा प्राकृतिक सौन्दर्य का भण्डार है। जिन लोगों ने कभी इस प्रदेश की यात्रा की है, वे अवश्य ही इस के सौन्दर्य का गुणगान किये बिना नहीं रह…

Continue Readingखस जनजाति कहां की है और जनजाति का बहुपति विवाह
Read more about the article थारू जनजाति की उत्पत्ति – थारू जनजाति का इतिहास
थारू जनजाति

थारू जनजाति की उत्पत्ति – थारू जनजाति का इतिहास

न जाने इस पृथ्वी पर कितने मनुष्य बसते हैं। संसार का तनिक भ्रमण कर देखिये, थोड़े थोड़े अंतर पर ही अनोखा मानव, उसका अनोखा समाज तथा उसका आश्चर्यजनक स्वभाव आपको चकित करता चलेगा। यहां तक कि एक ही जननी की कोख से उत्पन्न हुये दो भाई यदि एक दूसरे से बिछड़ कर विभिन्‍न प्रदेशों में रहने लगें, तो उन में भी कुछ दिनों के…

Continue Readingथारू जनजाति की उत्पत्ति – थारू जनजाति का इतिहास
Read more about the article खासी जनजाति का जनजीवन और रहन सहन
खासी जनजाति

खासी जनजाति का जनजीवन और रहन सहन

इस जगत में अनेक प्रकार के मनुष्य रहते हैं, न जाने कितनी प्रकार के तो उनके वर्ण है। कोई गोरा, कोई काला, कोई गेहुँआ तो कोई साँवला कोई ताँबे जैसे वर्ण का, तो कोई पीतल वर्ण का। इन की कोई गिनती नहीं। हमारा भारत भी अनगणित जातियों का देश है। खासी जनजाति भी एक विचित्र प्रकार को पहाड़ी-जाति है। इन का प्रदेश वास्तव में शीलांग…

Continue Readingखासी जनजाति का जनजीवन और रहन सहन
Read more about the article कलादान नदी प्रदेश – जहां बसती है कुत्ते का मांस खाने वाली जनजाति
कलादान नदी प्रदेश

कलादान नदी प्रदेश – जहां बसती है कुत्ते का मांस खाने वाली जनजाति

यह संसार कैसा विचित्र है इस में अनेक प्रकार के मनुष्य तथा भांति भांति की जन जातियां देखने को मिलती हैं। कैसे कैसे उनके रंग, कैसे कैसे वेश तथा प्रकार दिखाई देंगे यहां तक कि प्रत्येक गांव की भाषा, रहन-सहन, तथा खान-पान में भी थोड़ा बहुत अन्तर अवश्य पाया जाता है। जाने कितनी प्रकार के उनके समाज हैं और समाजों के रीति रिवाजों में…

Continue Readingकलादान नदी प्रदेश – जहां बसती है कुत्ते का मांस खाने वाली जनजाति
Read more about the article अराकान योमा की आदिवासी खोंग व चकमा जनजाति
अराकान योमा की जनजाति

अराकान योमा की आदिवासी खोंग व चकमा जनजाति

अराकान योमा भारत की उत्तर-पूर्वी सीमाओं पर वर्मा राज्य के साथ साथ फैला घोर वनों से पटा हुआ एक पहाड़ी प्रदेश है। वर्षा के दिनों में इन पर्वतों पर इतनी अधिक वर्षा होती है, कि सभी यातायात के साधन रुक जाते हैं। घोर वनों के कारण मार्ग इतने कठिन हैं, कि एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना बड़ा असम्भव प्रतीत होता है। घने जंगलों…

Continue Readingअराकान योमा की आदिवासी खोंग व चकमा जनजाति
Read more about the article कुकी जनजाति कहां पाई जाती है और जनजीवन
कुकी जनजाति

कुकी जनजाति कहां पाई जाती है और जनजीवन

लुशाई हिल्स आसाम, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर की उत्तरी सीमान्त पर फैला हुआ एक पहाड़ी क्षेत्र है। घोर वनों के कारण यहां के मार्ग बड़े ही भयानक हैं। वर्षा इतनी अधिक होती है, कि इस प्रदेश में एक स्थान से दूसरे पर जाना कठिन हो जाता है। यहां के पुराने रहने वाले मनुष्य इन परिस्थितियों से हिल मिल गये हैं। इसलिये उन्हें तो सम्भवतः इसी में…

Continue Readingकुकी जनजाति कहां पाई जाती है और जनजीवन
Read more about the article नागा जनजाति के जनजीवन बारे में जानकारी
नागा जनजाति

नागा जनजाति के जनजीवन बारे में जानकारी

नागा प्रदेश भारत की उत्तर-पूर्वी सीमाओं पर स्थित है। यह एक जगत-विख्यात पहाड़ी प्रदेश है। सारे संसार में प्रसिद्ध होते हुए भी यह प्रदेश हमारे लिये आश्चर्य का विषय बना हुआ है। यहां के नागा जनजाति के निवासी बहुत पिछड़े हुए हैं। इन्सान होकर भी वे हिंसक बने हुए हैं। भारत जैसी देव-भूमि पर जन्म लेकर भी वे अब तक उन्नति के पथ पर अग्रसर…

Continue Readingनागा जनजाति के जनजीवन बारे में जानकारी
Read more about the article मैतेई समुदाय कौन है तथा मैतेई जाति का इतिहास
मैतेई समुदाय

मैतेई समुदाय कौन है तथा मैतेई जाति का इतिहास

वैसे तो मणिपुर में अनेक जातियां जनजातियां बस्ती है किन्तु मणिपुर प्रदेश के असली निवासियों को मैतेई कहा जाता है। जो हिन्दू धर्म से संबंध रखते हैं। वैसे तो इन लोगों की सक्लें चीनी लोगों की भांति ही होती हैं परन्तु इन का डील डौल उनकी तरह नाटे कद का नहीं होता। अपितु यह भारत के अन्य आर्य वंशजों की भांति ही उच्च तथा बलिष्ठ…

Continue Readingमैतेई समुदाय कौन है तथा मैतेई जाति का इतिहास