पुराना किला कहा स्थित है – पुराना किला दिल्ली Naeem Ahmad, February 10, 2023February 17, 2023 पुराना किला इन्द्रप्रस्थ नामक प्राचीन नगर के राज-महल के स्थान पर बना है। इन्द्रप्रस्थ प्रथम दिल्ली नगर था। यहाँ कौरवों और पांडवों की राजधानी थी। द्वापर युग में यह नगर सर्व प्रथम बसाया गया था। इससे सिद्ध है कि दिल्ली नगर की सर्व प्रथम नीव द्वापर में पड़ी थीं। महाभारत काल के दूसरे पाण्डव नगर बागपत, सोनीपत, तिलपत ओर पानीपत का पता तो है पर इन्द्रप्रस्थ का पता नहीं है। अतः सिद्ध है कि उसी के स्थान पर दिल्ली नगर बसा है। प्राचीन काल के इन्द्रप्रस्थ का कोई चिन्ह शेष नहीं रह गया है। यदि महाभारत काल का विचार किया जाये और उस समय की घटनाओं की ओर ध्यान दिया जाय तो आँखों के सामने महाभारत काल के राजदरबार ओर रण-स्थल का एक चित्र खिंच जाता है। कदाचित कुरुक्षेत्र के रण-स्थल में जाने वाले योद्धा वर्तमान वार-मेमोरियल आर्च के मैदान हो कर ही गये होंगे। पुराना किला का इतिहास वर्तमान दिल्ली का पुराना किला हुमायूं बादशाह का बनवाया हुआ है। दिल्ली का पुराना किला 1530 ईस्वी में बना था। हुमायूं मुग़ल वंश के हेतु एक नवीन राजधानी बनाना चाहता था। इसलिए बाबर की मृत्यु हो जाने के पश्चात वह दिल्ली आया ओर राजधानी के लिये स्थान का निरीक्षण किया। वर्तमान निजामउद्दीन स्टेशन के समीप होकर उस समय यमुना जी बहती थीं। हुमायूं ने एक नगर बसा दिया था। उसी नगर का एक द्वार खूनी-दरवाजा जेल के सामने अब भी शेष है। पुराना किला दिल्ली हुमायूं ने पुराना किला और नगर का निर्माण कार्य समाप्त नहीं कर पाया था कि शेरशाह सूरी ने उसे पराजय कर दिया। शेरशाह से हार कर हुमायूं फारस भाग गया। शेरशाह भारत-सम्राट बन गया ओर पाँच वर्ष तक शासन किया। शेरशाह ने ही दिल्ली का पुराना किला और नगर बनाने का कार्य समाप्त किया। इसी कारण पुराने किला के भीतर के भाग शेरशाह के नाम से प्रसिद्ध हैं। यदि हम मथुरा जाने वाली सड़क के द्वार से पुराने किले में प्रवेश करें तो किले के मध्य में हमें एक बहुत गहरा कुआं मिलेगा। इस कुएं को हुमायूं सम्राट ने बनवाया था जिससे किले को सदैव पानी मिलता रहे। यह कुआं बहुत अधिक गहरा है क्योंकि किला एक पहाड़ी पर बना हुआ है कुएं के आगे बाई ओर एक मस्जिद है। यह शेरशाह की मस्जिद है यह दिल्ली नगर की प्रसिद्ध मस्जिदों में से हैं ओर बडी सुन्दर बनी है। इसमें भांति-भांति के रंग-बिरंगे लाल स्वेत, भूरे ओर काले पत्थर लगे हुये हैं। दिल्ली में स्थित पुराना किला के भीतर दूसरा भवन शेर-मंडल है। यह भवन अष्टभुजाकार है। इसकी छत पर जाने के लिये बहुत ही सीधी सीढ़ियाँ बनी हुई हैं। इसे भी शेरशाह ने बनवाया था। शेरशाह की मृत्यु के पश्चात हुमायूं फिर लौटा ओर 1555 ई० में उसने अपने साम्राज्य पर फिर अधिकार कर लिया। उसने दिल्ली को फिर अपनी राजधानी बनाया। हुमायूं ने शेरमंडल को अपना पुस्तकालय बनाया। वह इसी स्थान पर अपने विद्वानों से शास्त्र किया करता था। 