अंडमान निकोबार द्वीप समूह – भारत के टॉप 10 हनीमून डेस्टिनेशन में से एक Naeem Ahmad, December 4, 2017February 17, 2023 अगर आप अभी अभी शादी के बंधन में बंधे है। और हनीमून का प्लान बना रहे है। परंतु शादी के भारी भरकम खर्च के कारण विदेश हनीमून पर जाना आर्थिक स्थिति से कठीन हो जाता है। परंतु उदास होने की जरूर नही है भारत में भी अनेक ऐसे प्रसिद्ध हनीमून डेस्टिनेशन है जहा आप कम खर्च में विदेशी हनीमून डेस्टिनेशन का आनंद ले सकते है। आज अपनी इस पोस्ट में हम आपको भारत के एक ऐसे हनीमून डेस्टिनेशन के बारे में जानेगें जो किसी विदेशी हनीमून डेस्टिनेशन से कम नही है। जी हां वो है भारत का प्रसिद्ध केंद्र शासित राज्य अंडमान निकोबार द्वीप समूह। अंडमान निकोबार द्वीप समूह यह एक 556 छोटे बडे द्वीपो का समूह है। जो भारत से 1200 समुंद्री मील की दूरी पर बंगाल की खाडी के दक्षिण में हिन्द महासागर में स्थित है। अंडमान निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है। इस राज्य में तीन जिले है उत्तर एंव मध्य अंडमान जिला, दक्षिण अंडमान जिला और निकोबार जिला। अंडमान निकोबार के खूबसुरत बीच और उनकी सुंदरता दुनिया भर के सैलानियो में प्रसिद्ध है। यहा के बीचो की शांति और दूर तक फैले समुद्री पानी की उठती लहरो पाम और नारियल के पेडो से सजे यहां बीच इसे हनीमून के लिए एक उत्तम स्थान बनाते है। देशी और विदेशी प्रेमी जोडे अधिकतर यहा हनीमून के लिए आते है।अंडमान निकोबार में आप 6 से 16 दिनो में पूर्ण भ्रमण कर सकते है। यहा भ्रमण करने का अपना ही अलग मजा है।अंडमान निकोबार द्वीप समूह का इतिहासआइये अंडमान निकोबार की यात्रा पर जाने से पहले वहा के इतिहास के बारे में कुछ जान लेते है।अंडमान के द्वीप समूहो का आधुनिक इतिहास सन् 1789 में इस्ट इंडिया कंपनी द्वारा बस्तियो की स्थापना के बाद शुरू हुआ। प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बाद सन् 1858 में ब्रिटिश सरकार ने कालापानी कहकर आजीवन कारावास की सजा भुगतने वालो के लिए इस जगह का इस्तेमाल किया जिसके लिए यहा उन्होने एक विशाल कारावास बनवाई थी। सन् 1947 तक ब्रिटिश सरकार ने भारत के स्वतंत्र होने तक इन द्वीपो का प्रशासन चलाया।अंडमान निकोबार के दर्शनीय स्थलअंडमान निकोबार द्वीप समूह के म्यूजियमसेल्यूलर जेलसंमुद्र तट के समीप बनी यह जेल आज एक राष्ट्रीय स्मारक है। यह जेल सन् 1896 में बननी शुरू हुई थी तथा सन् 1906 में बनकर तैयार हुई थी। यह जेल तीन मंजिला इमारत के रूप में तथा 7 भुजाओ के आकार में बनी हुई है। इसकी सातो भुजाएं केंद्रीय मीनार से जुडी होने की वजह से एक ही पहरेदार द्वारा नियंत्रित की जाती थी। 698 एकांत कोठरिया होने से इसका नाम सेल्यूलर जेल पडा। इस जेल में क्रांतिकारियो को भयंकर यातनाएं दी जाती थी। इसी परिसर में फांसी घर व बलिदान वेदी भी है। जो शहीदो की शहादत की याद दिलाती है। महान क्रांतिकारी वीर सावरकर, बटुकेश्वर दत्त, बाबा सोहन सिंह जैसे महान क्रांतिकारीयो को इसी जेल में रखा गया था। चारो ओर समुंद्र होने की वजह से यहा क्रातिकारियो का बाहर निकलना असंभव था। इसलिए इसे कालापानी कहा जाता था। अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के सुंदर दृश्य नवल मरीन म्यूजियम ( समुंद्रीका )नवल मरीन म्यूजियम राजधानी पोर्ट ब्लेयर के डेलानीपुर में टील हाऊस के सामने स्थित है। यह म्यूजियम इंडियन