दोस्तो अपने इस लेख आज हम एक ऐसे गार्डन की सैर करेगें जो अपनी श्रेणी में एशिया का सबसे बडा गार्डन है। और यह गार्डन भारत के प्रमुख शहर चंडीगढ के सेक्टर 16 में स्थित है। अब तो आप समझ गए होगें हम किसकी बात कर रहे है। जी हां! बात कर रहे है, रोज गार्डन चंडीगढ(गुलाब के फूलो का बाग)की। चंडीगढ शहर में स्थित यह खुबसूरत रोज उद्यान वहा के लोगो के साथ साथ पर्यटको के लिए भी वरदान जैसा है। गार्डनो में घुमना मौज मस्ती या फिर मनोरंजन इसका यही मकसद नही है। बाग बगीचो और गार्डनो में घुमने के बहुत से फायदे होते है।
अक्सर ऊंची-ऊंची इमारतों से घिरे हुए शहरों में रहते हुए इनसान अपनी खूबियों से दूर होता जा रहा है। इनके करीब आने के लिए उसे हरे भरे बाग-बगीचों में वक्त बिताने की जरूरत है। हरी-भरी जगहों पर वक्त बिताने से इनसान में सकारात्मकता आती है, साथ ही खुद पर उसका नियंत्रण भी बढ़ता है। शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि शहरी इलाकों में रहने से लोगों के फैले लेने की क्षमता प्रभावित होती है। खुले और हरे-भरे वातावरण में समय गुजारने से इनसान भौतिकवादी चीजों से हटकर भविष्य के बारे में सोचता है जिसका फायदा उसे मिलता है। भाग दौड भीड भाड वाले शहरो में रहने वाले लोगो के लिए उनके शहरो में बने रोज उद्यान जैसे बाग बगीचे या पार्क ही वहा के लोगो के लिए अक्सर वरदान साबित होते है।

रोज गार्डन चंडीगढ
1967 में बना यह रोज उद्यान लगभग 30 एकड भू भाग में बनाया गया है। इस रोज गार्डन को जाकिर हुसैन रोज गार्डन के नाम से जाना जाता है। यह रोज गार्डन 17000 पोधो से भरा हुआ है। जिसमे 1600 से भी अधिक किस्मो के गुलाब के फूलो की प्रजातियां देखने को मिलती है। इतनी भारी संख्या में गुलाब कि किस्मो के कारण यह गुलाब के फूलो के बगीचो की श्रेणी में एशिया का सबसे बडा रोज गार्डन है।
यहा का सौंदर्य पर्यटको को आश्चर्यचकित कर देता है। फरवरी माह में यहा कई किस्मो के गुलाब के फूल खिले रहते है। इस समय यहा का सौंदर्य पूरे शबाब पर रहता है। उस समय यहा रोज फेस्टीवल भी बडी धूम धाम से मनाया जाता है।



इस दौरान इस गार्डन में पर्यटको के साथ साथ स्थानीय लोगो की भी काफी भीड होती है। यहा के प्रबंधक के अनुसार उस समय यहा हर रोज 5000 के करीब लोग गुलाब के फूलो की सुंदरता को निहारने के लिए आते है। इस दौरान पर्यटक यहा खूब फोटोग्राफी भी करते है।
इस बाग के मध्य में लगभग 70 फुट का एक फव्वारा भी है। जो इस रोज उद्यान की सुंदरता में चार चांद लगा देता है। यह गार्डन अप्रैल से सितंबर के महिनो में सुबह में 5 बजे से शाम 9 बजे तक खुला रहता है। शेष महिनो में यह एक घंटा देरी से खोला जाता है।