बी आर हिल्स – बी आर टी वन्यजीव अभ्यारण्य Naeem Ahmad, October 1, 2017March 29, 2024 प्रिय पाठको अपने वन्य जीव उद्यान संस्करण के अंतर्गत इस पोस्ट में हम भारत के कर्नाटक राज्य के एक ऐसे वन्यजीव उद्यान की सैर करेगें जो पहाडो की ऊचाईयो पर बसा है। पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करता है। जी हां “बी आर हिल्स” पहाडो की सुंदरता और वन्य जीवो की अनूठी संगम स्थली के रूप में जाना जाता है। यहा के शांत वातावरण में प्राकृति से नजदीकी का अहसास तो होता ही है साथ में यहा की खामोशी में आप जंगली जानवरो की आवाजे इतनी साफ सुनाई पडती है मानो ऐसा लगता है कि वो कही हमारो आसपास ही है। समुंद्र तल से 3375 फुट की ऊचांई पर दक्षिण कर्नाटक में कावेरी और कपिला नदियो के बीच में स्थित बी आर हिल्स कामराजनगर जिले के अंतर्ग आती है। यह हिल्स स्टेशन वन्यजीवो के बारे में जानने को उत्सुक और ट्रेकिंग का रोमांच उठाने वाले पर्यटको के लिए एक स्वर्ग से कम नही है। यहा वनस्पतियो और जीव जन्तुओ की अनेक प्रजातिया आपको देखने को मिलती है। बी आर टी नेशनल पार्क 525 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहा भालू , जंगली सूअर के अलावा हाथी भी पाये जाते है।कतर्नियाघाट सेंचुरी – कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्ययहा 270 के लगभग पक्षियो की प्रजातिया पायी जाती है जिनमे से 210 के लगभग प्रजातिया प्रवासी पक्षियो की है। पेरेडाइज, फ्लाईकैचर, रॉकेट टेल्ड ड्रॉन्गो और क्रेस्टेड हॉक ईगल प्रमुख है। यहा पर सैलानी पैदल घूमने के साथ साथ जीप सफारी या हाथी की सवारी द्वारा इस खुबसुरत जंगल का भ्रमण कर सकते है। यहा आने के लिए चमराजनगर वन विभाग से अनुमति पत्र की आवश्यकता पडती है। आस पास में कॉफी के बागान भी देखने योग्य है। यह अभारण्य पूरे साल खुला रहता है। लेकिन यहा जाने का सही समय सितंबर से अप्रैल के बीच का है इस समय यहा की प्राकृतिक छठा देखते ही बनती है।बी आर हिल्स के सुंदर दृश्यबी आर हिल्सबी आर हिल्स के दर्शनीय स्थलबी आर हिल्स के अन्य पर्यटन स्थलडोडडा सैमपिगे मारायह एक विशाल वृक्ष है जोकि लगभग दो हजार वर्ष पुराना है। हैरत की बात यह है की इतना पुराना होने के बाद भी यह वृक्ष पहले से भी ज्यादा हरा भरा है। डोडडा सैमपिगे मारा जिसका अर्थ होता है “चंपक का पेड” इस पेड को यहा की स्थानिय सालिगा जनजाति बहुत सम्मान करती है।उनका मानना है कि इस वृक्ष में भगवान रंगास्वामी का वास है। स्थानिय लोगो का यह भी मानना है की यहा अन्य देवी देवता भी वास करते है। जिन्हें यहा पत्थर के 101 लिंगो द्वारा प्रस्तुत किया गया है।कुद्रेमुख के दरशनीय स्थलमाथेरन के दर्शनीय स्थलबिलिगिरी रंगास्वामी मंदिरयह भगवान रंगास्वामी को समर्पित एक मंदिर है जो एक पहाड की चोटी पर बना है। मंदिर तक पहुंचने के लिए 150 सीढिया चढनी पडती है। यह मंदिर साहित्य कला का अद्धभुत नमूना है जो कई शताब्दी पूर्व में बना है। हर साल यहा भगवान रंगास्वामी की रथ द्वारा शोभा यात्रा निकाली जाती है जिसमे हजारो स्थानीय लोग हिस्सा लेते है।कैसे पहुंचेहवाई मार्गयहा से निकटतम हवाई अड्डा बैंगलोर है । जो यहा से लगभग 235 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। यहा से आप बस या टेक्सी पकड सकते है।रेल मार्गमैसर यहा का नजदीकी रेलवे स्टेशन है जो कि यहा से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहा से बी आर हिल्स जाने के लिए टेक्सीयो की अच्छी व्यवस्था उपल्बध है।सडक मार्गराष्ट्रीय राजमार्ग 209 से कनकपुरा , कोलेगल और कामराजनगर होते हुए बी आर हिल्स जाने का अच्छा रास्ता है।हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:—[post_grid id=”5906″] Share this:ShareClick to share on Facebook (Opens in new window)Click to share on X (Opens in new window)Click to print (Opens in new window)Click to email a link to a friend (Opens in new window)Click to share on LinkedIn (Opens in new window)Click to share on Reddit (Opens in new window)Click to share on Tumblr (Opens in new window)Click to share on Pinterest (Opens in new window)Click to share on Pocket (Opens in new window)Click to share on Telegram (Opens in new window)Like this:Like Loading... भारत के वन्य जीव उद्यान कर्नाटक पर्यटन