Read more about the article न्यूट्रॉन तारें की खोज किसने की थी – आकाशगंगा में दूसरी सभ्यता के संकेत
न्यूट्रॉन तारें

न्यूट्रॉन तारें की खोज किसने की थी – आकाशगंगा में दूसरी सभ्यता के संकेत

सन्‌ 1961 की बात है। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की खगोल वेधशाला में प्रोफेसर एंथोनी ह्यूइश के साथ काम कर रहे उनके एक सहयोगी जोसलीन बैन ने पाया कि अचानक वेधशाला के संवेदनशील यंत्रों को कही से रेडियो संकेत मिल रहे हैं। ये संकेत 1.3 सेकंड के अंतर पर लगातार आ रहे थे और इनकी यह आवृत्ति बिल्कुल निश्चित थी। इस खोज के बारे में जिसने सुना…

Continue Readingन्यूट्रॉन तारें की खोज किसने की थी – आकाशगंगा में दूसरी सभ्यता के संकेत
Read more about the article अंकगणित किसे कहते है — अंकगणित की खोज कैसे हुई
प्राचीन अंकगणित प्राणली

अंकगणित किसे कहते है — अंकगणित की खोज कैसे हुई

जो अंकगणित प्रणाली आज संसार में प्रचलित है, उसे विकसित और पूर्ण होने मे शताब्दियां लगी है। यद्यपि इसका आविष्कार और प्रयोग, भारत की कुछ गणित पुस्तकों में, ईसा की प्रथम 'शताब्दी में ही मिलता है, किन्तु भारत में भी जनसाधारण के बीच इसका प्रचलन ईसा की छठी शताब्दी तक नहीं हुआ था। भारत से यह प्रणाली अरब देशों में गयी, इसीलिए अरबी में…

Continue Readingअंकगणित किसे कहते है — अंकगणित की खोज कैसे हुई
Read more about the article प्लास्टिक की खोज किसने की – प्लास्टिक कितने प्रकार की होती है तथा उपयोग
प्लास्टिक

प्लास्टिक की खोज किसने की – प्लास्टिक कितने प्रकार की होती है तथा उपयोग

प्लास्टिक का अर्थ है- सरलता से मोड़ा जा सकने बाला। सबसे पहले प्लास्टिक की खोज अमेरिका के एक वैज्ञानिक जान बैसली होडपेट ने सन्‌ 1865 में की। आरंभ में इस पदार्थ को सेल्यूलाइड नाम से जाना जाता था। अब भी यह नाम कहीं-कहीं प्रचलन में है। सेल्यूलाइड की खोज के बाद प्लास्टिक की अनेक किस्मों की खोज हुई और इनसे तरह-तरह के उपयोगी सामान बनने…

Continue Readingप्लास्टिक की खोज किसने की – प्लास्टिक कितने प्रकार की होती है तथा उपयोग
Read more about the article रबड़ की खोज किसने की – रबड़ कैसे बनता है तथा उत्पादक देश
रबड़ कैसे बनती है

रबड़ की खोज किसने की – रबड़ कैसे बनता है तथा उत्पादक देश

रबड़ आधुनिक सभ्यता की बहुत बड़ी आवश्यकता है। यदि हम रबर को एकाएक हटा लें, तो आज की सभ्यता पंगु हो जाएगी।प्रारंभ में, पेंसिल के निशान मिटाने के इसके गुण के कारण प्रीस्टले ने सन् 1770 में इसका नाम 'घिसने वाला' अर्थात्‌ 'रबड़' रखा। चूंकि सर्वप्रथम यह अमेरिका में पाया गया, (जहां के मूल निवासियों को इण्डियन कहते थे) 'इण्डियन शब्द को भी इसके…

Continue Readingरबड़ की खोज किसने की – रबड़ कैसे बनता है तथा उत्पादक देश
Read more about the article उल्कापिंड किसे कहते है – उल्कापिंड के बारें में जानकारी
उल्कापिंड

उल्कापिंड किसे कहते है – उल्कापिंड के बारें में जानकारी

हवार्ड वेधशाला (अमेरिका) के प्रसिद्ध खगोलशास्त्री ह्विपल ने उल्कापिंड की खोज की तथा उन्होंने इसके प्रकुति-गुण, आकार, गति पर अनेक खोजें की हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि टूटते हुए तारे वस्त॒तः तारें न होकर छोटे आकाशीय पिण्ड होते हैं। खगोल विज्ञान मे इन्हें 'उल्का' के नाम से सम्बोधित किया गया है। जब कोई उल्का पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करती है, तो अपनी…

