प्रिय पाठको पिछली पोस्ट में हमने महाराष्ट्र के खुबसूरत हिल्स स्टेशन महाबलेश्वर की सैर की थी और उसके दर्शनीय स्थलो के बारे में विस्तार से जाना था अपनी इस पोस्ट में हम महाराष्ट्र के ही एक ओर खुबसूरत व सुंदर हिल्स स्टेशन माथेरन की सैर करेगें ओर वहा के प्रमुख दर्शनीय स्थलो के बारे में विस्तार से जानेगें माथेरन एक छोटा सा मगर खुबसूरत पर्यटन स्थल है। जो कि मुंंबई से लगभग 80 किलोमीटर तथा पुणे से 120 किलोमीटर की दूरी पर रायगढ जिले मे स्थित है। समुन्द्र तल से लगभग 300 मीटर की ऊचांई पर बसा हुआ है। हिमालय की तरह माथेरन की पहाडियो पर न तो बर्फ देखने को मिलती और ना ही यहा हिमालय की पहाडियो की तरह सर्द हवा के झौके चलते पर यहा का प्रदूषण रहित शांत वातारण और मनोहारी दृश्य पर्यटको का मन मोह लेते है। माथेरन भारत का एक मात्र ऐसा हिल्स स्टेशन है जहा गाडिया ले जाना प्रतिबंधित है। यहा पर दस्तूरी प्वाइंट तक ही गाडी से जाया जा सकता है। आगे जाने के लिए यहा गाडिया प्रतिबंधित है।
यहा से आगे के लिए आप ट्रेकिंग करते हुए जा सकते है। या दूसरे विकल्प भी अपना सकते है जैसे – घोडे की सवारी या हाथी से खीची जाने वाली गाडी इसके आलावा माथेरन पहुचंने का सबसे बढिया और आसान साधन है वहा के लिए चलने वाली टॉय ट्रेन जो आपको अपने टेढे मेढे घुमावदार ट्रेक पर चलती हुई तथा रोमांचित नजारो से रुबरू कराती हुई माथेरन पहुचाती है। यह एशिया का एक मात्र ऐसा हिल स्टेशन है जहा ट्रेकिंग करते हुए जाया जा सकता है। इस खुबसूरत व छोटे से हिल्स स्टेशन पर कई दर्शनीय स्थल व व्यू प्वाइंट है। जिनके बारे में हम आगे जानेगें। इससे पहले हम आपको माथेरन का अर्थ बता दे माथेरन का अर्थ होता है – पर्वतो के मस्तक पर जंगल।

Contents
माथेरन के दर्शनीय स्थल
माथेरन के देखने व घूमने योग्य स्थल
चारलोटी झील
पिकनिक के लिए यह यहा का यह सर्वोत्तम स्थल है। इस झील द्वारा ही पूरे शहर को पानी की सप्लाई कि जाती है चारो ओर घने जंगल से घिरी इस झील की प्राकृतिक सुंदरता काबिल ए तारिफ है।
वन ट्री हिल प्वाइंट
शहर के दक्षिण दिशा मे यह स्थल है। इस पहाडी पर सिर्फ एक ही वृक्ष है जिसके कारण इसे वन ट्री हिल प्वाइंट के नाम से पुकारा जाता है। इस पहाडी से एक मार्ग शिवाजी सीढियो की ओर जाता है।
रामबाग
इस स्थान के बारे में कहाजाता है कि यहा शिवाजी अपने साहहसिक अभियानो के दौरान यहा बनी सिढियो का प्रयोग करते थे। घने जंगल के बीच बनी यह सिढिया यहा का मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। यह रास्ता लगभग 9.5 किलोमीटर का है। जो ट्रेकिगं करते हुए यहा पहुंचने वाले रास्तो मे प्रमुख व ज्यादा उपयोग किया जाने वाला है।
ओलम्पिया रेसकोर्स
यह एक खेल कूद का मैदान है यहा हर साल मई में घुडसवारी और अन्य खेलकूद प्रतियोगिताए आयोजित की जाती है। जिनमे भाग लेने तथा देखने के लिए दूर दूर से प्रतियोगी व दर्शक यहा आते है।
पैनोरमा प्वाइंट
यह ए खुबसूरत पिकनिक स्थल है जो शहर से लगभग पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहा से आप पश्चिम मुंबई तथा नेटाल शहर का विंहगम दृश्य देख सकते है। यहा पहाडी रास्तो पर चलती टॉय ट्रेन को भी देख सकते है।

माथेरन मंकी प्वाइंट
यहा पर आप बंदरो को मस्ती करते हुए देख सकते है। जानवरो के साथ कैसा व्यवहार करना है वो सब यहा लगे बोर्ड पर आप पढ सकते है। बिना पढे उनके साथ गलत व्यवहार आपको नुकसान भी पहुचा सकता है। यह एक खुबसूरत स्थल है यहा बडी संख्या में सैलानी आते है।
माथेरन कैसे जाएं
रेल मार्ग द्वारा यहा पहुचने के लिए मुंबई से ट्रेन पकडनी पडेगी जो आपको नेरल रेलवे पर उतारेगी नेरल रेलवे स्टेशन से इस माथेरन की दूरी 120 किलोमीटर है । नेरल स्टेशन से आपको टॉय ट्रेन पकडनी पडेगी वहा से माथेरन 11 किलोमीटर दूर है। यहा आप आगे जाने के लिए स्थानीय बसो व टैक्सी की सेवाए भी प्राप्त कर सकते है। सडक मार्ग द्वारा नेरल से कामटी तक पहुंचने के लिए टैक्सी की सुविधा है। कामटी से मथेरन लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर है।
यहा जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मई का है अगर आप यहाठंड का मजा लेना चाहते है तो नवंबर से फरवरी के बीच भी जा सकते है।