नेवी द्वारा मनेजमेंट किया जाता है। यह म्यूजियम अंडमान निकोबार द्वीप समूह का प्राचीन और वर्तमान अतीत का सही मिश्रण प्रस्तुत करता है। इस संग्रहालय को पांच अलग अलग कमरो में विभाजित किया गया है जिनमे प्त्येक कमरे में अंडमान द्वीप के एक अलग पहलु को प्रदर्शित किया गया है। एक बडे नील व्हेल का कंकाल संग्रहालय में प्रवेश के रूप में आपका स्वागत करता है। यहा पहला कमरा द्वीपो के भगोलिक इतिहास को दर्शाता है। दूसरा कमरा एक मछली घर है। जिसमे आपको विभिन्न प्रकार की रंग बिरंगी मछलीयो की प्रजातिया देखने को मिलेगी जिनमे तोता मछली से लेकर पत्थर की मछलियो की दुर्लभ और विषेली प्रजातिया शामिल है। दूसरी साइड के तीसरे कमरे में आपको कोरल की विभिन्न प्रकार की आकिर्तिया व नमूने देखने को मिलेगें। चोथे कक्ष में गोले का एक व्यापक प्रदर्शन है जिसमे अंडमानियो के समुंद्री जीवन को एक अर्थ सहीत प्रदर्शित किया गया है। पाचवे कमरे में जाये बिना संग्रहालय नही छोडा जा सकता इस कमरे में द्वीपो में आदिवासी जीवन के बारे में जानकारी तथा सांप और तितलियो की दिलचस्प प्रजातियो के बारे में जानकारी मिलेगी।मानव विज्ञान संग्रहालय ( एन्थोर्पोलोजिकल म्यूजियम )यह म्यूजियम उन सभी लोगो के लिए महत्वपूर्ण है जो द्वीपो के जनजातियो के जीवन शैली और समय के बारे में जानने की दिलचस्पी रखते है। 1975 में स्थापित यह संग्रहालय बंगाली क्लब के पास स्थित है। संग्रहालय में हस्तशिल्प, उपकरण, कला, शिल्प उपकरण, फोटोग्राफ, कपडे और विभिन्न लेख प्रदर्शित किए गए है। जो इन मूल जनजातियो की जीवन शैली को दर्शाते है। इन जनजातियो के जीवन के मूल रूप को उजागर करने के लिए उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले घरो, बर्तन, गहनो और उपकरणो को मिटटी और घास के मॉडल द्वारा प्रदर्शित किया गया है। इसके अलावा आप संग्रहालय के आसपास की दुकानो में कई दिलचस्प किताबो की खरीदारी भी कर सकते है।फिशरीज म्यूजियमफिशरीज म्यूजियम राजधानी पोर्ट ब्लेयर में राजीव गांधी जल खेल परिसर के करीब स्थित है। अंडमान निकोबार द्वीप समूह की यात्रा पर आने वाले अधिकतर पर्यटक इस म्यूजियम में जरूर आते है। यह म्यूजियम सुनामी के दौरान आंशिक रूप से नष्ट हो गया था। लेकिन बाद में इसे फिर से बनाया गया है। प्रारम्भ में यह एक संग्रहालय था। 1997 में इसे एक मछली घर में बदल दिया गया। जहा अब समुंद्री जीवन की लगभग 350 सेअधिक प्रजातियो को संग्रहित करके प्रदर्शित किया गया है। जिनमे विशाल टेबल कोरल, केकडो, शार्क, स्टार फिश, डॉलफिन जैसे समुंद्री जीवो को देख सकते है।चाथम सॉ मिल1889 में स्थापित चैथम सरकार की मील एशिया की सबसे बडी और सबसे पुरानी आरा मील है। यह चैथम द्वीप पर स्थित है और राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 100 मीटर लम्बे पुल से जुडा हुआ है। इस मील को वन विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि आरा मिल में देखने को ऐसा क्या है। एक तो यह एशिया की सबसे बडी आरा मील है और दूसरे यह कि वन विभाग द्वारा अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर पायी जाने वाली विभिन्न प्रकार की वन्य प्रजातियो की लकडियो को छोटे छोटे टुकडो तथा नक्काशीदार तरह से सजाकर प्रदर्शित किया गया है।