राव सुजा जी राठौड़ का चित्र उपलब्ध नहींराव सुजा राठौड़ का इतिहास और जीवन परिचयPost author:Naeem AhmadPost published:December 12, 2022Post category:भारत के महान पुरूषPost comments:0 Commentsराव सातल जी के याद राव सुजा जी सन् 1491 में गद्दी पर बिराजे। सुजा जी को नाराजी नामक पुत्र सातलजी द्वारा दत्तक लिये गये थे। पर सातलजी का स्वर्गवास होते ही सुजा जी ने राज्य पर अधिकार कर लिया। नाराजी की सिर्फ पोकरन और फलोदी के जिले दे दिये गये। इस समय फलोदी एक छोटा सा गांव था। पोकरन मल्लिनाथ जी के पोत्र हमीर जी के वंशजों के अधिकार में था। पर नाराजी ने उन्हें वहां से हटाकर पोकरन पर अधिकार कर लिया।अजमेर के सूबेदार मल्लूखाँ ने सुजा जी के भाई बरसिंह जी को अपने यहाँ कैद कर रखे थे। राव सुजा जी राठौड़ का इतिहास और जीवन परिचय यह बात जब सुजा जी को मालूम हुई तो उन्होंने अजमेर पर चढ़ाई कर दी। इनके अजमेर पहुँचने के पहले ही उनके भाई बीकाजी और दुदाजी ने ने उक्त स्थान पर चढ़ाई कर बरसिंहजी को लौटा देने के लिये मल्लूखाँ को बाध्य किया। इस प्रकार बरखिंहजी को छुड़ाकर तीनो भाई मेड़ता आ गये।जेतारण पर बहुत समय से सिन्धल राठौड़ों का अधिकार था। यह प्रान्त इनको मेवाड़ के राणाजी की ओर से मिला था। जब जोधाजी ने गोड़वाड जिले का बहुत सा हिस्सा राणाजी से जीत लिया तो जतारण के राठौड़ों ने भी उनकी आधीनता स्वीकार कर ली। पर सुजा जी ने गद्दी पर बैठते ही सिन्धल राठौड़ों को जतारण से निकाल दिये। यह स्थान सुजा जी ने अपने पुत्र उदाजी को दे दिया। सुजा जी के सब से बढ़े पुत्र का नाम बाघजी था । इनका देहान्त सुजा जी के जीते जी ही हो गया था। 23 वर्ष राज्य कर लेने पर राव सुजा जी का भी देहान्त हो गया। जिस समय बाघजी मृत्यु-शैय्या पर पड़ हुए थे, उनके पिताजी ने उन्हे अपनी अन्तिम इच्छा प्रदर्शित करने के लिये कहा।राव सुजा जी राठौड़ का चित्र उपलब्ध नहींकुँवर बाघजी ने उत्तर दिया “मेरी अन्तिम इच्छा यह है कि आप के बाद मेरा पुत्र गद्दी पर बेठे।” राव सुजा जी ने यह बात मंजूर की ओर बाघजी के पुत्र वीरमजी को युवराज बना दिया। पर सुजा जी की मृत्यु हो जाने पर वीरमजी के हकों का बिलकुल खयाल न रखते हुए उनके छोटे भाई राव गांगा जी गद्दी पर बैठ गये।हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:—- महाराजा गंगा सिंह का इतिहास और जीवन परिचय महाराजा डूंगर सिंह का इतिहास और जीवन परिचय महाराजा सरदार सिंह बीकानेर परिचय और इतिहास महाराजा रत्नसिंह बीकानेर का परिचय और इतिहास महाराजा सूरत सिंह बीकानेर जीवन परिचय और इतिहास महाराजा अनूप सिंह का इतिहास महाराजा कर्ण सिंह बीकानेर परिचय और इतिहास महाराजा रायसिंह बीकानेर का परिचय राव बीका जी का इतिहास और जीवन परिचय महाराजा किशन सिंह भरतपुर रियासत महाराजा जसवंत सिंह भरतपुर का जीवन परिचय और इतिहास महाराजा रणजीत सिंह का इतिहास और जीवन परिचय महाराजा जवाहर सिंह का इतिहास और जीवन परिचय राजा सूरजमल का इतिहास और जीवन परिचय राजा बदन सिंह का इतिहास भरतपुर राज्य महाराजा उम्मेद सिंह का इतिहास और जीवन परिचय महाराजा सुमेर सिंह का इतिहास और जीवन परिचय महाराजा मानसिंह का इतिहास और जीवन परिचय महाराजा अभय सिंह का इतिहास और जीवन परिचय महाराजा अजीत सिंह का इतिहास और जीवन परिचय महाराजा जसवंत सिंह का इतिहास और जीवन परिचय राव उदय सिंह राठौड़ का इतिहास और जीवन परिचय राव रणमल का इतिहास और जीवन परिचय राव जोधा राठौड़ का इतिहास और जीवन परिचय राव सातल देव का इतिहास और जीवन परिचय राव मालदेव का इतिहास और जीवन परिचय सवाई माधोसिंह द्वितीय का इतिहास और जीवन परिचय सवाई रामसिंह द्वितीय का इतिहास और परिचय सवाई जगत सिंह का इतिहास और परिचय सवाई प्रताप सिंह का इतिहास और जीवन परिचय सवाई पृथ्वी सिंह द्वितीय का इतिहास और जीवन परिचय सवाई माधोसिंह का इतिहास और जीवन परिचय सवाई जयसिंह का इतिहास और जीवन परिचय महाराजा जयसिंह का इतिहास (प्रथम) आमेर राजा मानसिंह का इतिहास - आमेर के राजा का इतिहास महाराणा फतह सिंह जी का परिचय महाराणा प्रताप सिंह का इतिहास - महाराणा प्रताप की मृत्यु कैसे हुई महाराणा विक्रमादित्य का इतिहास महाराणा रतन सिंह द्वितीय का इतिहास महाराणा सांगा का इतिहास - राणा सांगा का जीवन परिचय 1 2 Next » Tags: जोधपुर का राजवंश, राजपूत शासक, राजस्थान के वीर सपूत, राजस्थान के शासकRead more articles Previous Postराव मालदेव का इतिहास और जीवन परिचय Next Postराव सातल देव का इतिहास और जीवन परिचय Naeem Ahmad CEO & founder alvi travels agency tour organiser planners and consultant and Indian Hindi blogger You Might Also Like सवाई प्रताप सिंह का इतिहास और जीवन परिचय December 4, 2022 राव सातल देव का इतिहास और जीवन परिचय December 12, 2022 महाराजा अमरसिंह पटियाला का परिचय और इतिहास January 22, 2023Leave a ReplyCommentEnter your name or username to commentEnter your email address to commentEnter your website URL (optional) Δ