अगर आप कालका से शिमला जा रहे है तो आपको बीच मे एक खुबसूरत हिल्स स्टेशन सोलन पडेगा। सोलन के दर्शनीय स्थल आपको यहा रूकने पर विवश कर देगे। समुंद्र तल से लगभग 1350 मीटर की ऊचांई पर बसा यह खुबसूरत शहर सोलन मशरूम की खेती के लिए जाना जाता है। यहा प्रवेश करते ही आपको ऐसा महसूस होगा की जैसे आप शिमला शहर में आ गए हो सोलन हिमाचल प्रदेश का एक जिला भी है। कालका शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित यह पर्यटन स्थल हर मौसम में सैलानियो को लुभाता है। यहा का शुलिनी मेला और ठोडा नृत्य पूरे हिमाचल प्रदेश मे प्रसिद्ध है।
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सोलन के दर्शनीय स्थल
Solan tourist place – सोलन के पर्यटन स्थल
बडोग
जो पर्यटक कालका से टॉय ट्रैन में शिमला की ओर जाते है उन्है बडोग का प्राकृतिक सौंदर्य अभिभूत कर देता है। सोलन से केवल 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह स्थल सबसे लंबी रेल सुरंग के लिए भी जाना जाता है। चीड के सघन वनो से महकता बडोग पर्यटन स्थल साल भर सैलानियो को लुभाता है। यदि आप इस स्थान पर जा रहे है तो अपने साथ कैमरा ले जाना ना भूंले। यहा के प्राकृतिक नजारो को अपने कैमरे में कैद करने का अलग ही मजा है।

करोल गुफा
सोलन के दर्शनीय स्थल में यह गुफा काफी महत्वपूर्ण है। यह गुफा हिमालय की सबसे प्राचीन व सबसे लंबी गुफा मानी जाती है। इस गुफा को लेकर कई धार्मिक मान्यताए व किंवदंतिया प्रचलित है। यह स्थान समुंद्र तल से लगभग 7000 फुट की उचांई पर स्थित है। तथा सोलन से करोल गुफा 5 किलोमीटर की दूरी पर है।
सनावर
सोलन से 21 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह स्थान अपने 150 साल पुराने पब्लिक स्कूल, चर्च तथा सौर ऊर्जा से संचालित स्वमिंग पूल के लिए जाना जाता है। यहा सन 1914 से 18 के युद्धो मे शहीद हुए लोगो की स्मृति में एक स्मारक भी बना है।
बौद्ध मठ सोलन
सोलन से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह मठ तिब्बत के सबसे प्राचीन धर्म “बान” का अध्ययन केंद्र है। चीन के बाद बान धर्म का विश्व में यह दूसरा मठ है। यहा विशेष अवसरो पर लोक नृत्को द्वारा जो मुखोटा नृत्य पेश किया जाता है वह दर्शनीय है।
डगशाई
सोलन से केवल 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह पर्यटन स्थल अपनी प्राकृतिक सुंदरता व आकर्षक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यहा घूमने का अपना ही मजा आता है। ब्रिटिशकाल में इस स्थान को “दागेशाही” कहा जाता था। यहा की ऐतिहासिक जेल से जब कैदियो को रिहा किया जाता था तब उनके माथे पर एक दाग लगा दिया जाता था। इस दाग की वजह से ही इस स्थान को दागेशाही कहा जाता था। जोकि धीरे धीरे डगशाई हो गया।



सोलन के दर्शनीय स्थल – सोलन के आसपास के अन्य दर्शनीय स्थल – सोलन के समीपवर्ती अन्य दर्शनीय स्थल
कसौली
कसोली एकमात्र ऐसा पर्वतीय स्थल है जो मैदानी इलाको के बिल्कुल करीब पडता है। यहा सैलानियो को अन्य पर्वतीय स्थलो के थका देने वाले सफर जैसी असुविधा नही उठानी पडती। कालका से इसकी दूरी केवल 35 किलोमीटर है। यू तो कसोली शिमला की तरह पहाड पर बसा हुआ है। फिर भी कई मायनो में यह शिमला से बिल्कुल अलग दिखाई देता है। इसे पर्वतीय सैरगाह के रूप में विकसित करने का श्रेय अंग्रेजो को जाता है। बीमारी के बाद स्वास्थय लाभ के लिए बहुत से लोग यहा आते है। यहा की प्रदूषण रहित जलवायु स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
मंकी प्वाइंट कसौली
मंकी प्वाइंट कसौली का सबसे ऊंचा स्थान है यहा हनुमान जी का एक खूबसुरत मंदिर भी है। यहा हर समय हरितिमा बिछी रहती है। सर्दियो के मोसम मे जब आसमान से बर्फ गिरती है तो यहा का सौंदर्य देखते ही बनता है। यहा से कसौली का मनोरम दृश्य भी दिखाई पडता है।