विज्ञान केंद्रगुडविल एस्टेट का विज्ञान केंद्र आपके परिवार के साथ दोपहर बिताने के लिए एक सुखद स्थान है। यह 2003 में स्थापित एक बडा संग्रहालय है। जिसमे कुछ नया सिखने के माहौल को बढावा दिया गया है। इसके कंपाउंड में अभिनव स्लाइड और स्क्रिन के साथ एक खेल मैदान है। डिस्पले पर मॉडल कुछ बहुत ही रोचक प्राकृतिक घटनाओ को समझाते है। जैसे मछलियो के व्यवहार और काम क्रिडा। मौसम संबंधित रोचक प्राकृतिक घटाएं आदि। जो बच्चो और व्यस्को दोनो को खुब भाता है। यह संग्रहालय एक अनोखे ढंग से वैज्ञानिक तथ्यो को भी कई सरल प्रयोगो के साथ प्रदर्शित करता है। जैसे तरल चित्रकला जो कि तरल की गति को दर्शाता है। इस केंद्र में अंडमान द्वीप में प्रवेश करने वाले सबसे पहले जहाज के अवशेषो को भी संग्रहित करके रखा गया है। यह बीटीएन नामक वो अभयाचर निगरानी जहाज है जो एक सप्ताह के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उसके टूटे हुए टुकडो को बाद में इंजिनियरिंग के छात्रो द्वारा पुन: स्थापित किया गया और उन्है बहाल किया गया जिसको अब संग्रहालय में रखा गया है।अंडमान निकोबार द्वीप समूह के सुंदर दृश्यकालापानी म्यूजियमकाला पानी म्यूजियम अंडमान निकोबार द्वीप समूह की यात्रा पर आने वाले पर्यटको में काफी प्रसिद्ध है। यह म्यूजियम राजधानी पोर्ट ब्लेयर एयर पोर्ट से कुछ किमी की दूरी पर स्थित है। इस म्यूजियम में स्वतंत्रा संग्राम के सिपाहियो के पत्र और जेल में उन पर अत्यार में प्रयोग में आने वाले शस्त्रो को संग्रहित करके रखा गया है।अंडमान निकोबार द्वीप समूह के बीचपोर्ट ब्लेयर के बीचकारबीन कोव बीचइस बीच का नाम प्रसिद्ध हेनरी फिशर कारबीन के नाम पर पडा था। यह बीच राजधानी पोर्ट ब्लेयर से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नारियल के छालरदार वृक्षों से सजा यह बीच स्वीमींग और सनबाथ के लिए जाना जाता है। यहा पर आप ऐडवेंचर वाटर स्पोर्ट्स का भी आनंद उठा सकते है। यहा पर पर्यटको की सुवविधाओ के लिए चेंजिग रूम होटल रेस्टोरेंट और बार की सुविधाए है। यहा जापानी कब्जे के दौरान बंकरो को बनाया गया था जो अब भी यहा तट पर देखे जा सकते है जो दर्शनीय है। यह खुबसूरत बीच अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण बरबस ही पर्यटको को अपनी और आकर्षित करता है।नॉर्थ बे बीच ( कोरल द्वीप)राजधानी पोर्ट ब्लेययर से नौका द्वारा 28 किलोमीटर की दूरी पर है। नॉर्थ बे बीच यह एक छोटा सा द्वीप है जो अंडमान निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर के उत्तर में स्थित है। यह द्वीप अपने समुद्र तटो और मुख्य रूप से जल क्रिडा गतिविधियो के लिए प्रसिद्ध है। यह द्वीप अंडमान द्वीप समूह में सबसे अधिक देखी जाने वाली जगहो मे से एक है। नॉर्थ बे आइलैंड एक दिन की यात्रा के लिए जाने के लिए सुंदर स्थान है। यहा पर आप जेट स्काईंग, स्पीड बोट, स्नोकर्लिंग और समुद्र के अंदर चहल कदमी आदि जैसी रोमांचित जल क्रिडाओ का आनंद उठा सकते है।चिडिया टापू बीचचिडिया टापू बीच राजधानी पोर्ट ब्लेयर सेंट्रल बस स्टैंड से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह दक्षिण अंडमान द्वीप के दक्षिणी सिरे पर है। अंडमान निकोबार द्वीप समूह की यात्रा का यह शीर्ष स्थान है। चिडिया टापू पर हरे भरे संगम और शांत द्वीपो के साथ एक छोटा सा गांव है। यहाँ आप रंग बिरंगे पक्षियो की लगभग 46 प्रजातिया देख सकते है। जिसके कारण इसे बर्ड आइलैंड भी कहा जाता है। यह स्थान अपने सूर्यास्त के मनोरम दृश्य के लिए भी जाना जाता है। यहा के आकर्षणो में चिडिया टापू जैविक पार्क, चिडिया टापू समुंद्र तट, सिलवन सैंडस और मुडा पहाड तट शामिल है।