Read more about the article श्रीरंगम का इतिहास – श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर
रंगनाथ स्वामी मंदिर श्रीरंगम

श्रीरंगम का इतिहास – श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर

श्रीरंगम भारत के तमिलनाडु राज्य में त्रिरुचिरापल्ली के पांच किलोमीटर उत्तर में कावेरी नदी की दो शाखाओं के बीच एक द्वीप के रूप में स्थित है। श्रीरंगम एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। यह स्थान यहां स्थित भारत के प्रमुख मंदिर श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। बड़ी संख्या में यहां श्रृद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। श्रीरंगम एक तीर्थ स्थान के रूप…

Continue Readingश्रीरंगम का इतिहास – श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर
Read more about the article वेल्लोर का इतिहास – महालक्ष्मी गोल्डन टेंपल वेल्लोर के दर्शनीय स्थल
वेल्लोर के पर्यटन स्थल

वेल्लोर का इतिहास – महालक्ष्मी गोल्डन टेंपल वेल्लोर के दर्शनीय स्थल

वेल्लोर यह शहर तमिलनाडु में कांचीपुरम के लगभग 60 किमी पश्चिम में है। यह पालर नदी के किनारे स्थित है। वेल्लोर एक ऐतिहासिक शहर है यह शहर यहां स्थित वेल्लोर महालक्ष्मी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, महालक्ष्मी मंदिर को गोल्डन टेंपल के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर 10 जुलाई सन् 1806 के वेल्लोर विद्रोह के लिए भी इतिहास के सुनहरे पन्नों में…

Continue Readingवेल्लोर का इतिहास – महालक्ष्मी गोल्डन टेंपल वेल्लोर के दर्शनीय स्थल
Read more about the article तंजौर का इतिहास – तंजौर का वृहदेश्वर मंदिर
तंजौर का मंदिर

तंजौर का इतिहास – तंजौर का वृहदेश्वर मंदिर

तंजौर जिसे तंजावुर के नाम से भी जाना जाता है, तमिलनाडु का प्रमुख धार्मिक और ऐतिहासिक शहर है। तंजौर का वृहदेश्वर मंदिर बहुत प्रसिद्ध मंदिर है, जिसके लिए इसे जाना जाता है। तंजौर दसवीं से चौदहवीं शताब्दी तक चोल शासकों की राजधानी रही। चोल राजा विजयालय ने पांड्य राजा से 850 ई० में तंजौर दूसरी बार छीनकर इसे अपनी राजधानी बनाया था। उसने यहाँ चोल…

Continue Readingतंजौर का इतिहास – तंजौर का वृहदेश्वर मंदिर
Read more about the article मदुरई का इतिहास – मदुरई के दर्शनीय स्थल
मदुरई मीनाक्षी मंदिर के सुंदर दृश्य

मदुरई का इतिहास – मदुरई के दर्शनीय स्थल

मदुरई या मदुरै यह शहर भारत के तमिलनाडु राज्य में वैगान नदी के किनारे स्थित है। यह दो ओर से यन्नई मलाई (हाथी पहाड़ी) और नाग मलाई (नाग पहाड़ी) से घिरा हुआ है। यन्नई मलाई 8 किमी लंबी है और एक लेटे हुए हाथी जैसी लगती है। मदुरई मथुरा का ही तमिल रूप है। मदुरै से तात्पर्य है मधुर शहर, ऐसा माना जाता है कि…

Continue Readingमदुरई का इतिहास – मदुरई के दर्शनीय स्थल
Read more about the article उरैयूर का इतिहास और पंचवर्णस्वामी मंदिर
उरैयूर का मंदिर

उरैयूर का इतिहास और पंचवर्णस्वामी मंदिर

उरैयूर ( Uraiyur/Woraiyur)भारत के तमिलनाडु में तिरुचिरापल्ली शहर का एक पॉश इलाका है। उरैयूर तिरुचिरापल्ली शहर का प्राचीन नाम था। अब, यह त्रिची शहर का सबसे व्यस्त क्षेत्र बन गया है। यह प्रारंभिक चोलों की राजधानी थी, जो प्राचीन तमिल देश के तीन प्रमुख राज्यों में से एक थे। उरैयूर का इतिहास और प्रमुख पंचवर्णस्वामी मंदिर अशोक के काल में चोलों का एक स्वतंत्र…

