मकबरा सआदत अली खां लखनऊ – नवाब सआदत अली खां की कब्र Naeem Ahmad, June 20, 2022March 2, 2023 उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी लखनऊ बहुत ही मनोरम और प्रदेश में दूसरा सबसे अधिक मांग वाला पर्यटन स्थल, गोमती नदी के सुरम्य तट के साथ फैला हुआ है। सांस्कृतिक रूप से समृद्ध यह शहर अपने गौरवशाली अतीत, उम्दा बोलचाल, सुरुचिपूर्ण ढंग और उर्दू शायरी के लिए उतना ही जाना जाता है, जितना कि यह अपने राजसी स्मारकों के लिए जाना जाता है। अवध के नवाब अपनी भव्य जीवन शैली और फिजूलखर्ची के लिए जाने जाते थे। उन्होंने लखनऊ में कई स्मारकों का निर्माण किया जिन्होंने शहर के परिदृश्य की सुंदरता में योगदान दिया। शहर का कैसरबाग क्षेत्र विशेष रूप से नवाबी युग के कई सुरम्य स्मारकों के लिए जाना जाता है जो शहर को अपनी विशिष्ट पुरानी दुनिया का आकर्षण देते हैं। मकबरा सआदत अली खां का भी उन्हीं इमारतों में से एक है। मकबरा सआदत अली खां अवध के नवाबों के इतिहास में एक प्रमुख स्थान रखता है। नवाब सआदत अली खां को एक सक्षम शासक और निर्माता माना जाता था। उन्हें लखनऊ में फरहत बख्श कोठी, हयात बख्श कोठी, दिलकुशा और लोकप्रिय लाल बारादरी जैसी कई भव्य कोठियों (महलों) का निर्माण करने का श्रेय दिया जाता है। नवाब सआदत अली खान की मृत्यु के बाद, उनके बेटे नवाब गाजीउद्दीन हैदर ने बेगम हजरत महल पार्क के पास कैसरबाग में अपने पिता की याद में भव्य मकबरा बनवाया। Contents1 मकबरा सआदत अली खां का इतिहास1.1 मकबरा सआदत अली खां की वास्तुकला2 मकबरा की वर्तमान स्थिति3 लखनऊ के पर्यटन स्थल:—-4 अवध के नवाब :—— मकबरा सआदत अली खां का इतिहास बेगम हजरत महल पार्क के सामने ही एक अन्य आकर्षक पार्क में स्थित दो मकबरों में से एक नवाब सआदत अली खाँ का और दूसरा उनकी प्रिय बेगम खुर्शेद जादी का है। इन मकबरों का निर्माण उनके साहबजादे गाज़ीउद्दीन हैदर ने करवाया था । जहां आज यह मकबरे मौजूद है वहांकभी एक मकान हुआ करता था जिसमें नवाब सआदत अली खां निवास करते थे। नवाब सआदत अली खाँ के गुजरने के बाद उनके साहबजादे साहब राजमहल गये और कहा– मैंने अपने अब्बू जान का मकान इसलिए लिया है कि मैं अपना मकान उन्हें रहने के लिए दे दूं। जब नवाब साहब का इंतकाल हुआ तो गाजीउद्दीन हैदर ने अपने मरहुम वालिद को अपने ही घर में दफन कराया और पुराने मकान तुड़वाकर जो मकबरे बनवाए वह यही है। यह दोनों ही मकबरे इटालियन शैली में बने हैं। इन मकबरों के गुम्बद बेमिसाल हैं जो कि लखनऊ की तमाम इमारतों के गुम्बदों से भिन्न अपनी एक अलग ही पहचान बनाएँ हुए हैं। मकबरों में शतरंज के आकार में बड़े-बड़े संगमरमर के काले ओर सफेद चोकोर टुकड़ों से फर्श का निर्माण हुआ है। मकबरे के तहखाने में नवाब सआदत अली खाँ की कब्र है और करीब ही उनकी माँ और बेटी की कब्र भी मोजूद हैं। इसी बड़े मकबरे के दक्षिणी भाग में उनके खानदान की तीन कब्रें और भी हैं। खुर्शीद जादी का मकबरा भी खूबसूरती मे किसी से