वंडूर बीचवंडूर बीच राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। वंडूर दक्षिण अंडमान के दक्षिणी सिरे के पास एक छोटा गांव है। इसमे कुछ समुंद्र तट और आवास विकल्प है। यह आराम करने के लिए एक अच्छी जगह है। लेकिन यह स्थान महात्मा गांधी समुंद्री राष्ट्रीय उद्यान के प्रवेश द्वार के रूप में अधिक जाना जाता है। यह बीच अपने प्राकृतिक सुंदर दृश्यो और उची उठती लहरो में तैराकी के लिए जाना जाता है। यहा पर्यटको के आराम करने के लिए बीच पर सुंदर तरीके से निर्मित बेंचें बनी है और यहा पर चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था है। अगर आप सहासिक हो तो यहा प्राकृतिक गुफाओ का एक ट्रैक आपके लिए है। यह गुफाए समुद्र तट से दशको से टकराते भयंकर ज्वार से बनी है जिनपर तेज ज्वार होने पर अभी भी पानी की लहरे टकराती रहती है और इन टकराती लहरो के बीच से गुजरते हुए गुफाओ तक जाना एक सहासिक कार्य है। इस चुनोतीपूर्ण ट्रेक पर जाने के लिए आपको सुबह ज्लदी उठाया जायेगा क्योकि सुबह के समय लहरो का प्रभाव शांत रहता है।जॉली बाय बीचजॉली वॉय द्वीप महात्मा गांधी समुंद्री राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है। यह बीच वंडूर समुद्री तट से एक घंटे के सफर की दूरी पर है। जॉली बॉय द्वीप बहुत अच्छी तरहसे पानी के मुहाने और प्राचीन समुंद्री तट के लिए प्रसिद्ध है। यहा पर आप स्नार्कलिंग और स्कूबा डाइविंग के सा साथ शिशे के फर्श वाली बोट में बैठकर समुंद्र के अंदर के जीवन को विचरते हुए देख सकते है। इस बीच पर आपको खाने पिने के लिए नारियल पानी के अलावा कुछ नही मिलेगा अगर आप इस द्वीप पर जाए तो यहा खाने पिने का कुछ समान साथ लेकर जाएं।अंडमान निकोबार द्वीप समूह के सुंदर बीचहैवलॉक द्वीपहैवलॉक द्वीप अंडमान निकोबार द्वीप समूह के सबसे बडे और सबसे लोकप्रिय द्वीपो में से एक है। लगभग 113.93 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हैवलॉक द्वीप राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 57 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित है। इस द्वीप का नाम ब्रिटिश जनरल हेनरी हैवलॉक के नाम रखा गया था। हैवलॉक आइलैंड का मूल प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण पर्यटको को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करता है यहा श्यामनगर, विजयनगर, राधानगर, कृष्ण नगर और गोविंदनगर सहहित पांच गावो का संग्रह है। इस द्वीप प कई सुंदर और प्रसिद्ध बीच है।हैवलॉक के बीचराधानगर बीचराधानगर बीच राजधानी पोर्ट ब्लेयर से लगभग 65 किलोमीटर ( सडक+फैरी) की दूरी पर स्थित है। यह हैवलॉक द्वीप के दक्षिण तट पर है। और यह अंडमान का सबसे प्रसिद्ध समुंद्री तट है। राधानगर बीच को एशिया का सबसे अच्छा समुंद्र तट और टाइम मैगजीन द्वारा दुनिया के शीर्ष 10 समुंद्री तटो के बीच दर्जा दिया गया है। अंडमान में सबसे ज्यादा भ्रमण किया जाने वाला राधानगर बीच अपने विशाल प्रसार और लंबे सफेद रेतीले समुद्र तट के लिए प्रसिद्ध है। जोकि लगभग 2 किमी लम्बाई और 30-40 मी की औसत चौडाई में फैला हुआ है। जिसमे हरे भरे वन के साथ नीले रंग का पानी है। प्राकृतिक सुंदरता और लोकप्रियता के कारण यहाँ पर्यटको की भारी भीड रहती है। यहा का समुंद्री तट तैराकी के लिए बहुत सुरक्षित माना जाता है। यहा पर अन्य बीचो की तरह वाटर स्पोर्स्ट तो नही होते लेकिन यह प्रकृति प्रेमियो के लिए सबसे अच्छे स्थानो में से एक माना जाता है। क्योकि यह वनस्पतियो और जीवो की एक वृस्तृत श्रृखंला प्रदान करता है।