Pouri gardhwal tourist place near pauri garhwal उत्तराखण्ड के पौडी गढवाल जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल व धार्मिक स्थल देव भूमि उत्तराखण्ड यात्रा Naeem Ahmad, May 26, 2017February 17, 2023 उत्तराखण्ड का पौडी गढवाल जिला क्षेत्रफल के हिसाब से उत्तरांचल का तीसरा सबसे बडा जिला है । pouri gardhwal tourist place पौडीगढवाल जिले का क्षेत्रफल 5399 वर्ग किलोमीटर है। इस जिले मै पौडी, श्रीनगर, कोटद्धार, लैंसडाउन, दुगड्डा, देवप्रयाग जैसे प्रमुख शहर आते है। पौडीगढवाल जिले का मुख्यालय पौडी शहर है यह जिला केदारनाथ व पौडी गढवाल जिले के अन्तर्गत कुछ सुंदर दृश्य बद्रीनाथ यात्रा का प्रवेशद्धार भी माना जाता है। तथा सौंदर्य की दृष्टि से भी यह काफी महत्वपूर्ण जिला है। पौडी गढवाल में पर्यटन तथा धार्मिक स्थलो की कोई कमी नही है। पौडीगढवाल जिले की सीमा उत्तराखण्ड के टिहरीगढवाल,रूद्रप्रयाग,चमोली,अल्मोडा,नैनीताल,देहरादून,हरिद्धार तथा उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की सीमा से मिली हुई है। (पौडी शहर) इस मनोरम स्थल से हिमशिखर के सुंदर नजारे पर्यटकों को आकर्षित करते है। कांडोलिया:- पौडी से 2 किमी की दूरी पर लैंसडाउन मार्ग पर स्थित यह स्थान कांनडोलिया देवता मंदिर के लिए प्रसिद है। चौखंबा व्यूप्वाइंट:- यहाम से चौखंबा पर्वत शिखर एंव इदवाल घाटी के सुंदर दृश्य दिखाई पडते हैै। यह स्थान पौडी से 4 किमी की दूरी पर स्थित है। क्यूकालेश्वर महादेव:- यहां 8वी शताब्दी में निर्मित भगवान शिव का प्राचीन मंदिर स्थित है। मंदिर से हिमाच्छादित पर्वत श्रृंखलाओ के दृश्य देखने योग्य है। अद्धानी:- पौडी से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह एक पिकनिक स्पॉट है। खिरसु:- इस प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण स्थल से हिमालय की बर्फीली चोटियो का सुंदर नजारा देखने को मिलता है। खिरसु प्राचीन घंडियाल देवता के मंदिर के लिए भी जाना जाता है। निकट में देवदार के घने जंगल और सेबो के बागीचे भी पर्यटको को आकर्षित करते है। पौडी से खिरसु की दूरी 19किमी है। ज्वालादेवी मंदिर:- यह पवित्र तीर्थ स्थल पौडी कोटद्धार मार्ग पर स्थित है। नवरात्रो के समय यहां पर भारी संख्या में तीर्थ यात्री मंदिर में दर्शन के लिए आते है।पौडी से ज्वाला देवी की दूरी 34 किमी है। ताराकुंड:- इस मनोरम स्थल पर सुंदर झील और प्राचीन मंदिर स्थित है। यहां पर तीज का त्यौहार भी मनाया जाता है। देहरादून जिले के पर्यटन स्थल टिहरी जिले के पर्यटन स्थल अल्मोडा जिले के पर्यटन स्थल Contents1 Pauri gardhwal tourist place1.1 Tourist place near pauri garhwal1.1.1 Utrakhand tourist place in pauri garhwal1.1.1.1 पौडी गढवाल के प्रर्यटन स्थल1.1.1.2 पौडी गढवाल के प्रमुख मंदिर1.1.1.2.1 Tourist place near kotdawar Pouri gardhwal tourist place Utrakhand tourist place near kotdawar कोटद्धार पर्यटन स्थल1.1.1.2.1.1 Utrakhand tourist place near shrinagar Pouri gardhwal tourist place near shrinagar Tourist place near shrinagar utrakhand श्रीनगर व आस पास के पर्यटन स्थल1.1.1.2.1.2 Pouri gardhwal पौडी गढवाल कैसे पहुँचे1.1.2 उत्तराखंड पर्यटन पर आधारित हमारे यह लेख भी जरूर पढ़ें Pauri gardhwal tourist place Tourist place near pauri garhwal Utrakhand tourist place in pauri garhwal पौडी गढवाल के प्रर्यटन स्थल पौडी गढवाल के प्रमुख मंदिर कोटद्धार:- कोटद्धार पौडी से 108 किमी तथा उत्तर प्रदेश के