कम नहीं है। इस मकबरे में बेगम व उनके पुत्र एक साथ दफन हैं। छोट मकबरे का गुम्बद बड़े मकबरे के गुम्बद से भिन्न है। इस मकबरे का तहखाना बाहर की ओर खूलता है। आजादी की लड़ाई के दौरान 17 मार्च, सन् 1858 को जनरल हैवलाक जब इस मकबरे के नजदीक से होकर रेजीडेंसी की ओर जा रहे थे तो इन पर चढ़ी जल्लाद तोपों का ग्रास होने वाले उसके 15 जाँबाज़ सिपाही मारे गये जो कि इन दोनों मकबरों के बीच में दफन है। मकबरा सआदत अली खां सआदत अली खाँ बड़े ही मितव्ययी माने जाते थे। नवाब साहब ने शुरू-शुरू में फरहत बख्श’ की कोठी 50 हजार रुपये में जनरल मार्टिन से खरीदी और उसी में रहने लगे थे। इसके बाद इस कोठी के इर्द-गिर्द तमाम इमारते बनवाई जिनमें टेटी कोठी’ मुख्य थी। यह कोठी उन्होंने रेजीडेट साहब के लिए बनवाई थी। इस कोठी के भग्नावशेष आज भी रेजीडेंसी में मोजूद हैं। इसके बाद ‘कख्र- उल-सुल्तान’ नाम से एक मशहूर बारादरी बनवाई जो बाद में ‘लाल बारादरी’ के नाम से विख्यात हुई। आज इस इमारत में ‘ललित कला अकादमी’ का कार्यालय कायम है। इसके अतिरिक्त नवाब साहब ने दिल आराम, दिलकुशा, हयात बख्श आदि मशहूर कोठियाँ बनवाईं। ‘हयात बख्श’ कोठी में जब तक नवाब साहब जिन्दा रहे रहने आ जाया करते थे उनके गुजरने के बाद किसी नवाब ने इसका इस्तेमाल नहीं किया। हां आजादी की जंग से पहले मेजर बेंक’ इसमें रहे थे। नवाब साहब के वक्त में तमाम बड़े बाजार कायम हुए जिनमें सआदत गंज, मकबूल गंज, रस्तोगी मौहल्ला, गोलागंज, मौलवीगंज, रकाबगंज आदि मुख्य थे। रकाबगंज लोहे और ‘अनाज’ की सबसे बड़ी मंडी थी । नवाब सआदत अली खान के शासन के दौरान स्थापत्य डिजाइनों में एक प्रमुख बदलाव देखा गया था, जब अवधी शैली के वास्तुशिल्प डिजाइनों को धीरे-धीरे यूरोपीय शैली के डिजाइनों द्वारा लेने के लिए छोड़ दिया गया था। आधुनिक यूरोपीय डिजाइनों को नवाब सआदत अली खान के शासनकाल के दौरान और बाद में बनाए गए इमामबाड़ों, बारादरी, कोठी, बगिया (बगीचे), आवासों और अदालत कक्षों के निर्माण में देखा जा सकता है। दुर्भाग्य से, 1857 के विद्रोह के दौरान नवाब सआदत अली खान के मकबरे के आसपास की बारादरी, कोठी और उद्यान को ब्रिटिश सैनिकों द्वारा भारी रूप से नष्ट कर दिया गया था। मकबरा सआदत अली खां की वास्तुकला मकबरा में एक बड़ा अर्धवृत्ताकार गुंबद है जो सुंदर संकीर्ण पसली के साथ शामिल है। एक बड़ा गुलदास्ता (फूलों की व्यवस्था) प्रकार की वास्तुशिल्प डिजाइन मकबरा के शीर्ष भाग को सुशोभित करती है। खुर्शिद ज़ादी का मकबरा नवाब सआदत अली ख़ान के मकबरे के पार दक्षिण-पूर्व दिशा में बना है। दोनों मकबरे मकबरे के समग्र निर्माण को मजबूत करने के लिए चुनम (चूने) के साथ विशिष्ट लखौरी (सपाट ईंटों) के साथ बनाए गए थे। मकबरा सआदत अली खां का सूक्ष्म प्लास्टर डिजाइनों से अलंकृत है और यह नाजुक इंडो-यूरोपीय स्थापत्य प्रतिभा का एक आकर्षक उदाहरण है। मकबरा एक अद्भुत बगीचे से घिरा हुआ है जिसमें सुंदर मौसमी पौधे, फूल और पेड़ हैं। हरे-भरे बगीचे मकबरे की समग्र उत्कृष्टता को बढ़ाते हैं। मकबरा की वर्तमान स्थिति मकबरा सआदत अली खां को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, नियामक संस्था के लखनऊ सर्कल द्वारा अच्छी तरह से संरक्षित किया गया है। मकबरा की कलात्मक स्थापत्य प्रतिभा पर्यटकों को अचंभित कर देती है। मकबरा भले ही आकार में छोटा हो लेकिन आज भी यह सुंदर और आकर्षक दिखता है। मकबरा हर समय आगंतुकों के लिए खुला रहता है और दिन के किसी भी समय जाया जा सकता है। नवाबों के समय का अनुभव करने के लिए कैसरबाग क्षेत्र का दौरा करें, शाही समृद्धि जिसके लिए वे जाने जाते थे और 1857 के विद्रोह के दौरान और बाद में अंग्रेजों के हाथों उन्हें जिस अपमान का सामना करना पड़ा था। यह क्षेत्र आपको अवध के इतिहास में खींचने में मदद करेगा और लखनऊ के नवाबों के शहर में आपको घर जैसा महसूस कराने के लिए पर्याप्त है। लखनऊ के पर्यटन स्थल:—- लखनऊ के क्रांतिकारी और 1857 की क्रांति में अवध 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में लखनऊ के क्रांतिकारी ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई। इन लखनऊ के क्रांतिकारी पर क्या-क्या न ढाये Read more लखनऊ में 1857 की क्रांति का इतिहास लखनऊ में 1857 की क्रांति में जो आग भड़की उसकी पृष्ठभूमि अंग्रेजों ने स्वयं ही तैयार की थी। मेजर बर्ड Read more शम्सुन्निसा बेगम लखनऊ के नवाब आसफुद्दौला की बेगम बेगम शम्सुन्निसा लखनऊ के नवाब आसफुद्दौला की बेगम थी। सास की नवाबी में मिल्कियत और मालिकाने की खशबू थी तो बहू Read more बहू बेगम की जीवनी - बहू बेगम का मकबरा कहां स्थित है नवाब बेगम की बहू अर्थात नवाब शुजाउद्दौला की पटरानी का नाम उमत-उल-जहरा था। दिल्ली के वज़ीर खानदान की यह लड़की सन् 1745 Read more नवाब बेगम की जीवनी - सदरून्निसा नवाब सफदरजंग की बेगम अवध के दर्जन भर नवाबों में से दूसरे नवाब अबुल मंसूर खाँ उर्फ़ नवाब सफदरजंग ही ऐसे थे जिन्होंने सिर्फ़ एक Read more भातखंडे संगीत विद्यालय का इतिहास भारतीय संगीत हमारे देश की आध्यात्मिक विचारधारा की कलात्मक साधना का नाम है, जो परमान्द तथा मोक्ष की प्राप्ति के Read more बेगम अख्तर का जीवन परिचय - बेगम अख्तर कौन थी बेगम अख्तर याद आती हैं तो याद आता है एक जमाना। ये नवम्बर, सन् 1974 की बात है जब भारतीय Read more लखनऊ की बोली अदब और तहजीब की मिसाल उमराव जान को किसी कस्बे में एक औरत मिलती है जिसकी दो बातें सुनकर ही उमराव कह देती है, “आप Read more गोमती नदी का उद्गम स्थल और गोमती नदी लखनऊ के बारे में गोमती लखनऊ नगर के बीच से गुजरने वाली नदी ही नहीं लखनवी तहजीब की एक सांस्कृतिक धारा भी है। इस Read more लखनऊ की चाट कचौरी ऐसा स्वाद रहें हमेशा याद लखनऊ अपने आतिथ्य, समृद्ध संस्कृति और प्रसिद्ध मुगलई भोजन के लिए जाना जाता है। कम ही लोग जानते हैं कि Read more क्राइस्ट चर्च लखनऊ का इतिहास हिन्दी में नवाबों के शहर लखनऊ को उत्तर प्रदेश में सबसे धर्मनिरपेक्ष भावनाओं, संस्कृति और विरासत वाला शहर कहा जा सकता है। धर्मनिरपेक्ष Read more लखनऊ के प्रसिद्ध मंदिर यहां जाना ना भूलें एक लखनऊ वासी के शब्दों में लखनऊ शहर आश्चर्यजनक रूप से वर्षों से यहां बिताए जाने के बावजूद विस्मित करता रहता Read more मूसा बाग लखनऊ जहां स्थित है एक चूहे का मकबरा लखनऊ एक शानदार ऐतिहासिक शहर है जो अद्भुत स्मारकों, उद्यानों और पार्कों का प्रतिनिधित्व करता है। ऐतिहासिक स्मारक ज्यादातर अवध Read more लखनऊ यूनिवर्सिटी का इतिहास इन हिन्दी बड़ा लम्बा सफर तय किया है कैनिंग कालेज ने लखनऊ यूनिवर्सिटी के रूप में तब्दील होने तक। हाथ में एक Read more राज्य संग्रहालय लखनऊ का इतिहास हिन्दी में लखनऊ के राज्य संग्रहालय का इतिहास लगभग सवा सौ साल पुराना है। कर्नल एबट जो कि सन् 1862 में लखनऊ के Read more चारबाग रेलवे स्टेशन का इतिहास - मुस्कुराइए आप लखनऊ में है चारबाग स्टेशन की इमारत मुस्कुराती हुई लखनऊ तशरीफ लाने वालों का स्वागत करती है। स्टेशन पर कदम रखते ही कहीं न Read more लखनऊ की मस्जिदें - लखनऊ की ऐतिहासिक मस्जिद लखनऊ उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी है, और भारत का एक ऐतिहासिक महानगर है। लखनऊ को नवाबों का शहर कहा Read more पतंगबाजी का शौक आपको ही नहीं लखनऊ के नवाबों को भी था पतंगबाजी या कनकौवे बाजी, पतंग उर्फ 'कनकइया' बड़ी पतंग उर्फ 'कमकउवा, बड़े ही अजीबो-गरीब नाम हैं यह भी। वैसे तो Read more लखनऊ की तवायफें जिनसे रहते थे कोठे हमेशा गुलजार नवाबी वक्त में लखनऊ ने नृत्य और संगीत में काफी उन्नति की। नृत्य और संगीत की बात हो और तवायफ का Read more कबूतर बाजी जिसके शौकीन थे लखनऊ के नवाब लखनऊ की नजाकत-नफासत ने अगर संसार में शोहरत पायी है तो यहाँ के लोगों के शौक भी कम मशहूर नहीं Read more मुर्गा की लड़ाई कभी लखनऊ का मुख्य मनोरंजन था कभी लखनऊ की मुर्गा की लड़ाई दूर-दूर तक मशहूर थी। लखनऊ के किसी भी भाग में जब मुर्गा लड़ाई होने वाली Read more अदब और तहजीब तथा भाईचारे मिसाल है लखनऊ लखनऊ सारे संसार के सामने अदब और तहजीब तथा आपसी भाई-चारे की एक मिसाल पेश की है। लखनऊ में बीतचीत Read more लखनवी चिकन कुर्ता - लखनऊ की प्रसिद्ध चिकनकारी लखनऊ का चिकन उद्योग बड़ा मशहूर रहा है। लखनवी कुर्तीयों पर चिकन का काम नवाबीन वक्त में खूब फला-फूला। नवाब आसफुद्दौला Read more लखनऊ का पहनावा - लखनऊ का लिबास लखनऊ नवाबों, रईसों तथा शौकीनों का शहर रहा है, सो पहनावे के मामले में आखिर क्यों पीछे रहता। पुराने समय Read more लखनवी पान की गिलौरी का सुगंधित स्वाद लखनवी पान:-- पान हमारे मुल्क का पुराना शौक रहा है। जब यहाँ हिन्दू राजाओं का शासन था तब भी इसका बड़ा Read more दिलकुशा कोठी कहां है - दिलकुशा कोठी किस लिए प्रसिद्ध है दिलकुशा कोठी, जिसे "इंग्लिश हाउस" या "विलायती कोठी" के नाम से भी जाना जाता है, लखनऊ में गोमती नदी के तट Read more