बिजली का आविष्कार किसने किया और कब हुआ Naeem Ahmad, July 17, 2022February 27, 2024 कृत्रिम तरीकों से बिजली पैदा करने ओर उसे अपने कार्यो मे प्रयोग करते हुए मानव को अभी 140 वर्ष के लगभग ही हुए हैं। आकाशीय विद्युत का पता लगाने का कार्य सबसे पहले बेंजामिन फ्रैंकलिन ने किया था। उन्हें ही बिजली का आविष्कारक माना जाता है। उन्होने तेज वर्षा के समय पतंग उडाकर और उसकी डोर में धातु की चाबी बांध कर पहली बार विद्युत की शक्ति का अनुभव किया था।डायनेमो का आविष्कार किसने किया और डायनेमो का सिद्धांतलेकिन ईसा से लगभग 600 वर्ष पूर्व से ही यूनान के लोगो को बिजली के विषय में पता था। वास्तव में इलेक्ट्रिसिटी शब्द की उत्पत्ति ग्रीफ भाषा के इलेक्ट्रोन शब्द से ही हुई है। उन्हे ज्ञात था कि यदि एक अम्बर के टुकडे को समूर से रगडा जाए तो उसमे हल्के-फुल्के तिनको ओर कागज के टुकड़ों को उठाने की शक्ति आ जाती है।रेफ्रिजरेटर का आविष्कार किसने किया और कब हुआलगभग 190 साल पहले इटली के एक वैज्ञानिक एलेसेंड्रा वोल्टा ने विद्युत धारा पैदा करने की युक्ति का आविष्कार किया था। जिन्हें कृत्रिम बिजली का आविष्कारक माना जा सकता है। उन्होंने तांबे की और जस्ते की छड़ को गंधक के हल्के अम्ल मे डुबाकर विश्व की सबसे पहली विद्युत-सेल बनाई थी।अधिक पैसा कमाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें बिजली का आविष्कार किसने किया और कब हुआइसके बाद ब्रिटेन के माइकल फैराडे ने सन् 1831 में विद्युत चुम्बकीय प्रेरणा का आविष्कार करके बिजली उत्पन्न करने वाले एक जेनरेटर का निर्माण किया। विद्युत का वास्तविक रूप में उपयोग माइकल फैराडे के इसी आविष्कार के बाद से होना आरम्भ हुआ।घड़ी का आविष्कार किसने किया और कब हुआजेनरेटर चुम्बक और तार की कुंडलियो से बना होता है। जेनरेटर में आमतोर से एक चुम्बक होता है, जिसके ध्रुवो के बीच मे तार की एक कुंडली तेजी से घूमती है। इसी से तार की कुंडली मे बिजली उत्पन्न होती है।बिजली लाइनजेनरेटर को चलाने के लिए ऊंचाई से गिरते पानी या भाप का इस्तेमाल किया जाता है। वर्तमान में जेनरेटर पेट्रोल या डीजल वाले इंजन से भी चलाए जाते है। पानी से जेनरेटर चलाकर बिजली उत्पन्न करने के लिए बांधो ओर झरनों के पास बिजली घर बनाए जाते हैं। गिरते पानी की धार से बडी-बडी टर्बाइनों के पहिए घुमाए जाते हैं। इन पहियो की सहायता से जनरेटर की तारो की कुंडली घूमती है, जिससे विद्युत उत्पन्न होती है। बिजली उत्पादन के लिए आजकल विशाल जेनरेटर प्रयुक्त होते हैं।स्टेथोस्कोप का आविष्कार किसने किया और कब हुआबिजली क्या है, इसे सरल रूप में यूं समझा जा सकता है। विश्व के सभी पदार्थ बहुत ही सूक्ष्म-कणों के बने होते है। इन कणों को परमाणु कहा जाता है। परमाणु ओर भी नन्हे नन्हे कणों से मिलकर बना होता है। इन्हें इलेक्टॉन, न्यूट्रॉन, प्रोटॉन आदि कहते है।इलेक्टॉन एक नाभिक (न्यूक्लियस) के इर्द-गिर्द कुछ निश्चित कक्षाओं में चक्कर लगाते है। नाभिक प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से मिलकर बना होता है। न्यूट्रॉन ओर प्रोटॉन तो अपने केंद्र में स्थित रहते है, परंतु चारों ओर घूमने वाले इलेक्टॉनों को जब तेजी से धक्का दिया जाता या ठेला जाता है, तो ये उछलकर एक से दूसरे परमाणु में जा पहुंचते हैं। बिजली की उत्पत्ति मे यही क्रिया होती है।