लैंसडाउन पर्यटन स्थल – बर्फबारी के सुंदर दृश्य Naeem Ahmad, January 31, 2018February 25, 2023 उत्तराखंड राज्य केपौडी गढवाल जिले में स्थित लैंसडाउन एक खुबसूरत व स्वच्छ हिल्स स्टेशन है। लैंसडाउन समुद्रतल से 1706 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। अपने अब तक के जीवन काल में मैने भारत वर्ष के अनेको पर्यटन स्थलो की सैर की है। और बहुत से पर्यटन स्थलो पर तो कई कई बार जाना हुआ है। ऐसा इसलिए भी मुमकिन हुआ है कि क्योकि यह मेरे काम और व्यपार का एक हिस्सा भी है।अपनी अब तक की लाइफ में भारत के जितने भी भी पर्यटन स्थलो पर गया हूँ। मैने लैंसडाउन से ज्यादा स्वच्छ पर्यटन स्थल नही देखा। इस पर्यटन स्थल की साफ सफाई की व्यवस्था हकीकत में तारीफ के योग्य है।यहा साफ सफाई की ऐसी व्यवस्था शायद इसलिए भी हो, क्योकि यह पूरा क्षेत्र गढवाल राइफल्स की सैन्य छावनी है। यह छावनी गढवाल राइफल्स का गढ भी है। जितनी स्वच्छता यहा के रख रखाव में है, उतनी ही शुद्धता यहा के वातावरण में भी मौजूद है। जिसका श्रेय यहा की पहाडीयो घाटियो में दूर तक फैलै चीड के वृक्ष व अन्य वन्य संपदा को जाता है।जो यहां के वातावरण को शुद्धता के साथ साथ हरियाली और मनोहारी दृश्य भी प्रदान करते है। दूर दिखाई देती हिमालय की बर्फ से ढकी चोटिया व यहा का शांत वातावरण पर्यटको का मन मोह लेता है।इस खूबसूरत हिल्स स्टेशन को अंग्रेजो ने 1887 में बसाया था। पहले इस स्थान को कालूडांडा के नाम से जाना जाता था। उस समय के वायसराय अॉफ इंडिया लॉर्ड लैंसडाउन के नाम पर ही इसका नाम बदलकर(लैंसडाउन)रखा गया था।आप भुल्ला ताल को विडियो के माध्यम से भी देख सकते है:–Contents1 लैंसडाउन के पर्यटन स्थल1.1 लैंसडाउन कैसे पहुंचे2 उत्तराखंड पर्यटन पर आधारित हमारे यह लेख भी जरूर पढ़ेंलैंसडाउन के पर्यटन स्थललैंसडाउन में पर्यटको के देखने के लिए ज्यादा स्थल तो नही है। यहा के दर्शनीय स्थलो में भुल्ला ताल, टिप-एन-टॉप, गढवाल राइफल्स वॉर ममोरियल और म्यूजियम, पुराना चर्च, संतोषी माता मंदिर आदि प्रमुख है। आइए इनमे से कुछ के बारे में विस्तार से जानते है।भुल्ला ताल का सुंदर दृश्यभुल्ला ताल में बोटिंग करते पर्यटकरेस्टोरेंट भुल्ला तालहट्स और पार्क भुल्ला तालभुल्ला तालभुल्ला ताल गढवाल रेजिमेंट के वीर शहीदो को समर्पित एक छोटी सी व खूबसूरत झील है। जिसकी लम्बाई 140 मीटर तथा चौडाई 40.5 मीटर है। परंतु इस छोटी सी झील में आप बोटिंग का आनंद उठा सकते है। झील के चारो ओर कई खुबसूरत हट्स बने है। जहां बैठकर आप प्रकृति के दृश्यो का आनंद उठा सकते है। जब आप यहा बैठकर प्रकृति के दृश्यों का आनंद ले रहे हो, तो आपके बच्चे आपको परेशान न करे इसके लिए हट्स के पास ही बच्चो के खेल कूद और मनोरंजन के लिए झूले, व अन्य उपकरण भी है। झील और उसके चारो ओर के भाग की एक तार बांउड्री है। बांउड्री के बाहर कई खुबसूरत रिजॉर्ट व एक रेस्टोरेंट है। झील में प्रवेश के लिए व बोटिंग के लिए अलग अलग शुल्क लगता है।आम नागरिक प्रवेश शुल्क– 20 रूपये प्रतिव्यक्तिसैन्य अधिकारी व परिजन प्रवेश शुल्क– 10 रूपये प्रतिव्यक्तिआम नागरिक बोटिंग शुल्क — 80 रूपये प्रतिव्यक्तिसैन्य अधिकारी व परिजन बोटिंग शुल्क– 30 रूपये प्रतिव्यक्ति।आप टिप-एन-टॉप से दिखाई देने वाले दृश्यों को विडियो के माध्यम से भी देख सकते है:–टिप-एन-टॉपभुल्ला तिल से टिप एन टॉप की दूरी लगभग 1.5 किलोमीटर है। भुल्ला ताल जाने वाले मार्ग से ही एक मार्ग ऊपर की ओर टिप एन टॉप पर जाता है। टिप एन टॉप इस सैन्य क्षेत्र के पहाड की चोटी है। जहा से हिमालय पर्वत की बर्फ से ढकी चोटिया दिखाई पडती है। तथा नीचे की ओर हजारो फीट गहराई। यहा पार छोटे छोटे कॉटेज और एक रेस्टोरेंट भी है। इन कॉटेज में आप रात्री में ठहर सकते है। यहा पर कार पार्किंग के 20 रूपये शुल्क के अलावा व्यू प्वाइंट का कोई शुल्क नही लगता है।