नजीबाबाद से 25 किमी की दूरी पर स्थित है। तथा रेल व सडक मार्ग से जुडा हुआ है। सिद्धबली मंदिर:- यह प्रसिद हनुमान जी का मंदिर का मंदिर तीर्थ यात्रियो को आकर्षित करता है। सिद्धबली मंदिर की कोटद्धार से दूरी 4 किमी है। दुर्गादेवी मंदिर:- Pouri gardhwal tourist place यह कोटद्धार नगर का दूसरा प्रमुख मंदिर है। भारत नगर:- Pouri gardhwal tourist place कोटद्धार से भारत नगर की दूरी 22 किमी है। यहां से गंगा पर स्थित बालावाली पुल कालागढ बांध और कोटद्धार के सुंदर नजारे दिखाई पडते है। कालागढ:- Pouri gardhwal कोटद्धार से 48 किमी की दूरी पर कालागढ स्थित है। यह प्राकृतिक सुंदरता और राम गंगा नदी पर स्थित बांध के लिए जाना जाता है। यहा स्थित बांध देखने योग्य है। Tourist place near kotdawar Pouri gardhwal tourist place Utrakhand tourist place near kotdawar कोटद्धार पर्यटन स्थल कांवाश्रम:- माना जाता है कि यहा ऋषि विश्वामित्र कठोर तपस्या कर रहे थे। तब भगवान इंद्र ने उनकी तपस्या भंग करने के लिए अप्सरा मेनका को भेजा था कोटद्धार से कांवाश्रम की दूरी 14 किमी है। श्री कोटेश्वर महादेव:- यहां कोटेश्वर महादेव की स्थिति अनादिकाल से मानी जाती है। इस स्थान पर शंकराचार्य तथा त्रोटकाचार्य की कोई स्मृति न देखकर स्वामी गिरीशानंद जी ने मंदिर और आश्रम की स्थापना की थी। इस मंदिर में गर्भगृह के बीच में प्राकृतिक शिवलिंग है। इस पर सर्प के फन की छाया की गई है। लिंग के चारो ओर पंचदेव सूर्य, विष्णु, हनुमान, गणेश तथा पार्वती की मूर्तियां है। गर्भगृह के चारो ओर परिक्रमा रूप बरांडा है। यह स्थल कावाश्रम के करीब ही स्थित है। मेदनपुरी देवी:- यह पवित्र स्थल ऋषिकेश से 37 किलोमीटर की दूरी पर है। यहाँ स्थित माता मेदनपुरी देवी का मंदिर एक सिद्धपीठ है। यहां नवरात्रो में भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है। ताडकेशवर महादेव:- यहां स्थित भगवान शिव का मंदिर देवदार और चीड के घने वनो से घिरा हुआ है। शिवरात्री पर यहां विशेष पूजा अर्चना की जाती है। Utrakhand tourist place lancedown Pouri gardhwal tourist place lanecedown लैंसडाउन:- यह प्रसिद पर्वतीय स्थान पौडी से 81 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां का शांत और सुंदर वातावरण पर्यटको को अनायास ही ओर आकर्षित करता है। Utrakhand tourist place near shrinagar Pouri gardhwal tourist place near shrinagar Tourist place near shrinagar utrakhand श्रीनगर व आस पास के पर्यटन स्थल श्रीनगर:- केदारनाथ और बद्रीनाथ यात्रा के मार्ग में श्रीनगर एक मुख्य स्थान है। प्राचीन समय में यह नगर गढवाल की राजधानी रहा है। यह अलकनंदा नदी के बांए तट पर स्थित है। ऋषिकेश से श्रीनगर की दूरी 108 किलोमीटर उत्तर पूर्व दिशा में है। गढवाल के राजाओ ने इसको अपनी राजधानी बनाया था। वर्तमान समय में भी इसका महत्व अधिक हो गया है। गढवाल का केन्द्रीय स्थान होने के कारण श्रीनगर को सभी प्रमुख स्थानो से मोटर मार्ग दारा जोडा गया है। इसके बारे में पौराणिक कथा प्रसिद है। कि सत्यसंध नामक राजा ने कोलासुुर को पराजित करने के लिए एक पाषाण शिला पर श्रीविधा यंत्र की स्थापना की थी। केशोराय मठ:- कमलेश्वर पीठ से उत्तर पूर्व दिशा मे अलकनंदा के तट पर केशोराय मठ है। इस मंदिर की रचना राजा महीपतिशा के समय केशोराय ने कराई थी। कमलेश्वर मंदिर:- कमलेश्वर को शिव का अति महत्वशाली पीठ माना जाता है। यह श्रीनगर का सबसे प्रसिद महत्वपूर्ण और लोकप्रीय मंदिर है। शंकर मठ:- यह श्रीनगर से 3 किलोमीटर की दूरी पर है। वैष्णवी शिला के कुछ ऊपर शंकर मठ नामक प्राचीन मठ है। पुराणो मे इसको अश्वतीर्थ कहा गया है। लक्ष्मी के साथ विष्णु यहां सदैव निवास करते है। प्राचीन समय में शंकराचार्य की प्रेरणा से इस मंदिर की स्थापना हुई थी। देवलगढ:- श्रीनगर से 19 किलोमीटर की दूरी पर है। देवलगढ को श्रीनगर की सीमाओ के अंदर माना जाता है। प्राचीन समय में यह स्थान श्रीनगर से बद्रीनाथ की पैदल यात्रा के मार्ग में पडता था। Pouri gardhwal पौडी गढवाल कैसे पहुँचे हवाई मार्ग- पौडी से निकतम हवाई अड्डा जौली ग्रांट 155 किलोमीटर की दूरी पर है। रेल मार्ग- पौडी से निकटतम रेलवे स्टेशन कोटद्धार 108 किमी दूर है। सडक मार्ग- पौडी सडक मार्ग से जुडा है। उत्तराखंड पर्यटन पर आधारित हमारे यह लेख भी जरूर पढ़ें दार्जिलिंग के पर्यटन स्थल – दार्जिलिंग पर्यटन के बारे में दार्जिलिंग हिमालय पर्वत की पूर्वोत्तर श्रृंखलाओं में बसा शांतमना दार्जिलिंग शहर पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेता गणतंत्र दिवस परेड गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है । अगर पर्यटन की मांउट आबू के पर्यटन स्थल – माउंट आबू दर्शनीय स्थल पश्चिमी राजस्थान जहाँ रेगिस्तान की खान है तो शेष राजस्थान विशेष कर पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान की छटा अलग और शिमला(सफेद चादर ओढती वादियाँ) शिमला के दर्शनीय स्थल बर्फ से ढके पहाड़ सुहावनी झीलें, मनभावन हरियाली, सुखद जलवायु ये सब आपको एक साथ एक ही जगह मिल सकता नेपाल के पर्यटन स्थल – nepal tourist place information in hindi हिमालय के नजदीक बसा छोटा सा देश नेंपाल। पूरी दुनिया में प्राकति के रूप में अग्रणी स्थान रखता है । नैनीताल( सुंदर झीलों का शहर) नैनीताल के दर्शनीय स्थल देश की राजधानी दिल्ली से लगभग 300किलोमीटर की दूरी पर उतराखंड राज्य के कुमांऊ की पहाडीयोँ के मध्य बसा यह मसूरी (पहाड़ों की रानी) मसूरी टूरिस्ट पैलेस – masoore tourist place उतरांचल के पहाड़ी पर्यटन स्थलों में सबसे पहला नाम मसूरी का आता है। मसूरी का सौंदर्य सैलानियों को इस कदर कुल्लू मनाली के पर्यटन स्थल – कुल्लू मनाली पर्यटक का स्वर्ग कुल्लू मनाली पर्यटन :- अगर आप इस बार मई जून की छुट्टियों में किसी सुंदर हिल्स स्टेशन के भ्रमण की हरिद्वार ( मोक्षं की प्राप्ति) haridwar sapt puri teerth in hindi उतराखंड राज्य में स्थित हरिद्धार जिला भारत की एक पवित्र तथा धार्मिक नगरी के रूप में दुनियाभर में प्रसिद्ध है। गोवा( बीच पर मस्ती) goa tourist place information in hindi भारत का गोवा राज्य अपने खुबसुरत समुद्र के किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिए जाना जाता है ।गोवा क्षेत्रफल के जोधपुर ( ब्लू नगरी) jodhpur blue city – जोधपुर का इतिहास जोधपुर का नाम सुनते ही सबसे पहले हमारे मन में वहाँ की एतिहासिक इमारतों वैभवशाली महलों पुराने घरों और प्राचीन पतंजलि योग पीठ – patanjali yog peeth – योग जनक हरिद्वार जिले के बहादराबाद में स्थित भारत का सबसे बड़ा योग शिक्षा संस्थान है । इसकी स्थापना स्वामी रामदेव द्वारा खजुराहो का मंदिर (कामुक कलाकृति) kamuk klakirti khujraho अनेक भसाव-भंगिमाओं का चित्रण करने वाली मूर्तियों से सम्पन्न खजुराहो के जड़ पाषाणों पर चेतनता भी वारी जा सकती है। लाल किला किसने बनवाया – लाल किले का इतिहास और तथ्य यमुना नदी के तट पर भारत की प्राचीन वैभवशाली नगरी दिल्ली में मुगल बादशाद शाहजहां ने अपने राजमहल के रूप जामा मस्जिद दिल्ली का