1556 ई० में एक दिन के संध्या समय हुमायूं शेर-मंडल की छत पर बैठा हवा खा रहा था। नमाज़ की अज़ान सुन कर वह जल्दी से नीचे उतरने लगा। उसी समय एक सीढ़ी टूट गई और बादशाह गिर गया। बादशाह को बड़ी चोट लगी और उसी के कारण उसकी मृत्यु हो गई। पत्थर की टूटी हुई सीढ़ी अब भी वैसा ही बनी है। शेरशाह मंडल और शेरशाह मस्जिद के मध्य ईंट के बने हुये कुछ मकानात हैं यह शाही हम्माम ( स्नान-ग्रह ) के शेष भाग हैं। पुराना किला के द्वारों की चित्रकारी तथा शिल्पकला बड़ी सुन्दर बनी है और उसमें रंगबिरंगे पत्थरों का प्रयोग किया गया है। पुराना किला के बाहर एक मस्जिद तथा कालेज (मदरसा) है। इसे अकबर की मां महम अंगा ने बनवाया था। हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:— लाल किला किसने बनवाया – लाल किले का इतिहास और तथ्य यमुना नदी के तट पर भारत की प्राचीन वैभवशाली नगरी दिल्ली में मुगल बादशाद शाहजहां ने अपने राजमहल के रूप जामा मस्जिद दिल्ली का इतिहास- jama masjid dehli history in hindi जामा मस्जिद दिल्ली मुस्लिम समुदाय का एक पवित्र स्थल है । सन् 1656 में निर्मित यह मुग़ल कालीन प्रसिद्ध मस्जिद हुमायूं का मकबरा मुगलों का कब्रिस्तान humanyu tomb history in hindi भारत की राजधानी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन तथा हजरत निजामुद्दीन दरगाह के करीब मथुरा रोड़ के निकट हुमायूं का मकबरा स्थित है। कुतुबमीनार का इतिहास Qutab minar history in hindi पिछली पोस्ट में हमने हुमायूँ के मकबरे की सैर की थी। आज हम एशिया की सबसे ऊंची मीनार की सैर करेंगे। जो Lotus tample history in hindi कमल मंदिर एशिया का एक मात्र बहाई मंदिर भारत की राजधानी के नेहरू प्लेस के पास स्थित एक बहाई उपासना स्थल है। यह उपासना स्थल हिन्दू मुस्लिम सिख Akshardham tample history in hindi स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर पिछली पोस्ट में हमने दिल्ली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कमल मंदिर के बारे में जाना और उसकी सैर की थी। इस पोस्ट India gate history in hindi – इंडिया गेट दिल्ली भारत का गौरव इंडिया गेट भारत की राजधानी शहर, नई दिल्ली के केंद्र में स्थित है।( india gate history in Hindi ) राष्ट्रपति दिल्ली दर्शनीय स्थल – दिल्ली आकर्षक स्थल – दिल्ली ऐतिहासिक स्थल की रोचक जानकारी यमुना नदी के किनारे पर बसे महानगर दिल्ली को यदि भारत का दिल कहा जाए तो कोई अनुचित बात नही शीशगंज साहिब का इतिहास – शीशगंज गुरूद्वारा हिस्ट्री इन हिन्दी गुरुद्वारा शीशगंज साहिब एक ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण गुरुद्वारा है जो सिक्खों के नौवें गुरु तेग बहादुर को समर्पित है। दिल्ली के जैन मंदिर – श्री दिगंबर जैन लाल मंदिर, नया मंदिर, बड़ा मंदिर दिल्ली दिल्ली भारत की राजधानी है। भारत का राजनीतिक केंद्र होने के साथ साथ समाजिक, आर्थिक व धार्मिक रूप से इसका कालकाजी मंदिर दिल्ली का इतिहास तथा कालकाजी मंदिर खुलने का समय कालकाजी मंदिर दिल्ली के सबसे व्यस्त हिंदू मंदिरों में से एक है, श्री कालकाजी मंदिर देवी काली को समर्पित है, गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब का इतिहास – गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब हिस्ट्री इन हिन्दी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 5 किलोमीटर दूर लोकसभा के सामने गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब स्थित है। गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब की स्थापना मोती बाग गुरुद्वारा हिस्ट्री इन हिन्दी – गुरुद्वारा मोती बाग साहिब का इतिहास मोती बाग गुरुद्वारा दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। गुरुद्वारा मोती बाग दिल्ली के प्रमुख गुरुद्वारों में से गुरुद्वारा मजनूं का टीला साहिब हिस्ट्री इन हिन्दी – मजनूं का टीला गुरुद्वारा साहिब का इतिहास गुरुद्वारा मजनूं का टीला नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 15 किलोमीटर एवं पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से 6 किलोमीटर की दूरी बंगला साहिब गुरुद्वारा हिस्ट्री इन हिन्दी – गुरुद्वारा बंगला साहिब का इतिहास नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 3 किलोमीटर की दूरी पर गोल डाकखाने के पास बंगला साहिब गुरुद्वारा स्थापित है। बंगला हजरत निजामुद्दीन दरगाह – हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह का उर्स भारत शुरू ही से सूफी, संतों, ऋषियों और दरवेशों का देश रहा है। इन साधु संतों ने धर्म के कट्टरपन फिरोज शाह कोटला किला किसने बनवाया था देश राजधानी दिल्ली में स्थित फिरोज शाह कोटला किला एक ऐतिहासिक धरोहर है, जो दिल्ली के इतिहास का एक महत्वपूर्ण अंग मोठ की मस्जिद किसने बनवाई कहानी और इतिहास मोठ की मस्जिद जिसे मस्जिद मोठ भी कहा जाता है, नई दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन द्वितीय के मस्जिद मोठ नामक गांव सफदरजंग का मकबरा किसने बनवाया और इतिहास दिल्ली के ऐतिहासिक स्मारकों में सफदरजंग का मकबरा या सफदरजंग की समाधि अपना एक अलग महत्व रखता है। मुगलकालीन स्मारकों सिकंदर लोदी का मकबरा किसने बनवाया था सफदरजंग के मकबरे के समीप सिकंदर लोदी का मकबरा स्थित है। यह आज कल नई दिल्ली में विलिंगटन पार्क में पृथ्वीराज कुव्वतुल इस्लाम मस्जिद दिल्ली दिल्ली में विश्व प्रसिद्ध कुतुबमीनार स्तम्भ के समीप ही कुव्वतुल इस्लाम मस्जिद है। इसे कुव्वतुल-इस्लाम मसजिद (इस्लाम की ताक़त वाली) अथवा हौज खास का इतिहास – हौज खास क्या है और कहां है हौज खास राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का एक गांव है यह गांव यहां स्थित ऐतिहासिक हौज खास झील और और उसके किनारे सीरी किला का इतिहास:- दिल्ली दिल्ली में हौज़ खास के मोड़ से कुछ आगे बढ़ने पर एक नई सड़क बाई ओर घूमती है। वहीं पर जंतर मंतर दिल्ली इन हिन्दी – जंतर मंतर दिल्ली हिस्ट्री दिल्ली में स्थित जंतर मंतर दिल्ली एक खगोलीय वैधशाला है। जंतर मंतर अथवा दिल्ली आवज़स्वेट्री दिल्ली की पार्लियामेंट स्ट्रीट (सड़क तुगलकाबाद किला इतिहास इन हिन्दी तुगलकाबाद किला दिल्ली स्थित तुगलकाबाद में स्थित है। शब्द तुग़लकाबाद का संकेत तुग़लक़ वंश की ओर है। हम अपने पिछले लेखों लालकोट का किला – किला राय पिथौरा लालकोट का किला दिल्ली महरौली पहाड़ी पर स्थित है। वर्तमान में इस किले मात्र भग्नावशेष ही शेष है। इस पहाड़ी बिजय मंडल किला का इतिहास कुतुब सड़क पर हौज़ खास के मोड़ के कुछ आगे एक लम्बा चौकोर स्तम्भ सा दिखाई पड़ता है। इसी स्तम्भ भारत के पर्यटन स्थल ऐतिहासिक धरोहरेंदिल्ली पर्यटनहिस्ट्री