झारखंड की राजधानी रांची की गिनती भारत के प्रमुख औधोगिक नगरो में होती है। झारखंड राज्य की राजधानी बनने के बाद से रांची के भौगोलिक स्वरूप में काफी परिवर्तन आया है। और के रांची टूरिस्ट पैलेस अब अपनी एक अलग पहचान बनाने लगे है। जिससे प्रभावित होकर पर्यटकों के मन में यहा आने की उत्सुकता बढने लगी है।
रांची शहर समुद्रतल से लगभग 2140 फुट की ऊचांई पर स्थित छोटा नागपुर के पठार में यह शहर स्थित है। इस पठारी भाग में जहां एक ओर ह्रदयस्पर्शी जलप्रपात, झरने व झीलें है। वही दूसरी ओर बडी बडी चिमनियो से निकलने वाले काले धुएं के बादल चारो ओर फैले दिखाई देते है। आज के अपने इस लेख में हम इसी खुबसूरत शहर“रांची टूरिस्ट पैलेस”की सैर करेगे और रांची के दर्शनीय स्थलो के बारे में विस्तार से जानेगें
रांची टूरिस्ट पैलेस के सुंदर दृश्य
रांची टूरिस्ट पैलेस
रांची की 10 घुमने लायक जगह
गौतम धारा
गौतम धारा के नाम से प्रसिद्ध यह एक जलप्रपात है। जिसको अब नए नाम जोन्हा वाटर फॉल के नाम से जाना जाता है। कांची नदी के किनारे स्थित यह वाटर फॉल रांची टूरिस्ट पैलेस के दर्शन पर आने वाले सैलानियो को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह वाटर फॉल यहा आने वाले सैलानियो के मन को सुकून प्रदान करता है। अनुपम प्राकृतिक नजारो से भरपूर जोन्हा वाटर फॉल का सम्मोहन सैलानियो को बांध लेता है।
कांके बांध
गोडा पहाडी और तालाब के पास स्थित कांके बांध एक मनोरम स्थल है। जिसकी गिनती रांची के प्रमुख पिकनिक स्थलो में की जाती है। यहा से गोंडा पहाडी की खूबसूरती को निहारा जा सकता है।
रॉक गार्डन
प्राचीन और आधुनिक संस्कृति के अनूठे संगम से बनाया गया रांची का रॉक गार्डन बहुत ही खुबसूरत है। इसके साथ ही इस गार्डन में स्थित कलकल ध्वनि से गूंजता हुआ जलप्रपात सैलानियो को यहा कुछ समय बांधे रखता है।
टैगोर हिल
रांची से कुछ ही दूरी पर मोराबादी में टैगोर हिल स्थित है। यह एक बहुत ही खुबसूर स्थल है। रांची टूरिस्ट पैलेस की यात्रा पर आने वाले अधिकतर यात्री यहा जरूर आते है। यहा के खुबसूरत प्राकृतिक नजारे पर्यटको को खूब भाते है। इस हिल स्टेशन की तलहटी में रामकृष्ण मिशन आश्रम दिव्ययान और अग्रेरियान वोकेशनल इंस्टीट्यूट भी है।
रांची लेक
रांची पहाडी के आधार पर स्थित इस झील का निर्माण 1842 में एक ब्रिटिश राष्ट्रीय कर्नल अॉनसली ने करवाया था। यह खुबसूरत स्थान पिकनिक और नौकायन का आनंद उठाने के लिए एक आदर्श स्थान है।
हुंड्री फॉल्स
रांची से 45 किलोमीटर दूर यह एक खूबसूरत झरना है। यहा पर स्वर्णरेखा नदी का पानी 320 फीट की ऊचांई से गिरता है। जिससे हुंड्री फॉल्स का निर्माण होता है। 320 फुट की ऊचांई से गिरते पानी की गर्जन और पक्षियो की चहचहाक सैलानियो को यहा के वातावरण में सम्मोहित सा कर देती है।
रांची टूरिस्ट पैलेस के सुंदर दृश्यदसाम फॉल्स
रांची से 34 किलोमीटर दूर स्थित दसाम फॉल्स एक खूबसूरत गंतव्य है। रांची टूरिस्ट पैलेस यात्रा पर आने वाले सैलानियो को यह स्थान खूब भाता है। यहा पानी 144 फीट की ऊचांई से गिरता हुआ बहुत सुंदर दिखाई पडता है।
बिरसा ज्युलॉजिकल गार्डन
बिरसा प्राणी उद्यान देश के सबसे सुंदर चियाघरो में गिना जाता है। यह उद्यान 104 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यह चिडियाघर जानवरो के असली घर जैसा प्रतीत होता है। जल निकायो के साथ प्राकृतिक जंगलो से आपको ऐसा लगता है कि आप जानवरो को देखने जंगली जंगल में प्रवेश कर चुके है। यह स्थान शहर से 16 किलोमीटर दूर है। बिरसा प्राणी उद्यान को राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा दो भागो में बांटा गया है। बडा क्षेत्र जंगली जानवरो का घर है जबकि छोटा क्षेत्र पूरी तरह से वनस्पति अनुभाग है। इस चिडियाघर में आप शेर, बाघ, लोमडी, भालू, हिरण, जंगली बिल्लिया, भोकने वाली हिरण और हाथी आदि देख सकते है। इस उद्यान में एक सुंदर गुलाब गार्डन और एक कृत्रिम झील भी है। जिसमे नौकायन की भी सुविधाएं है।
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सूर्य मंदिर
रांची से 39 किलोमीटर की दूरी पर बुंडू के पास विशाल सूर्य मंदिर है। 18 पहियो और 7 घोडो वाला यहा बना विशाल रथ आधुनिक शिल्प कला का अनूठा उदाहरण है।
जगन्नाथ टेम्पल
जगन्नाथ मंदिर रांची पहाड की चोटी पर बना एक खूबसूरत मंदिर है। 17 वी शताबदी का यह मंदिर जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है। जो कि देखने योग्य है।
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