टिप-एन-टॉप से दिखाई बर्फ की चोटियांपर्यटक कॉटेज टिप-एन-टॉपगढवाल रेजिमेंट संग्रहालययह संग्रहालय छावनी मुख्यालय और परेड ग्रांउड के पास स्थित है। इस संअगरहालय में गढवाल रेजिमेट के अब तक के इतिहास, व हथियारो को संग्रहीत करके रखा गया है।पुराना चर्च100 साल पुराना यह छोटा सा चर्च खूबसूरत व दर्शनीय है।सिद्धबली मंदिर कोटद्धारलैंसडाउन कैसे पहुंचेलैसडाउन पहुंचने के लिए उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की नजीबाबाद तहसील से कोटद्धवार के लिए मार्ग जाता है नजीबाबाद से कोटद्वार की दूरी 25 किलोमीटर है। कोटद्वार से लैंसडाउन की दूरी 44 किलोमीटर है। यदि आप ट्रैन से जाने का प्लान बना रहे है तो बडी लाइन का मुख्य स्टेशन नजीबाबाद पहुंचे। नजीबाबाद से कोटद्वार के लिए रेलवे की शटल सेवा चलती है। कुछ ट्रेने सीधी भी कोटद्वार जाती है। दिल्ली से सीधी बस सेवाएं भी कोटद्वार के लिए चलती है। कोटद्वार से आप लोकल बस व टैक्सी द्वारा आसानी से कोटद्ववार पहुंच सकते है।उत्तराखंड पर्यटन पर आधारित हमारे यह लेख भी जरूर पढ़ें दार्जिलिंग के पर्यटन स्थल – दार्जिलिंग पर्यटन के बारे में दार्जिलिंग हिमालय पर्वत की पूर्वोत्तर श्रृंखलाओं में बसा शांतमना दार्जिलिंग शहर पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेता गणतंत्र दिवस परेड गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है । अगर पर्यटन की मांउट आबू के पर्यटन स्थल – माउंट आबू दर्शनीय स्थल पश्चिमी राजस्थान जहाँ रेगिस्तान की खान है तो शेष राजस्थान विशेष कर पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान की छटा अलग और शिमला(सफेद चादर ओढती वादियाँ) शिमला के दर्शनीय स्थल बर्फ से ढके पहाड़ सुहावनी झीलें, मनभावन हरियाली, सुखद जलवायु ये सब आपको एक साथ एक ही जगह मिल सकता नेपाल के पर्यटन स्थल – nepal tourist place information in hindi हिमालय के नजदीक बसा छोटा सा देश नेंपाल। पूरी दुनिया में प्राकति के रूप में अग्रणी स्थान रखता है । नैनीताल( सुंदर झीलों का शहर) नैनीताल के दर्शनीय स्थल देश की राजधानी दिल्ली से लगभग 300किलोमीटर की दूरी पर उतराखंड राज्य के कुमांऊ की पहाडीयोँ के मध्य बसा यह मसूरी (पहाड़ों की रानी) मसूरी टूरिस्ट पैलेस – masoore tourist place उतरांचल के पहाड़ी पर्यटन स्थलों में सबसे पहला नाम मसूरी का आता है। मसूरी का सौंदर्य सैलानियों को इस कदर कुल्लू मनाली के पर्यटन स्थल – कुल्लू मनाली पर्यटक का स्वर्ग कुल्लू मनाली पर्यटन :- अगर आप इस बार मई जून की छुट्टियों में किसी सुंदर हिल्स स्टेशन के भ्रमण की हरिद्वार ( मोक्षं की प्राप्ति) haridwar sapt puri teerth in hindi उतराखंड राज्य में स्थित हरिद्धार जिला भारत की एक पवित्र तथा धार्मिक नगरी के रूप में दुनियाभर में प्रसिद्ध है। गोवा( बीच पर मस्ती) goa tourist place information in hindi भारत का गोवा राज्य अपने खुबसुरत समुद्र के किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिए जाना जाता है ।गोवा क्षेत्रफल के जोधपुर ( ब्लू नगरी) jodhpur blue city – जोधपुर का इतिहास जोधपुर का नाम सुनते ही सबसे पहले हमारे मन में वहाँ की एतिहासिक इमारतों वैभवशाली महलों पुराने घरों और प्राचीन पतंजलि योग पीठ – patanjali yog peeth – योग जनक हरिद्वार जिले के बहादराबाद में स्थित भारत का सबसे बड़ा योग शिक्षा संस्थान है । इसकी स्थापना स्वामी रामदेव द्वारा खजुराहो का मंदिर (कामुक कलाकृति) kamuk klakirti khujraho अनेक भसाव-भंगिमाओं का चित्रण करने वाली मूर्तियों से सम्पन्न खजुराहो के जड़ पाषाणों पर चेतनता भी वारी जा सकती है। लाल किला