लखनऊ की बिरयानी - लखनऊ की प्रसिद्ध इदरीस की बिरयानी लखनऊ का व्यंजन अपने अनोखे स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर अपने कोरमा, बिरयानी, नहरी-कुलचा, जर्दा, शीरमल, और वारकी Read more रहीम के नहारी कुलचे लखनऊ - कुलचा नहारी का कोम्बो स्वाद रहीम के नहारी कुलचे:--- लखनऊ शहर का एक समृद्ध इतिहास है, यहां तक कि जब भोजन की बात आती है, तो लखनऊ Read more टुंडे कबाब लखनऊ - टुंडे कबाब की कहानी - टुंडे कबाब का इतिहास उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का नाम सुनते ही सबसे पहले दो चीजों की तरफ ध्यान जाता है। लखनऊ की बोलचाल Read more गोमती रिवर फ्रंट - एक सुहानी शाम गोमती के नाम लखनऊ शहर कभी गोमती नदी के तट पर बसा हुआ था। लेकिन आज यह गोमती नदी लखनऊ शहर के बढ़ते विस्तार Read more अंबेडकर पार्क लखनऊ में गुजारे एक हसीन शाम नवाबों का शहर लखनऊ समृद्ध ऐतिहासिक अतीत और शानदार स्मारकों का पर्याय है, उन कई पार्कों और उद्यानों को नहीं भूलना Read more वाटर पार्क इन लखनऊ - लखनऊ में वाटर पार्क लखनऊ शहर जिसे "बागों और नवाबों का शहर" (बगीचों और नवाबों का शहर) के रूप में जाना जाता है, देश Read more काकोरी कांड कहां हुआ था - काकोरी शहीद स्मारक कहा है उत्तर प्रदेश राज्य में लखनऊ से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक छोटा सा नगर काकोरी अपने दशहरी आम, जरदोजी Read more नैमिषारण्य का इतिहास - नैमिषारण्य तीर्थ का महत्व लखनऊ शहर में मुगल और नवाबी प्रभुत्व का इतिहास रहा है जो मुख्यतः मुस्लिम था। यह ध्यान रखना दिलचस्प है Read more कतर्नियाघाट सेंचुरी - कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य प्रकृति के रहस्यों ने हमेशा मानव जाति को चकित किया है जो लगातार दुनिया के छिपे रहस्यों को उजागर करने Read more नवाबगंज पक्षी विहार कहा स्थित है - नवाबगंज बर्ड सेंचुरी इन हिन्दी लखनऊ में सर्दियों की शुरुआत के साथ, शहर से बाहर जाने और मौसमी बदलाव का जश्न मनाने की आवश्यकता महसूस होने Read more बिठूर आकर्षक स्थल जहां हुआ था लव और कुश का जन्म धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व वाले शहर बिठूर की यात्रा के बिना आपकी लखनऊ की यात्रा पूरी नहीं होगी। बिठूर एक सुरम्य Read more लखनऊ चिड़ियाघर शहर के बीच प्राणी उद्यान एक भ्रमण सांसारिक जीवन और भाग दौड़ वाली जिंदगी से कुछ समय के लिए आवश्यक विश्राम के रूप में कार्य Read more जनेश्वर मिश्र पार्क लखनऊ - कुछ पल शुद्ध वातावरण में लखनऊ में हमेशा कुछ खूबसूरत सार्वजनिक पार्क रहे हैं। जिन्होंने नागरिकों को उनके बचपन और कॉलेज के दिनों से लेकर उस Read more लाल बारादरी लखनऊ - लाल बारादरी का इतिहास इस निहायत खूबसूरत लाल बारादरी का निर्माण सआदत अली खांने करवाया था। इसका असली नाम करत्न-उल सुल्तान अर्थात- नवाबों का Read more 1 2 Next » अवध के नवाब :—— मलिका किश्वर का इतिहास - मलिका किश्वर की कहानी