दुर्वासा धाम मेलादुर्वासा धाम मेला आजमगढ़ उत्तर प्रदेशPost author:Naeem AhmadPost published:July 30, 2022Post category:भारत के प्रमुख त्यौहारPost comments:0 Comments आजमगढ़ बहुत पुराना नगर नही है, किंतु तमसा के तट पर स्थित होने के कारण सांस्कूतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है। काशी के संत-महात्मा यहां आते रहे है। यह भूमि तपस्या के लिए उपयोगी रही है। तमसा गोमती की तरह गहरी नदी है जिसके तट पर अनेक यज्ञानुष्ठान होते रहे है। उन्ही स्मृतियों को स्थायित्व प्रदान करने के लिए यहां मेलो का आयोजन किया जाता है। आजमगढ़ जनपद का मुख्य मेला दुर्वासा धाम मेला है।दुर्वासा धाम मेला आजमगढ़ दुर्वासा धाम नाम यह स्थान आजमगढ से फूलपुर-खुरासन मार्ग पर छः किलोमीटर उत्तर में स्थित है। यहां प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बहुत बडा मेला लगता है। इतना बडा कि दो से तीन लाख दर्शनार्थी यहां एकत्र हो जाते है। आस-पास के जनपदों से भी यहां लोग स्नान-दर्शन, पूजन, भजन-कीर्तन मे प्रतिभाग करते हैं। यहां जाने के लिए सडक और रेलमार्ग की सुविधा है। यहां ठहरने के लिए धर्मशाला और विशाल पुराना सुन्दर मंदिर है।Trendingसंत तुकाराम का जीवन परिचय और जन्मदुर्वासा धाम मेलाकार्तिक पूर्णिमा की शारदीय, सुहावनी, सुखद अमृत वर्षा करने वाली चांदनी शत में चन्द्र प्रकाश में चंद्रिका-स्नान करते हुए आनन्दोल्लास के वातावरण मे विविध धार्मिक तथा सांस्कृतिक आयोजन होते हैं। यदा-कदा कवि-सम्मेलन, मानस-यज्ञ, गीता प्रवचन भी होते है।दुर्वासा धाम मेला वैसे तो एक सप्ताह चलता है, किंतु गहमा गहमी तीन दिन रहती है। कहते है, यहां चौरासी हजार ऋषियों ने तपस्या की थी। तमसा और मंजूषा के संगम पर आज भी कुछ अवशेष प्राप्त हो जाते है। महार्षि दुर्वासा के नेतृत्व मे यहां ऋषियों का महा संगम हुआ था और उनकी तपस्या से पूरा क्षेत्र तपःपूत हो गया था। यहां तब से अब तक कई महायज्ञ-यज्ञ हो चुके है।दुर्वासा धाम मेले में हस्तकला के सामान- कुदाल, फावडा, हसिया, पहसुल, करछुल, सडसी, औजार, दैनिक उपयोग की वस्तुएं बिकने के लिए आती है। आजमगढ़ के लाल मिट्टी के पात्र तथा टेराकोटा और लकडी की बनी कलात्मक कलाकृतियां प्रसिद्ध है। इस मेले मे उनकी भारी खपत होती है जिससे राजस्व की भी अच्छी प्राप्ति हो जाती है।हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:— ओणम पर्व की रोचक तथ्य और फेस्टिवल की जानकारी हिन्दी में विशु पर्व, केरल के प्रसिद्ध त्योहार की रोचक जानकारी हिन्दी में थेय्यम नृत्य फेस्टिवल की रोचक जानकारी हिन्दी में theyyam festival केरल नौका दौड़ महोत्सव - केरल बोट रेस फेस्टिवल की जानकारी हिन्दी में अट्टूकल पोंगल केरल में महिलाओं का प्रसिद्ध त्योहार तिरूवातिरा कली नृत्य फेस्टिवल केरल की जानकारी हिन्दी में मंडला पूजा उत्सव केरल फेस्टिवल की जानकारी हिन्दी में अष्टमी रोहिणी केरल का प्रमुख त्यौहार की जानकारी हिन्दी में लोहड़ी का इतिहास, लोहड़ी फेस्टिवल इनफार्मेशन इन हिन्दी दुर्गा पूजा पर निबंध - दुर्गा पूजा त्योहार के बारें में जानकारी हिन्दी में तेजाजी की कथा - प्रसिद्ध वीर तेजाजी परबतसर पशु मेला मुहर्रम क्या है और क्यो मनाते है - कर्बला की लड़ाई - मुहर्रम के ताजिया गणगौर व्रत कथा - गणगौर क्यों मनाई जाती है तथा गणगौर व्रत विधि बिहू किस राज्य का त्यौहार है - बिहू किस फसल के आने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है हजरत निजामुद्दीन दरगाह - हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह का उर्स नौरोज़ त्यौहार का मेला - नवरोज त्योहार किस धर्म का है