Continue Readingउल्कापिंड किसे कहते है – उल्कापिंड के बारें में जानकारी
Read more about the article निऑन गैस की खोज किसने की – निऑन की परिभाषा वह उपयोग
निऑन गैस

निऑन गैस की खोज किसने की – निऑन की परिभाषा वह उपयोग

निऑन गैस के बढ़ते हुए उपयोग ने इसकी महत्ता को बढा दिया है। विज्ञापन हेतु भिन्न रंग के जो चमकदार ट्यूब उपयोग में आते है, वे प्राय: इसी गैस से भरे रहते हैं। यह गैस वायुमंडल में पाई जाती है, पर इसकी मात्रा इतनी कम है कि उसको सरलता से विलग नहीं किया जा सकता। यह वायु के लगभग 65,000 आयतन में केबल एक…

Continue Readingनिऑन गैस की खोज किसने की – निऑन की परिभाषा वह उपयोग
Read more about the article ध्वनि तरंगों की प्रकृति क्या होती है तथा आवाज की गति की खोज
ध्वनि तरंगें

ध्वनि तरंगों की प्रकृति क्या होती है तथा आवाज की गति की खोज

हमारे आसपास हवा न हो, तो हम किसी भी प्रकार की आवाज नहीं सुन सकते, चाहे वस्तुओं में कितना ही कंपन क्‍यों न होता रहे। निस्संदेह पानी में रहने वाले वे जीव, जिनके कान हाते हैं, जल में चलने वाली ध्वनि की लहरों से कुछ आवाजों को जरूर सुन सकते हैं। पर हमारे कानों के परदे केवल हवा या किसी गैस से ही स्पर्श…

Continue Readingध्वनि तरंगों की प्रकृति क्या होती है तथा आवाज की गति की खोज
Read more about the article धातुओं की खोज किसने की थी – धातुओं की प्राप्ति कब हुई
धातुओं की खोज

धातुओं की खोज किसने की थी – धातुओं की प्राप्ति कब हुई

वास्तव में वर्तमान सभ्यता की आधाराशिला उस समय रखी गई जब धातु के बने पात्र, हथियार तथा अन्य उपकरणों का मानव-जीवन मे समावेश हुआ। धातुओं की ओर मनुष्य का ध्यान उनकी उपादेयता, दीर्घकालीन मजबूती तथा अन्य गुणों के कारण आकृष्ट हुआ। इन वैभवशाली नगरों के कारीगर धातुओं की खोज में भटकते रहे। इन पर्यटकों ने पारस्परिक विचार विनिमय द्वारा धातु कला का प्रसार किया।…

Continue Readingधातुओं की खोज किसने की थी – धातुओं की प्राप्ति कब हुई
Read more about the article रेडियो तरंगों की खोज किसने की – तारों से आने वाली रेडियो किरणें
रेडियो तरंगों की खोज

रेडियो तरंगों की खोज किसने की – तारों से आने वाली रेडियो किरणें

हम प्रतिदिन रेडियो सुनते है लेकिन हमने शायद ही कभी सोचा हो कि रेडियो सैकडों-हजारो मील दूर की आवाज तत्काल हम तक कैसे पहचा देता है। यह चमत्कार पूर्ण कार्य रेडियो तरंगें करती हैं, जिनकी खोज सर्वप्रथम अमेरिका के कार्ल गुंजे जांस्की ने की। उन्होंने अपने रिसीवर के माध्यम से तारो से आने वाली इन रेडियो तरंगों के कोलाहल की आवाज स्पष्ट सुनी थी। …

Continue Readingरेडियो तरंगों की खोज किसने की – तारों से आने वाली रेडियो किरणें
Read more about the article अवरक्त विकिरण की खोज किसने की – अवरक्त विकिरण का उपयोग
अवरक्त विकिरण

अवरक्त विकिरण की खोज किसने की – अवरक्त विकिरण का उपयोग

ब्रिटिश खगोलविद सर विलियम हर्शेल ने 19वीं शताब्दी के प्रारंभ में एक प्रयोग किया, जिसे अवरक्त विकिरण (infra red radiation) की खोज का श्रेय जाता है। हर्शेल ने स्पेक्ट्रोस्कोप की मदद से पहले सूर्य के श्वेत प्रकाश की उसके घटक रंगो में तोड़कर स्पेक्ट्रम प्राप्त किया और फिर थर्मामीटर जैसे उपकरणों को इन स्पेक्ट्रमों के साथ विभिन्‍न जगहों पर रखा। इन उपकरणों ने बताया कि…

Continue Readingअवरक्त विकिरण की खोज किसने की – अवरक्त विकिरण का उपयोग