उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद के पलिया नगर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दुधवा नेशनल पार्क है। नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय से लगा यह क्षेत्र तराई भाभर क्षेत्र है । दुधवा पार्क देश के तराई वन्य क्षेत्रों में सामिल है। 1 फरवरी 1977 को दुधवा के जंगलों को राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था बाद में इसे टाईगर रिज़र्व पार्क घोषित किया गया।
दुधवा नेशनल पार्क
यहाँ विभिन्न वनस्पति और वन्य जीवों की प्रजातियां प्राकृतिक रूप से पाई जाती है । इस जंगल का उत्तरी किनारा नेपाल की अंर्तराष्ट्रीय सीमा से लगा है और इसके दक्षिण में सुहेली नदी बहती है यहाँ के वन्य क्षेत्रों में घने हरे जंगल लम्बी घास साल व साखू के वृक्ष और अन्य पेड पाये जाते है । तथा हिरन की कई प्रजातियों के अलावा बाघ तेंदुए बारह सिंघा हाथी सियार लकडबग्घा और एक सींग वाला गैंडा निवास करते है । यहाँ लगभग 400 पक्षी प्रजातियां भी पाई जाती है।
दुधवा नेशनल पार्कदुधवा उद्यान स्थापना के समय से ही पर्यटकों पर्यावरणविदो और वन्य जीव प्रेमियों के आकर्षण और कौतूहल का प्रमुख केंद्र रहा है। शहरों की भाग दौड़ से दूर तराई तलहटी में प्राकृतिक शांति के साथ कुछ समय बिताने के लिए यह उपयुक्त स्थान है गहरे हरे जंगलों के बीच बहने वाली नदियाँ आपको जंगल का पूर्ण अनुभव देती है।
जिम कार्बेट नेशनल पार्क
थारू हट
पर्यटकों के रूकने के लिए दुधवा में आधुनिक शैली में थारू हट उपलब्ध है । रेस्ट हाउस प्राचीन इण्डो ब्रिटिश शैली की इमारतें पर्यटकों को इस घने जंगल में आवास प्रदान करती है । जहाँ प्राकृति दर्शन का रोमांच दौगूना हो जाता है।
मचान
दुधवा के वनों में लकड़ी के द्वारा बनाएं गये मचान पर्यटकों में कौतूहल व रोमांच उत्पन्न करते है । राजस्थान से पलायन कर दुधवा के जंगलों में रहा थारू समुदाय यहाँ राजस्थानी तथा नैपाली संसकृति की मिलीझुली झलक प्रस्तुत करता है।
ट्री हाउस
दुधवा टाईगर रिज़र्व के उपनिदेशक पी पी सिंह ने पर्यटकों के लिए लगभग 6 वर्ष पूर्व दुधवा के जंगल में ट्री हाउस का निर्माण कराया था । यह ट्री हाउस विशालकाय साखू के पेड़ों के सहारे लगभग 50 फुट ऊपर बनाया गया है । डबल बैडरूम वाले इस ट्री हाउस को सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है । लगभग 4 लाख रूपये की लागत से बना यह ट्री हाउस पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केन्द्र बना हुआ है ।
कैसे पहुँचे
दिल्ली से दुधवा नेशनल पार्क की दूरी लगभग 430 किलोमीटर तथा लखनऊ से 230 किलोमीटर है लखीमपुर
शाहजहांपुर पिलीभीत तथा सीतापुर से जाया जा सकता है यहाँ से प्राइवेट तथा सरकारी बसो की निरंतर सेवा रहती है । पलिया और मैलानी इसके नजदीकी रेलवे स्टेशन है जो पलिया लखनऊ लाइन से जुड़े है।