कांच का आविष्कार किसने किया और कब हुआ Naeem Ahmad, July 15, 2022March 21, 2024 कांच का प्रयोग मनुष्य प्राचीन काल से ही करता आ रहा है। अतः यह कहना असंभव है, कि कान्च का आविष्कार सबसे पहले किसने और कब किया। मिस्र और बेबीलोन में कान्च से बनी कुछ ऐसी वस्तु प्राप्त हुई हैं, जो लगभग 5000 वर्ष पुरानी है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांच का उपयोग प्रागैतिहासिक काल का मनुष्य भी किसी न किसी रूप मे करता रहा था। चीन , मेसोपाटामिया और मिस्र में कांच-निर्माण की कला प्राचीन काल से चली आ रही है। कांच का आविष्कार किसने किया और कब हुआ ईस्वी सन की पहली शताब्दी के एक रोमन इतिहासकार प्लिनी ने वर्णन किया है कि बहुत पहले एक फोएनिशियन व्यापारी क्रुड सोडा ला रहा था। एक रात के लिए वह बालू-तट पर रुक गया। खाना बनान के लिए उसे बर्तन रखने के लिए उचित आधार नहीं मिल रहा था। उसने अपने जहाज के क्रुड सोडा की ईंटें मगंवाकर बर्तन को उस पर रखकर नीच से आग जलायी। आग के ताप से सोडा गलकर बालू के साथ मिल गया। उसने देखा कि सोडा और बालू के मिलन से काच बन गया। इस प्रकार कांच ने जन्म लिया। कांच की वस्तुएंकान्च का यह आविष्कार आकस्मिक घटनावश हुआ, यद्यपि कांच के आविष्कार की इस घटना का कोई ठोस आधार नहीं है क्योंकि कांच-निर्माण के लिए सिलिका (Sand) , सोडियम ऑक्साइड (जो सोडियम कार्बोनेट में प्राप्त होता है) और कैल्शियम ऑक्साइड (जो चैन्शियम कार्बोनेट अथवा लाइमस्टोन से प्राप्त होता है) के विशेष अनुपात की आवश्यकता होती है। परंतु इतना अवश्य कहा जा सकता है कि उपर्युक्त घटनावश जो काच निर्मित हुआ, वह काच का प्रारम्भिक रूप था और वर्तमान कांच से भिन्न था। रोमन साम्राज्य के विकास काल में काच के बर्तन बनाने का उद्योग स्थापित हो चुका था। रोम के सभ्रात परिवारों मे काच के सुंदर आकार वाले बर्तनों का उपयोग सामान्य रूप से होने लगा था। मध्यकाल में वेनिस नगर कांच उद्योग का प्रमुख केंद्र बन चुका था।क्रिप्टो करंसी में इंवेस्ट करें और अधिक लाभ पाएं उन्नीसवी शताब्दी में कांच बनाने की प्रक्रिया में कुछ परिवर्तन हुए। अनेक वैज्ञानिक प्रयोगों के फलस्वरूप काच के अनेक प्रकारों का विकास हुआ। काच-निर्माण कला और विभिन्न प्रकार के काच तैयार करने मे जर्मनी ने उल्लेखनीय प्रगति की। ऑप्टीकल काच के उद्योग में महत्त्वपूर्ण परिवर्तन हुए। जर्मनी के दो शोधकताओं ने नवीन कांच तैयार करने में विशेष सफलता प्राप्त की। विश्व का अब तक का सबसे पतला कांच 0.3 मिमी का बना है। इसे जापान की निप्पेन ग्लास कारपोरेशन ने बनाया है। काच के निर्माण में सामान्य तौर पर सिलिका, सोडियम कार्बोनेट और केल्शियम कार्बोनेट का एक विशेष अनुपात में मिश्रण बनाया जाता है। इस मिश्रण को अच्छी तरह पीस कर उच्च तापमान वाली भट्टियों में डाला जाता है। मिश्रण पिघलकर कांच-द्रव में बदल जाता है। इस कांच को छड़ों और चादरों के रूप में ढाल लिया जाता है। इन छड़ों और चादर से काच की अनेक वस्तुएं पुनः पिघलाकर मन चाहे सांचों में ढालकर बना ली जाती है। काच को रंगीन बनाने के लिए इसके सामान्य मिश्रण में तांबा, लोहा, क्रोमियम, काबोल्ट, सलनियम आदि पदार्थों के ऑक्साइड मिलाए जाते है। इन पदार्थों से भिन्न-भिन्न रंगों का काच बनाया गया है, जैसे- क्रोमियम या तांबा मिलान से हरे रंग का कान्च बनता है, कोबाल्ट के आक्साइड से नीले रंग का काच बनता है कांच का प्रयोग आज संसार में विभिन्न प्रकार के बर्तन तथा प्रयोगशाला उपकरण बनाने में हो रहा है। इससे बहुत से प्रकाश स्रोत भी बनाए जाते हैं। कांच का प्रयोग अंतरिक्ष यानों तथा दूसरे वाहनों की खिडकी बनाने में भी हो रहा है। शायद ही जीवन का कोई ऐसा क्षेत्र होगा, जहां काच का प्रयोग न हो रहा हो। हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:—– [post_grid id=”8586″]Share this:ShareClick to share on Facebook (Opens in new window)Click to share on X (Opens in new window)Click to print (Opens in new window)Click to email a link to a friend (Opens in new window)Click to share on LinkedIn (Opens in new window)Click to share on Reddit (Opens in new window)Click to share on Tumblr (Opens in new window)Click to share on Pinterest (Opens in new window)Click to share on Pocket (Opens in new window)Click to share on Telegram (Opens in new window)Like this:Like Loading... विश्व के प्रमुख आविष्कार प्रमुख खोजें