मलिका किश्वर साहिबा अवध के चौथे बादशाह सुरैयाजाहु नवाब अमजद अली शाह की खास महल नवाब ताजआरा बेगम कालपी के नवाब Read more कुदसिया महल गरीबों की मसीहा लखनऊ के इलाक़ाए छतर मंजिल में रहने वाली बेगमों में कुदसिया महल जेसी गरीब परवर और दिलदार बेगम दूसरी नहीं हुई। Read more शम्सुन्निसा बेगम लखनऊ के नवाब आसफुद्दौला की बेगम बेगम शम्सुन्निसा लखनऊ के नवाब आसफुद्दौला की बेगम थी। सास की नवाबी में मिल्कियत और मालिकाने की खशबू थी तो बहू Read more बहू बेगम की जीवनी - बहू बेगम का मकबरा कहां स्थित है नवाब बेगम की बहू अर्थात नवाब शुजाउद्दौला की पटरानी का नाम उमत-उल-जहरा था। दिल्ली के वज़ीर खानदान की यह लड़की सन् 1745 Read more नवाब बेगम की जीवनी - सदरून्निसा नवाब सफदरजंग की बेगम अवध के दर्जन भर नवाबों में से दूसरे नवाब अबुल मंसूर खाँ उर्फ़ नवाब सफदरजंग ही ऐसे थे जिन्होंने सिर्फ़ एक Read more सआदत खां बुर्हानुलमुल्क उर्फ मीर मुहम्मद अमीन लखनऊ के प्रथम नवाब सैय्यद मुहम्मद अमी उर्फ सआदत खां बुर्हानुलमुल्क अवध के प्रथम नवाब थे। सन् 1720 ई० में दिल्ली के मुगल बादशाह मुहम्मद Read more नवाब सफदरजंग लखनऊ के दूसरे नवाब नवाब सफदरजंग अवध के द्वितीय नवाब थे। लखनऊ के नवाब के रूप में उन्होंने सन् 1739 से सन् 1756 तक शासन Read more नवाब शुजाउद्दौला लखनऊ के तीसरे नवाब नवाब शुजाउद्दौला लखनऊ के तृतीय नवाब थे। उन्होंने सन् 1756 से सन् 1776 तक अवध पर नवाब के रूप में शासन Read more नवाब आसफुद्दौला लखनऊ के चौथे नवाब नवाब आसफुद्दौला-- यह जानना दिलचस्प है कि अवध (वर्तमान लखनऊ) के नवाब इस तरह से बेजोड़ थे कि इन नवाबों Read more नवाब वजीर अली खां लखनऊ के 5वें नवाब नवाब वजीर अली खां अवध के 5वें नवाब थे। उन्होंने सन् 1797 से सन् 1798 तक लखनऊ के नवाब के रूप Read more नवाब सआदत अली खां द्वितीय लखनऊ के 6वें नवाब नवाब सआदत अली खां अवध 6वें नवाब थे। नवाब सआदत अली खां द्वितीय का जन्म सन् 1752 में हुआ था। Read more नवाब गाजीउद्दीन हैदर लखनऊ के 7वें नवाब नवाब गाजीउद्दीन हैदर अवध के 7वें नवाब थे, इन्होंने लखनऊ के नवाब की गद्दी पर 1814 से 1827 तक शासन किया Read more नवाब नसीरुद्दीन हैदर लखनऊ के 8वें नवाब नवाब नसीरुद्दीन हैदर अवध के 8वें नवाब थे, इन्होंने सन् 1827 से 1837 तक लखनऊ के नवाब के रूप में शासन Read more नवाब मुहम्मद अली शाह लखनऊ के 9वें नवाब मुन्नाजान या नवाब मुहम्मद अली शाह अवध के 9वें नवाब थे। इन्होंने 1837 से 1842 तक लखनऊ के नवाब के Read more नवाब अमजद अली शाह लखनऊ के 10वें नवाब अवध की नवाब वंशावली में कुल 11 नवाब हुए। नवाब अमजद अली शाह लखनऊ के 10वें नवाब थे, नवाब मुहम्मद अली Read more नवाब वाजिद अली शाह कौन थे - वाजिद अली शाह का जीवन परिचय नवाब वाजिद अली शाह लखनऊ के आखिरी नवाब थे। और नवाब अमजद अली शाह के उत्तराधिकारी थे। नवाब अमजद अली शाह Read more भारत के पर्यटन स्थल उत्तर प्रदेश पर्यटनलखनऊ पर्यटन