ऐलिफेंटा बीचऐलिफेंटा बीच राजधानी पोर्ट ब्लेयर बस स्टैंड से सडक+ फैरी द्वारा 65 किलोमीटर की दूरी पर और हैवलॉक फैरी घाट से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ऐलिफेंटा समुंद्र तट सबसे निर्जन समुद्र तट है। और दिन के दौरे के लिए हैवलॉक द्वीप में सबसे लोकप्रीय समुंद्र तटो में से एक है। यह तट स्नोकर्लिंग के लिए एक आदर्श स्थान है। इसके अलावा आप यहा अन्य जल क्रिडा जेटस की, स्कूबा डाइविंग, सी वॉक आदि का भी आनंद उठा सकते है। यहा पर आप शीशे के फर्श वाली नाव में बैठकर समुद्री सैर के साथ साथ जल प्राणीयो को विचरते हुए देख सकते है।काला पथार बीचकाला पथार बीच समुद्र तट सफेद रेशमी रेत का एक लंबा खंड है जो नीले समुंद्र की बगल में बडी काली चटटानो के साथ है। यह हैवलॉक द्वीप के एक कोने पर स्थित है। यह एक शांत तट है परंतु अधिक सीजन में आपको यहा पर्यटको भीड मिल सकती है। यहा तैरने के लिए पानी काफी गहरा है और यह ज्वार प्रभावित नही है। यहा पानी के अंदर कुछ चटटाने व लकडीयां आपको तैरने के दौरान मिल सकती है।पानी मे जाने के दौरान ध्यान रखना जरूरी है। सीजन के मौसम में स्थानीय लोग यहा नारियल पानी बेचते है और कोई अन्य सुविधाएं यहा नही है।नील द्वीप के बीचभरतपुर द्वीपभरतपुर बीच नील द्वीप में नील जेटी के पास सुंदर समुंद्र तट है। यह राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 37 किलोमीटर की दूरी पर है। यह नील द्वीप में सबसे सर्वश्रेष्ठ समुंद्री तट मे से एक है। और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के लोकप्रीय समुद्री तटो में से भी एक है। भरतपुर बीच एक शांत औऱ सफेद चमकीले रेत का समुद्र तट है। जिसके लिए यह जाना जाता है। इसके अलावा यहा हरी भरी वनस्पतिया और रंगबिरंगी मछलियां भी देखी जा सकती है। यह नील द्वीप का एकमात्र स्थान है जहा जल क्रिडाओ का आयोजन भी किया जाता है। यहा का मुख्य आकर्षण यहा की शिशे के फर्श वाली नावे है। जिनमे बैठकर आप सवारी के आनंद के साथ साथ समुंद्री जीवन क जीता जागता रूप देख सकते है। इसके अलावा यहा पर्यटको की सुविधाओ के लिए नारियल पानी, चाय, कॉफी स्नैक आदि के स्टाल लगे रहते है।लक्ष्मणपुर बीचलक्ष्मणपुर बीच नील जेटी से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी तथा राजधानी पोर्टब्लेयर से 39 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। लक्ष्मणपुर बीच एक सुंदर और सफेद चमकिले रेत का तट है। यह नील द्वीप में अच्छे समुद्र तटो में से एक है। यहा पर सैलानी स्नोर्कलिंग, तैराकी और सन बाथ का आनंद उठा सकते है। यह बीच अपने सुंदर सूर्यास्त के दृश्य के लिए भी जाना जाता है। कोरल और समुद्री गोले इस समुद्री किनारे पर प्रचुर मात्रा में पाये जाते है जिन्है पर्यकट यादगार के तौर पर एकत्र करते है। यहा पर एक प्राकृति ब्रिज भी है जिसे हावडा ब्रिज कहा जाता है। जो देखने योग्य है। यह हनीमून के लिए सबसे रोमांटिक जगहो में से एक है। सूर्यास्त के बाद सैलानी यहा से चले जाते है। अंधेरा होने पर यह रहने के लिए सुरक्षित नही माना जाता है।