किसने बनवाया – लाल किले का इतिहास और तथ्य यमुना नदी के तट पर भारत की प्राचीन वैभवशाली नगरी दिल्ली में मुगल बादशाद शाहजहां ने अपने राजमहल के रूप जामा मस्जिद दिल्ली का इतिहास- jama masjid dehli history in hindi जामा मस्जिद दिल्ली मुस्लिम समुदाय का एक पवित्र स्थल है । सन् 1656 में निर्मित यह मुग़ल कालीन प्रसिद्ध मस्जिद दुधवा नेशनल पार्क – doodhwa national park उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद के पलिया नगर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दुधवा नेशनल पार्क है। पीरान कलियर शरीफ – दरगाह करियर शरीफ – कलियर दरगाह का इतिहास पाक पीरान कलियर शरीफ उतराखंड के रूडकी से 4किमी तथा हरिद्वार से 20 किमी की दूरी पर स्थित पीरान कलियर सिद्धबली मंदिर – सिद्धबली मंदिर का इतिहास – sidhbali tample सिद्धबली मंदिर उतराखंड के कोटद्वार कस्बे से लगभग 3किलोमीटर की दूरी पर कोटद्वार पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर भव्य सिद्धबली मंदिर राधा कुंड यहाँ मिलती है संतान सुख प्राप्ति – radha kund mthura राधा कुंड :- उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर को कौन नहीं जानता में समझता हुं की इसका परिचय कराने की सोमनाथ मंदिर का इतिहास somnath tample history in hindi भारत के गुजरात राज्य में स्थित सोमनाथ मदिर भारत का एक महत्वपूर्ण मंदिर है । यह मंदिर गुजरात के सोमनाथ जिम कार्बेट नेशनल पार्क jim corbet national park information in hindi जिम कार्बेट नेशनल पार्क उतराखंड राज्य के रामनगर से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्क भारत का अजमेर शरीफ दरगाह ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती ajmer dargaah history in hindi भारत के राजस्थान राज्य के प्रसिद्ध शहर अजमेर को कौन नहीं जानता । यह प्रसिद्ध शहर अरावली पर्वत श्रेणी की Jammu kashmir tourist place जम्मू कश्मीर टूरिस्ट पैलेस जानकारी हिन्दी में जम्मू कश्मीर भारत के उत्तरी भाग का एक राज्य है । यह भारत की ओर से उत्तर पूर्व में चीन वैष्णो देवी यात्रा माँ वैष्णो देवी की कहानी veshno devi history in hindi जम्मू कश्मीर राज्य के कटरा गाँव से 12 किलोमीटर की दूरी पर माता वैष्णो देवी का प्रसिद्ध व भव्य मंदिर मानेसर झील ऐसा लगता है पानी कम मछलियां ज्यादा मानेसर झील या सरोवर मई जून में पडती भीषण गर्मी चिलचिलाती धूप से अगर किसी चीज से सकून व राहत हुमायूं का मकबरा मुगलों का कब्रिस्तान humanyu tomb history in hindi भारत की राजधानी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन तथा हजरत निजामुद्दीन दरगाह के करीब मथुरा रोड़ के निकटहुमायूं का मकबरास्थित है। कुतुबमीनार का इतिहास Qutab minar history in hindi पिछली पोस्ट में हमने हुमायूँ के मकबरे की सैर की थी। आज हम एशिया की सबसे ऊंची मीनार की सैर करेंगे। जो Lotus tample history in hindi कमल मंदिर एशिया का एक मात्र बहाई मंदिर भारत की राजधानी के नेहरू प्लेस के पास स्थित एक बहाई उपासना स्थल है। यह उपासना स्थल हिन्दू मुस्लिम सिख Akshardham tample history in hindi स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर पिछली पोस्ट में हमने दिल्ली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कमल मंदिरके बारे में जाना और उसकी सैर की थी। इस पोस्ट Charminar history in hindi- चारमीनार का इतिहास प्रिय पाठकों पिछली पोस्ट में हमने दिल्ली के प्रसिद्ध स्थल स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर के बारे में जाना और उसकी सैर 1 2 3 … 42 Next » भारत के पर्यटन स्थल भारत के हिल्स स्टेशन Hill station near dehliउत्तराखंड पर्यटनउत्तराचंल पर्यटन