पेनिसिलिन का आविष्कार किसने किया और कब हुआविद्युत-धारा किसी पदार्थ में से दोडते हुए इलेक्ट्रॉनो का ही परिणाम है। दो पदार्थों की घ॒र्षण क्रिया मे भी यही होता है। एक पदार्थ के इलेक्ट्रॉन रगड से उत्तेजित होकर दूसरे पदार्थ में पहुच जाते हैं। वास्तव में इलेक्टॉनों पर ऋणात्मक आवेश होता है और इस आवेश की गतिशीलता ही विद्युत-धारा की जननी है। विद्युत धारा को दौडाने के लिए तांबे के तारों का प्रयोग किया जाता है, क्योंकि इसमें होकर विद्युत-धारा तेजी से दौडाई जा सकती है। तांबा विद्युत का एक अच्छा सुचालक है। लेकिन सुचालक पदार्थों के साथ कुचालक पदार्थों की भी आवश्यक्ता पडती है, क्योंकि सुचालक पदार्थ बिजली के लिए रास्ता बनाते हैं और कुचालक पदार्थ उस इधर-उधर बिखरने से रोकते हैं। तांबे के तार पर एक कुचालक पदार्थ की तह चढाई जाती है।थर्मामीटर का आविष्कार किसने किया और कब हुआबिजली, बिजली घर से उत्पन्न होकर तारों द्वारा शहर के कारखानों और घरों में पहुंचती है। यहां मशीनों, बल्बो, अंगीठियो, रिफ्रिजिरेटरों, रेडियो आदि उपकरणों को चालू करने के लिए हमें केवल बटन दबाने भर की जरूरत पडती है। विद्युत-धारा से इन्हे शक्ति मिलती है और इनके कल-पुर्जे अपना-अपना कार्य शुरू कर देते हैं।क्लोरोफॉर्म का आविष्कार किसने किया और कब हुआबिजली-धारा के मापन के लिए एम्पियर इकाई का उपयोग किया जाता है। इसे एमीटर कहते है। बिजली-विभवातर को मापने के लिए वाल्ट पमाने का उपयोग किया जाता है। इस उपकरण को वोल्ट-मीटर कहते है। बिजली-व्यय का मापन के लिए वाटमीटर का प्रयोग होता है जो यह बताता है कि कितनी बिजली शक्ति काम में आई है।मिसाइल का आविष्कार किसने किया और कैसे हुआअमेरिका के वैज्ञानिक टॉमस अल्वा एडीसन ने विद्युत बल्ब का आविष्कार कर विश्व के काने-कोने में प्रकाश फैला दिया। एडीसन ने बिजली से चलने वाले अनेक दूसरे यत्रों का भी आविष्कार किया।बैटरी का आविष्कार किसने किया और कब हुआजैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि कृत्रिम बिजली बनाने के लिए बडे बडे जेनरेटरों का प्रयोग किया जाता है। डायनुमा या जेनरेटरों में एक विशाल चुम्बक की व्यवस्था होती है। इसके दोनों ध्रुवों (नार्थ पाल और साउथ पाल) के मध्य तांबे के तारो को लपेट कर बनायी गयी कुंडली तेजी से घुमायी जाती है। कुंडली के दोनों छोरो का सम्पर्क धातु के दो छल्लो से होता है। प्रत्येक छल्ले का सम्पर्क कार्बन के ब्रुशों से होता है। कार्बन ब्रुशो से विद्युत-धारा ले जाने वाले तारो का संबध होता है। तांबें के तार वाली कुंडली जब तेजी से घूमती है, तो विद्युत चुम्बकीय प्रेरण (induction) के प्रभाव से बिजली का उत्पादन हाता है। यही बिजली धारा की सहायता से हमारे घर और कारखानों तक पहुंचती है।हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:—-[post_grid id=”8586″]Share this:ShareClick to share on Facebook (Opens in new window)Click to share on X (Opens in new window)Click to print (Opens in new window)Click to email a link to a friend (Opens in new window)Click to share on LinkedIn (Opens in new window)Click to share on Reddit (Opens in new window)Click to share on Tumblr (Opens in new window)Click to share on Pinterest (Opens in new window)Click to share on Pocket (Opens in new window)Click to share on Telegram (Opens in new window)Like this:Like Loading... विश्व के प्रमुख आविष्कार प्रमुख खोजें