Continue Readingउरैयूर का इतिहास और पंचवर्णस्वामी मंदिर
Read more about the article जूनागढ़ का इतिहास – गिरनार पर्वत जूनागढ़
गिरनार पर्वत जूनागढ़

जूनागढ़ का इतिहास – गिरनार पर्वत जूनागढ़

गिरिनगर गिरनार पर्वत की तलहटी में बसे इस शहर का आधुनिक नाम गिरनार है। यह गुजरात राज्य का प्रमुख धार्मिक स्थल है। इसे जूनागढ़ भी कहा जाता है। मौर्य काल में यह सौराष्ट्र प्रांत की राजधानी थी। उस समय पुण्यगुप्त यहां चंद्रगुप्त मौर्य का राज्यपाल था। तुषाष्फ और पर्णदत्त भी गिरिनगर के राज्यपाल रहे थे। वल्लभी वंश के पतन के बाद यहां का राज्यपाल स्वतंत्र…

Continue Readingजूनागढ़ का इतिहास – गिरनार पर्वत जूनागढ़
Read more about the article पालिताना का इतिहास और दर्शनीय स्थल
पालिताना दर्शनीय स्थल

पालिताना का इतिहास और दर्शनीय स्थल

पालिताना यह स्थान गुजरात के भावनगर के दक्षिण-पश्चिम में है। यह शत्रुंजय पहाड़ी का प्रवेश द्वार है। यह पहाड़ी इसी नाम की नदी के किनारे है। पहाड़ी लगभग एक हजार जैन मंदिरों से ढकी हुई है। जैन धर्मावलंबियों द्वारा जैन मंदिरों से आच्छादित पाँच पहाड़ियों में से शत्रुंजय पहाड़ी सबसे पवित्र मानी जाती है। पहाड़ी पर सबसे पहले आदिनाथ का मंदिर 960 ई० में…

Continue Readingपालिताना का इतिहास और दर्शनीय स्थल
Read more about the article मोठ की मस्जिद किसने बनवाई कहानी और इतिहास
मोठ की मस्जिद

मोठ की मस्जिद किसने बनवाई कहानी और इतिहास

मोठ की मस्जिद जिसे मस्जिद मोठ भी कहा जाता है, नई दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन द्वितीय के मस्जिद मोठ नामक गांव में स्थित है, पहले समय में मोठ की मस्जिद दिल्ली से बाहर दूर स्थित थी इसी कारण बहुत कम लोग इसे देखने जाते थे। शीत काल में इस मस्जिद मोठ को देखना अधिक उत्तम है। उस समय मोठ की मस्जिद को जाने के लिये…

Continue Readingमोठ की मस्जिद किसने बनवाई कहानी और इतिहास
Read more about the article महाबोधि मंदिर का इतिहास और परिचय
महाबोधि मंदिर

महाबोधि मंदिर का इतिहास और परिचय

भारत के बिहार राज्य में बोध गया एक बौद्ध तीर्थ नगरी है। वैसे तो यहां अनेक बौद्ध मंदिर और तीर्थ है परंतु यहां का मुख्य मंदिर महाबोधि मंदिर है। जिसके बारे में हम अपने इस लेख में विस्तार से जानेंगे। बौद्ध गया जहां महाबोधि मंदिर है पहले इस जगह का नाम उरुविल्व था और यहाँ बहुत बड़ा जंगल था और एक निरंजना नाम की नदी थी।…

Continue Readingमहाबोधि मंदिर का इतिहास और परिचय
Read more about the article मखदूम कुंड दरगाह का इतिहास राजगीर बिहार
मखदूम कुंड दरगाह राजगीर बिहार

मखदूम कुंड दरगाह का इतिहास राजगीर बिहार

मखदूम कुंड बिहार के राजगीर का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहां एक पवित्र सरोवर है जिसे राजगीर का मखदूम कुंड के नाम से जाना जाता है। यह कुंड विपुलांचल पर्वत की तलहटी में है। इसी के तट पर मखदूम शाह का मजार है। बताया जाता है कि मखदूम कुंड का प्राचीन नाम श्रृंगी ऋषि कुंड है। यहाँ हजरत मखदूम शाह बाबा की इबादत…

Continue Readingमखदूम कुंड दरगाह का इतिहास राजगीर बिहार