तथा मेला फूलवालों की सैर त्यौहार कब मनाया जाता है - फूलवालों की सैर का इतिहास हिन्दी में ईद मिलादुन्नबी कब मनाया जाता है - बारह वफात क्यों मनाते है और कैसे मनाते है ईद उल फितर क्यों मनाया जाता है - ईद किस महिने के अंत में मनाई जाती है बकरीद क्यों मनाया जाता है - ईदुलजुहा का इतिहास की जानकारी इन हिन्दी बैसाखी का पर्व किस दिन मनाया जाता है - बैसाखी का त्योहार क्यों मनाया जाता है अरुंधती व्रत रखने से पराये मर्द या परायी स्त्री पाप से मुक्ति रामनवमी का महत्व - श्रीराम का जन्मदिन चैत्र रामनवमी कैसे मनाते हैं हनुमान जयंती का महत्व - हनुमान जयंती का व्रत कैसे करते है और इतिहास आसमाई व्रत कथा - आसमाई की पूजा विधि वट सावित्री व्रत की कथा - वट सावित्री की पूजा कैसे करते है गंगा दशहरा का महत्व - क्यों मनाया जाता है गंगा दशहरा की कथा रक्षाबंधन क्यों मनाते है - रक्षाबंधन पूजा विधि और रक्षा-बंधन की कथा नाग पंचमी कब मनायी जाती है - नाग पंचमी की पूजा विधि व्रत और कथा कजरी की नवमी कब और कैसे मनाते है - कजरी पूर्णिमा का व्रत और कथा हरछठ का व्रत कैसे करते है - हरछठ में क्या खाया जाता है - हलषष्ठी व्रत कथा हिंदी गाज बीज माता की कथा - गाज बीज माता का व्रत कैसे करते है और पूजा विधि सिद्धिविनायक व्रत कथा - सिद्धिविनायक का व्रत कैसे करते है तथा व्रत का महत्व कपर्दि विनायक व्रत - कपर्दि विनायक व्रत कैसे करते है और व्रत कथा हरतालिका तीज व्रत कथा - हरतालिका तीज का व्रत कैसे करते है तथा व्रत क्यो करते है संतान सप्तमी व्रत कथा पूजा विधि इन हिन्दी - संतान सप्तमी व्रत मे क्या खाया जाता है जीवित्पुत्रिका व्रत कथा और महत्व - जीवित्पुत्रिका व्रत क्यों रखा जाता है अहोई आठे व्रत कथा - अहोई अष्टमी का व्रत कैसे करते है बछ बारस पूजन कैसे करते है - बछ बारस व्रत कथा इन हिन्दी करमा पूजा कैसे की जाती है - करमा पर्व का इतिहास जइया पूजा आदिवासी जनजाति का प्रसिद्ध पर्व डोमकच नृत्य समारोह क्यों मनाया जाता है छेरता पर्व कौन मनाते हैं तथा छेरता नृत्य कैसे करते है भैरव जी मेला महराजगंज आजमगढ़ उत्तर प्रदेश बाबा गोविंद साहब का मेला आजमगढ़ उत्तर प्रदेश कामाख्या देवी मेला गहमर गाजीपुर उत्तर प्रदेश शेख शाह सम्मन का मजार व उर्स सैदपुर गाजीपुर उत्तर प्रदेश गोरखनाथ का मेला गोरखपुर उत्तर प्रदेश तरकुलहा का मेला - तरकुलहा देवी मंदिर गोरखपुर सोहनाग परशुराम धाम मंदिर और सोहनाग का मेला 1 2 Next »संत तुकाराम का जीवन परिचय और जन्मसंत तुलसीदास का जीवन परिचय, वाणी और कहानीभक्त नरसी मेहता की कथा – नरसी मेहता की कहानीसंत हरिदास का जीवन परिचय – निरंजनीसंत सूरदास का जीवन परिचय हिंदी मेंसंत सदना जी का परिचयदयाबाई का जीवन परिचय और रचनाएंसहजोबाई का जीवन परिचय और रचनाएंमीराबाई का जीवन परिचय और कहानीबाबा धरनीदास का जीवन परिचय हिंदी में Tags: उत्तर प्रदेश के मेले, त्यौहार, मेलेRead more articles Previous Postछेरता पर्व कौन मनाते हैं तथा छेरता नृत्य कैसे करते है Next Postभैरव जी मेला महराजगंज आजमगढ़ उत्तर प्रदेश Naeem Ahmad CEO & founder alvi travels agency tour organiser planners and consultant and Indian Hindi blogger You Might Also Like अहोई आठे व्रत कथा – अहोई अष्टमी का व्रत कैसे करते है September 21, 2021 बछ बारस पूजन कैसे करते है – बछ बारस व्रत कथा इन हिन्दी September 30, 2021 बकरीद क्यों मनाया जाता है – ईदुलजुहा का इतिहास की जानकारी इन हिन्दी August 7, 2021Leave a ReplyCommentEnter your name or username to commentEnter your email address to commentEnter your website URL (optional) Δ