इतिहास- jama masjid dehli history in hindi जामा मस्जिद दिल्ली मुस्लिम समुदाय का एक पवित्र स्थल है । सन् 1656 में निर्मित यह मुग़ल कालीन प्रसिद्ध मस्जिद दुधवा नेशनल पार्क – doodhwa national park उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद के पलिया नगर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दुधवा नेशनल पार्क है। पीरान कलियर शरीफ – दरगाह करियर शरीफ – कलियर दरगाह का इतिहास पाक पीरान कलियर शरीफ उतराखंड के रूडकी से 4किमी तथा हरिद्वार से 20 किमी की दूरी पर स्थित पीरान कलियर सिद्धबली मंदिर – सिद्धबली मंदिर का इतिहास – sidhbali tample सिद्धबली मंदिर उतराखंड के कोटद्वार कस्बे से लगभग 3किलोमीटर की दूरी पर कोटद्वार पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर भव्य सिद्धबली मंदिर राधा कुंड यहाँ मिलती है संतान सुख प्राप्ति – radha kund mthura राधा कुंड :- उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर को कौन नहीं जानता में समझता हुं की इसका परिचय कराने की सोमनाथ मंदिर का इतिहास somnath tample history in hindi भारत के गुजरात राज्य में स्थित सोमनाथ मदिर भारत का एक महत्वपूर्ण मंदिर है । यह मंदिर गुजरात के सोमनाथ जिम कार्बेट नेशनल पार्क jim corbet national park information in hindi जिम कार्बेट नेशनल पार्क उतराखंड राज्य के रामनगर से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्क भारत का अजमेर शरीफ दरगाह ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती ajmer dargaah history in hindi भारत के राजस्थान राज्य के प्रसिद्ध शहर अजमेर को कौन नहीं जानता । यह प्रसिद्ध शहर अरावली पर्वत श्रेणी की Jammu kashmir tourist place जम्मू कश्मीर टूरिस्ट पैलेस जानकारी हिन्दी में जम्मू कश्मीर भारत के उत्तरी भाग का एक राज्य है । यह भारत की ओर से उत्तर पूर्व में चीन वैष्णो देवी यात्रा माँ वैष्णो देवी की कहानी veshno devi history in hindi जम्मू कश्मीर राज्य के कटरा गाँव से 12 किलोमीटर की दूरी पर माता वैष्णो देवी का प्रसिद्ध व भव्य मंदिर मानेसर झील ऐसा लगता है पानी कम मछलियां ज्यादा मानेसर झील या सरोवर मई जून में पडती भीषण गर्मी चिलचिलाती धूप से अगर किसी चीज से सकून व राहत हुमायूं का मकबरा मुगलों का कब्रिस्तान humanyu tomb history in hindi भारत की राजधानी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन तथा हजरत निजामुद्दीन दरगाह के करीब मथुरा रोड़ के निकट हुमायूं का मकबरा स्थित है। कुतुबमीनार का इतिहास Qutab minar history in hindi पिछली पोस्ट में हमने हुमायूँ के मकबरे की सैर की थी। आज हम एशिया की सबसे ऊंची मीनार की सैर करेंगे। जो Lotus tample history in hindi कमल मंदिर एशिया का एक मात्र बहाई मंदिर भारत की राजधानी के नेहरू प्लेस के पास स्थित एक बहाई उपासना स्थल है। यह उपासना स्थल हिन्दू मुस्लिम सिख Akshardham tample history in hindi स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर पिछली पोस्ट में हमने दिल्ली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कमल मंदिर के बारे में जाना और उसकी सैर की थी। इस पोस्ट Charminar history in hindi- चारमीनार का इतिहास प्रिय पाठकों पिछली पोस्ट में हमने दिल्ली के प्रसिद्ध स्थल स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर के बारे में जाना और उसकी सैर 1 2 3 … 42 Next » भारत के पर्यटन स्थल भारत के हिल्स स्टेशन Hill station near dehliउत्तराखंड पर्यटनहिल स्टेशन