सितापुर बीचसीतापुर बीच नील जेटी से 5 किलोमीटर की दूरी पर और राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 42 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जो अंडमान में नील द्वीप की नोक पर है। यह समुंद्री तट नम्बर 5 सनराइज बीच के नाम से भी जाना जाता है। यहा उगते हुए सुरज का मनोरम दृश्य दिखाई पडता है। जिसके दर्शन के लिए सुबह से ही यहा सैलानियो की भीड रहती है। सीतापुर बीच एक शांत और चट्टानी समुंद्री तट है। यह तट खुले समुद्र के सम्पर्क में है। जिसके कारण यहा उच्च ज्वार की संभावना रहती है। यहा की प्राकृतिक वनस्पतिया और चूना पत्थर संरचना पर्यटको को आकर्षित करती है। यहा के समुद्र तट पर नरम सफेद रेत के साथ खजूर के पेड इसकी खुबसूरती में चार चांद लगाते है। यहा पर पर्यटक तैराकी का भीई आनंद उठा सकते है। यहा पर पर्यटको को खाने पिने और अन्य सुविधाओ की कमी खल सकती है यहा पर नारियल पानी स्टॉल और एक छोटे से रेस्तंरा के साथ एक रिसार्ट है।नॉर्थ और मिडिल अंडमान के बीचरोज एंड स्मिथ बीचरोज एंड स्मिथ द्वीप समूह डिगलीपुर से 20 किलोमीटर की दूरी और राजधानी पोर्ट ब्लेयर से 320 किमी की दूरी पर स्थित है। यह भारत के अंडमान निकोबार द्वीप समूह में स्थित जुडवा द्वीप है। यह अंडमान में सबसे सुंदर जगहो में से एक है। रॉस एंड स्मिथ द्वीप समूह एक रेतीले भाग से जुडते है जो ज्वार कम होने पर दिखाई देता है। और ज्वार ज्यादा होने पर दिखाई नही देता है। स्मिथ द्वीप द्वीप शिविर के लिए उपयुक्त स्थान है। और द्वीप के गांव की जीवन शैली का आनंद लेने का सही स्थान है। इसके अलावा पर्यटको को इस द्वीप पर आवास सुविधाए भी मिल सकती है। इस द्वीप पर एक समुंद्री अभ्यारण्य भी है जो पानी के अंदर की रंगीन प्रजातियो को देखने का एक आदर्श स्थान है। यह समुंद्री तट घने जंगलो से घिरा है जो पर्यटको के लिए ट्रैकिंग व पैदल लम्बी यात्रा के लिए विकल्प प्रस्तुत करता है। यह द्वीप सनबाथ के लिए भी उत्तम है। रॉस द्वीप बच्चो की तैराकी के लिए या उन व्यस्को के लिए उपयुक्त स्थान है जो गहरे पानी में जाने से डरते है । यहा के बीच गहरे नही है यहा पर बच्चे आसानी से तैराकी का आनंद उठा सकते है।कटवर्ट बे बीचकटवर्ट बे समुंद्री तट रंगत से 20 किलोमीटर की दूरी पर मिडिल अंडमान में स्थित है। यह समुद्री तट कछुओ के घोसलो और शिकार के लिए प्रसिद्ध है। यहा दिसंम्बर से फरवरी के बीच कछुए के घोसले शिकार देखने का समय होता है। यहा के उष्णकतटबंधिय जंगलो में हाथी की सवारी के साथ साथ हाथी प्रशिक्षण शिविर भी देख सकते है। यहा पर्यटन वविभाग द्वारा संचालित एक सरकारी विश्राम गृह भी है। इसके अलावा आप इस बीच पर तैराकी और सनबाथ का भी आनंद उठा सकते है।कालीपुर बीचकालीपुर समुद्र तट कालीपुर के शांत गाव के पिछे है। और आसानी से मुख्य डिगलीपुर बाजार से स्थानीय बस से यहा पहुंचा जा सकता है यह डिगलीपुर से 18 किमीटर की दूरी पर नॉर्थ अंडमान में स्थित है। यह बीच अंडमान निकोबार द्वीप समूह का प्रसिद्ध बीच है। मुख्य रूप से यहबीच कछुए के घोसले के शिकार के लिए जाना जाता है। यहदुनिया के कुछ ही समुद्री तटो में से एक है जहा समुद्री कछुए की चार प्रजातिया पायी जाती है जो इस प्रकार है- ओवि रिडले, चमडा पीठ, हॉकसबिल, और ग्रीन कछुए । दिसंबर से जनवरी में यह कछुए अंडो के लिए घोसलो में आती है। यहा के समुद्र तट पर ग्रे रंग का रेत और क्रिस्टल साफ पानी है यहा तैराकी और स्नोर्कलिंग के लिए बिल्कुल सही स्थान है। दुर्भाग्यपूर्ण यहा रेत में मक्खियां है इसलिए सनबाथ उचित नही है।