-
मकर संक्रांति का महत्व – मकर संक्रांति क्यों मनाते हैं
सभी भारतीय त्यौहार धर्म और जीवनदर्शन पर आधारित है। जीवन मनुष्य का हो अथवा किसी अन्य […]
-
भाई दूज की कहानी – भाई दूज का पर्व क्यों मनाया जाता है
लोक में भाई-बहन के प्रेम को अप्रतिम बनाने के लिए रक्षाबंधन और भाई दूज दो […]
-
पितृ पूजा कैसे करें – पितृ पूजा का महत्व
हमारा देश पुनर्जन्म मे विश्वास करता है, इसीलिए हम प्रार्थना करते है कि इस जन्म […]
-
मीरान शाह बाबा दरगाह – मीरान शाह बाबा का उर्स
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद का विजयगढ एक परगना है। यहां एक ऊची पहाडी के ऊपर […]
-
काशी का मेला – काशी विश्वनाथ के मेले
काशी ()(वाराणसी) पूर्वांचल की सबसे बडी सांस्कृतिक नगरी है। कहते है यह शिवजी के त्रिशूल […]
-
चुनार शरीफ का उर्स दरगाह शाह कासिम सुलेमानी
मिर्जापुर कंतित शरीफ का उर्स और दरगाह शरीफ का उर्स हिन्दुस्तान भर मे प्रसिद्ध है। […]
-
कंतित शरीफ का उर्स व दरगाह मिर्जापुर उत्तर प्रदेश
साम्प्रदायिक सद्भाव, हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में विंध्याचल के समीप ओझला […]
-
शिवपुर का मेला और तारकेश्वर का मेला मिर्जापुर उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में विंध्याचल धाम से एक किमी पश्चिम मे शिवपुर नामक स्थान […]
-
विंध्याचल नवरात्र मेला मिर्जापुर उत्तर प्रदेश
विंध्याचल नवरात्र मेला यह जगत प्रसिद्ध मेला मां विंध्यवासिनी धाम मिर्जापुर जिले में लगता है। यूं […]
-
पक्का घाट का मेला मिर्जापुर उत्तर प्रदेश
गंगा-तट पर जितने नगर बसे है, उन सबमे मिर्जापुर का पक्का घाट और घण्टाघर बेजोड है।ये […]
-
लोहंदी महावीर का मेला मिर्जापुर उत्तर प्रदेश
श्रावण मास के प्रत्येक शनिवार को लोहंदी महावीर का मेला लगता है। वैसे प्रत्येक मगलवार […]
-
कजरी तीज कब मनाते हैं – कजरी के गीत – कजरी का मेला
कजरी तीज पूर्वांचल का सबसे प्रसिद्ध त्यौहार है, कजरी पर्व के अवसर मिर्जापुर और आसपास के […]
-
ओझला मेला मिर्जापुर उत्तर प्रदेश – ओझला पुल
ओझला पुण्यजला का बिगड़ा हुआ रूप है। यह एक नाला है जो उत्तर प्रदेश के […]
-
सुरियावां का मेला – भोरी महजूदा का कजरहवा मेला
सुरियावां उत्तर प्रदेश राज्य के भदोही जिले में एक नगर है। यहां भोरी महजूदा में हल […]
-
देवलास का मेला – देवलास धाम में उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में लगने वाला देवलास का मेला बहुत मशहूर है। ऐसी मान्यता […]
-
सेमराध नाथ का मेला – सेमराध धाम मंदिर भदोही
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में जगीगंज-शेरशाह सूरी मार्ग से गंगा-घाट पर सेमराध नाथ का मंदिर […]
-
मगहर का मेला कब लगता है – कबीर समाधि मगहर
संत कबीरदास के बारे मे जनश्रुति है कि वे अपनी भक्ति पर अटूट विश्वास के […]
-
भदेश्वर नाथ मंदिर का महत्व और भदेश्वर नाथ का मेला
बस्ती , गोरखपुर, देवरिया तीनो एक स्वभाव के शहर है। यहां की सांस्कृतिक परपराए महत्वपूर्ण […]
-
सिकंदरपुर का मेला – कल्पा जल्पा देवी मंदिर सिकंदरपुर
सिकंदरपुर उत्तर प्रदेश राज्य के बलिया जिले में एक नगर पंचायत व तहसील है। इस नगर […]
-
रसड़ा का मेला और नाथ बाबा मंदिर रसड़ा बलिया
बलिया जिले का रसड़ा एक प्रमुख स्थान है। यहा नाथ संप्रदाय का प्रभाव है, जिसके […]
-
असेगा का मेला – शोकहरण महादेव मंदिर असेगा बलिया
असेगा एक स्थान का नाम है जो बलिया जिले के सुखपुरा थानान्तर्गत पड़ता है। असेगा में […]
-
ददरी का मेला कहां लगता है और ददरी मेले का इतिहास
सरयू का तट पर स्थित बलिया जनपद अपनी अखंडता, निर्भीकता, बौद्धिकता, सांस्कृतिक एकता तथा साहित्य साधना […]
-
बरहज का मेला कब लगता है और मेले का महत्व
बरहज देवरिया का एक प्रमुख स्थान है जो पवित्र सरयू जी के तट पर स्थित है। […]
-
बांसी का मेला कब लगता है – बांसी मेले का इतिहास
बांसी एक नदी का नाम है जिस के तट पर क्वार माह की पूर्णिमा को […]
-
कुलकुला देवी मंदिर कहां है – कुलकुला धाम मेला
कुलकुला देवी मंदिर कुशीनगर जनपद मे कसया नामक तहसील के एक कुडवा दीलीपनगर गांव है। यहा […]
-
दुग्धेश्वर नाथ मंदिर रूद्रपुर – दुग्धेश्वर नाथ का मेला
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में रूद्रपुर नामक एक नगर पंचायत है। रूद्रपुर बाबा दुग्धेश्वर नाथ […]
-
सोहनाग परशुराम धाम मंदिर और सोहनाग का मेला
देवरिया महावीर स्वामी और गौतमबुद्ध की जन्म अथवा कर्मभूमि है। यह आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र भी […]
-
तरकुलहा का मेला – तरकुलहा देवी मंदिर गोरखपुर
गोरखपुर जिला मुख्यालय से 15 किमी0 दूर देवरिया मार्ग पर एक स्थान है तरकुलहा। यहां […]
-
गोरखनाथ का मेला गोरखपुर उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश का गोरखपुर बाबा गुरु गोरखनाथ के नाम से जाना जाता है। नाथ सम्प्रदाय के […]
-
शेख शाह सम्मन का मजार व उर्स सैदपुर गाजीपुर उत्तर प्रदेश
गाजीपुर जिले मे सैदपुर एक प्रमुख स्थान है। यहा शेख शाह सम्मन की मजार है। […]