मिरिक झील प्राकृतिक सुंदरता का अनमोल नमूना- tourist place in mirik Naeem Ahmad, June 15, 2017March 26, 2024 प्रिय पाठको पिछली पोस्टो मे हमने पश्चिम बंगाल हिल्स स्टेशनो की यात्रा के दौरान दार्जिलिंग और कलिमपोंग के पर्यटन स्थलो की सैर की और उसके बारे में विस्तार से जाना । इस पोस्ट मे हम अपनी इसी यात्रा के दौरान दार्जिलिंग जिले के एक और खुबसूरत पर्यटन स्थल मिरिक झील की सैर करेगे और उसके बारे में विस्तार से जानेगें।बरूआ सागर का किला – बरूआसागर झील का निर्माण किसने और कब करवायामिरिक पर्वतो की गोद में बसा बहुत ही सुंदर स्थान है। यहा खिलते रंगबिरंगे फूलों, हरी भरी वादियां कल कल करते झरने व खुशबूदार वृक्षो से ढका यह शहर बरबस ही पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां की शुद्ध जलवायु और मन भावन वातावरण सैलानियो को मंत्रमुग्ध कर देता है। मिरिक की समुन्द्र तल से ऊचाई 5899 फुट के लगभग है। इसके आलावा पर्यटको को यहा की झीले खूब भाती है। इन प्रसिद्ध झीलो के कारण ही मिरिक को पहचाना जाता है।मिरिक झील- मिरिक के दर्शनीय स्थल- मिरिक के पर्यटन स्थल- tourist place in mirik- mirik lakeमिरिक झील के सुंदर दृश्यसुमेन्दु झील:- ढेड किलोमीटर के लगभग लंबी यह झील मिरिक का सबसे बडा आकर्षण है। सुमेन्दु झील की गहराई किनारो पर 3 फुट तथा मध्य मे 26 फुट के लगभग है। इस झील के चारों ओर चहलकदमी करने के लिए रास्ते बनाये गये है जहा पर्यटक पहलकदमी करते हुए झील की सुंदरता तथा मछलियो की अठखेलिया का आनंद उठा सकते है। आस पास के जंगली इलाके मे पिकनिक मनाने के लिए यह स्थान बहुत ही अच्छा है। इसी झील के तट पर बना प्रसिद्ध सिंहा देवी मंदिर भी काफी सुंदर व देखने योग्य है कलिमपोंग के पर्यटन स्थल उत्तराखण्ड के उधमसिहं नगर जिले के पर्यटन स्थलमिरिक झील:- मिरिक झील की गहराई 27 फुट है। इस झील का सौंदर्य चांदनी रात में और भी निखर जाता है। पर्यटक इस मिरिक झील मे बोटिगं का आनंद उठा सकते है। सुंदर मछलियो को निहार सकते है। इस मिरिक झील पर एक पुल भी बना है। जो अपना आर्किटेकचर संरचना के लिए प्रसिद्ध है।चाय और संतरे बागान मिरिक मेचाय बागान:- मिरिक के सिढिनुमा हरे भरे चाय के बागान पर्यटको को आनंदित कर देते है। ढालदार ढलानों पर बने यह चाय के बागान ढलानों की सुंदरता मे भी चार चांद लगा देते है।संतरा बागान:- मिरिक शहर से कुछ ही दूरी पर संतरो के बागान है। जो काफी बडे क्षेत्र मे फैले हुए है। यहा भारी मात्रा मे संतरो की बागानी होती है। यहां पर पर्यटक संतरो के स्वाद के साथ साथ बागानो की खुबसूरती का आनंद उठा सकते है।मिरिक झील के व्यू प्वाइंटरमीते दारा और देवसी दारा:- यह दोनो स्थल मिरिक के व्यू प्वाइंट है यहा से सूर्योदय व सूर्यास्त का मनोरम दृश्य दिखाई पडता है। इसके आलावा यहं से मैदानो और बर्फ से ढकी चोटियो के सुंदर दृश्य भी देखे जा सकते है।मिरिक झील कैसै पहुँचेरेल मार्ग:- सिलिगुडी यहा का सबसे करीबी रेलवे स्टेशन है।सडक मार्ग:- मिरिक सिलिगुडी जलपाईगुडी से सडक मार्ग दारा जुडा है। हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:—[post_grid id=”6702″]Share this:ShareClick to share on Facebook (Opens in new window)Click to share on X (Opens in new window)Click to print (Opens in new window)Click to email a link to a friend (Opens in new window)Click to share on LinkedIn (Opens in new window)Click to share on Reddit (Opens in new window)Click to share on Tumblr (Opens in new window)Click to share on Pinterest (Opens in new window)Click to share on Pocket (Opens in new window)Click to share on Telegram (Opens in new window)Like this:Like Loading... भारत की प्रमुख झीलें पश्चिम बंगाल पर्यटन