रामनगर बीचयह समुद्री तट डिगलीपुर नॉर्थ अंडमान में स्थित है। यह खुबसुरत समुद्री तट रामनगर गांव में फैला हुआ है। इस बीच पर नीले समुद्री पानी के साथ हल्के पिले रंग की रेत है। तथा इस बीच का तट घने पेडो से ढका है। यहा पडो की घनी छाया के नीचे यहा के शांत वातावरण में अपने साथी के साथ एक अच्छा समय बिताया जा सकता है। यहा पर पानी की लहरो का उछाल अधिक होने के कारण अधिकांश बिंदूओ पर तैराकी करना मुश्किल है। अगर आप एक अच्छे तैराक है या फिर एक अच्छे प्रशक्षक की देख रेख में स्कूबा डाइविंग और स्नोर्कलिंग जैसी गतिविधियो का आनंद ले सकते है।अंडमान निकोबार द्वीप समूह में खेल गतिविधियाअंडमान निकोबार के त्यौहार – अंडमान निकोबार के फेस्टिवलअंडमान निकोबार द्वीप समूह में मनाये जाने त्यौहारो की बात करे तो यहा किसी भी जनजाति का कोई भी क्षेत्रिय त्यौहार नही है। यहा के लोग पर्यटन, संगीत और समुंद्र तट पर आयोजित होने वाले इवेंट और फेस्टिवलो का आनंद उठाते है। इन फेस्टिवलो का आयोजन यहां की संस्कृति और परंपराओ के बारे में अधिक से अधिक जानने व प्रचार प्रसार के उद्देश्य से किया जाता है। अब तक इन द्वीपो पर छ: फेस्टिवलो और इवेंटो का आयोजन किया जाता है। जिनमे से कुछ प्रमुख के बारे में हम आपको निचे बता रहे है।मुम्बई के पर्यटन स्थलगोवा के बीचो की मस्तीद्वीप पर्यटन महोत्सवद्वीप पर्यटन महोत्सव अंडमान निकोबार द्वीप समूह का सबसे लोकप्रिय फेस्टिवल है। यह फेस्टिवल दस दिनो तक चलता है। जिसका आयोजन पोर्ट ब्लेयर, विम्बर बर्ग, वाडर नील, हैवलॉक, रंगत, मयबंदर, डिगलीपुर, हुटबे कार ननिकोबार, कामोर्टा और कैम्पबेले आदि लगभग सभी प्रमुख स्थानो व द्वीपो पर किया जाता है। इस महोत्सव में मुख्य तौर पर कलाकारो को बुलाया जाता है। जिनमे प्रतिषिठट संगीत बैंड, बालीवुड गायको, बालीवुड एक्टरो व नर्तको, हास्य कलाकारो और पूर्व और दक्षिण क्षेत्र के सांस्कृतिक केंद्रो के कलाकारो को आमंत्रित किया जाता है।बीच फेस्टिवलबीच फेस्टिवल का आयोजन अंडमान निकोबार द्वीप समूह की यात्रा पर आने वाले सैलानियै के मनोरंजन और द्वीप समूह में समुंद्र तट की गतिविधियो खेलो को और वाटर स्पोर्ट्स को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग द्वारा प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है। यह बीच फेस्टिवल तीन दिन तक चलता है। बीच फेस्टिवल में विभिन्न प्रकार की वाटर स्पोर्ट्स और बीच स्पोर्ट्स प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है। फेस्टिवल के आयोजन स्थल पर स्वादिस्ट भोजन, हस्तशिल्प आदि स्टालो को भी लगाया जाता है। इस फेस्टिवल का आयोजन कार्बीन कोव बीच पर किया जाता है। जिसमे भाग लेने के लिए लाखो सैलानी व प्रतियोगी यहा पहुंचते है।फिल बाजारपर्यटन विभाग द्वारा आयोजित यह फेस्टिवल एक प्रकार का मेला है। जिसको पर्यटन विभाग ने स्थानिय कलाकारो, कारीगरो और सांस्कृतिक संगठनो हस्त कला आदि को बढावा देने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष लगाया जाता है। जिसमे इनके द्वारा बनाये गए समानो के स्टाल लगाए जाते है। इस मार्केट का आयोजन मरीन नेशनल पार्क रोड पर किया जाता है।मानसून फेस्टिवलइस फेस्टिवल का आयोजन प्रतिवर्ष पर्यटन सीजन के समय सैलानियो के मनोरंजन के उद्देश्य से मई जून के महिने में किया जाता है। जिसमे संगीतमय प्रोग्राम आयोजित किये जाते है। मानसून फेस्टिवल अंडमान निकोबार द्वीप समूह का प्रसिद्ध फेस्टिवल है। जिका सैलानी भरपूर आनंद उठाते है।अंडमान निकोबार का मौसमजहा कि यात्रा पर हमे जाना होता है वहा जाने से पहले वहा के मौसम के बारे में भी जान लेना लाभदायक होता है जिससे हम वहा के मौसम के हिसाब से कपडे रख सके। अंडमान निकोबार द्वीप समूह का मौसम बहुत ही सुहाना व अच्छा होता है न तो यहा ज्या गर्मी होती है और न ही ज्यादा सर्दी बरसात भी यहा ओसत ही होती है। देखा जाए तो अंडमान का मौसम साल भर लगभग एक सा ही रहता है सर्दीयो में यहा का तापमान 24 से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। गर्मीयो में यहा का तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस तक रहता है जो कि अधिक गर्मी नही है। मानसून के मौसम में यहा ओसत वर्षा होती है इस समय यहा का तापमान 24 से 32 डिग्री सेल्सियस तक रहा है।अंडमान निकोबार द्वीप समूह की यात्रा के दौरान निम्न बातो का ध्यान रखें यात्रा पर जाने से पहले एयर टिकट और होटल बुकिंग कन्फर्म करा ले जिन क्षेत्रो के लिए परमिट की आवश्यकता है उनके लिए परमीट अवश्य लें यात्रा के दौरान रजिस्टर्ड गाइड की ही सेवाएं ले समुद्र में जाने से पहले लाइफ गार्ड जरूर पहने सुरक्षित एरिया में ही तैराकी करे प्रतिबंधित क्षेत्रो में तैरने न जाएं समुद्र तटो और परयावरण को साफ रखे कचरे को डस्टबिन में ही डालें । प्लास्टिक के उपयोग से बचे। पहनावे में शालीनता व शिष्टाचार का पालन करे। समुद्र तटो और सार्वजनिक स्थानो पर नग्नता से बचे सुरक्षित स्कूबा डाईविंग के लिए अनुभवी PADI, CMAC, NAUI, BSAC, SSI के प्रमाणन वाले स्कूबा गोता प्रशिक्षक की ही सेवा का लाभ उठाएं हाइड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी ले समुद्र में या ट्रैकिंग पर जाने से पहले अपनी लोकेशन लाइफ गार्ड को जरूर बताएं। देशी जनजातियो या आदिवासी क्षेत्रों में या फिर प्रतिबंधित क्षेत्रो में विडियो ग्राफी या फोटो ग्राफी से परहेज करे। जंगली व वन्य क्षेत्रों में आग का प्रयोग न करे।टेंट या तम्बू लगाकर रात को समुद्र तटो या वनो में ना रहें राष्ट्रीय पार्क या वनो में बिना परमिशन के न जाएंकैसे पहुचेंहवाई मार्ग द्वाराअंडमान निकोबार द्वीप समूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का हवाई अडडा चेन्नई, कोलकाता, मुम्बई, दिल्ली और भुवनेश्वर आदि भारत के प्रमुख हवाई अडडो से जुडा है। जहा से आप आसानी से पोर्ट ब्लेयर पहुंच सकते हैसमुंद्री मार्ग द्वाराचेन्नई कोलकाता और विशाखापट्टनम से पोर्ट ब्लेयर के लिए डेली शिप पेसेन्जर सेवाएं उपलब्ध है। शिप द्वारा पोर्ट ब्लेयर पहुचने में 50 से 60 घंटे का समय लगता है। हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:— [post_grid id=”11363″]Share this:ShareClick to share on Facebook (Opens in new window)Click to share on X (Opens in new window)Click to print (Opens in new window)Click to email a link to a friend (Opens in new window)Click to share on LinkedIn (Opens in new window)Click to share on Reddit (Opens in new window)Click to share on Tumblr (Opens in new window)Click to share on Pinterest (Opens 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