थेक्कडी के दर्शनीय स्थल – थेक्कडी केरल का प्रमुख हिल स्टेशन Naeem Ahmad, November 20, 2017February 17, 2023 भारत के राज्य केरल के इडुक्की जिले में स्थित थेक्कडी केरल का एक प्रमुख हिल स्टेशन है। यह स्थल थेक्कडी समुंद्र तल से लगभग 3300 फुट की ऊंचाई पर बसा है। प्रकृति के करीब होने का एहसास दिलाने वाली यह जगह लोगो को अपनी ओर आकर्षित करती है। हर साल देश विदेश के हजारो सैलानी यहा आते है। यहा का सबसे बडा आकर्षण यहा का पेरियार वन्य जीव अभ्यारण्य है। वन्य जीवो को करीब से देखना सच में एक रोमांचक अनुभव है। इसके अलावा मसालो के उत्पादन के लिए भी यह स्थान विश्वभर में प्रसिद्ध है। अगर आप प्रकृति के बेहद खूबसूरत नजारे बेहद करीब से देखना चाहते है तो थेक्कडी की सैर जरूर करनी चाहिए।Contents1 थेक्कडी के दर्शनीय स्थल – थेक्कडी के पर्यटन स्थल1.1 थेक्कडी के आस पास के दर्शनीय स्थल1.2 थेक्कडी कैसे जाएं2 हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:—थेक्कडी के दर्शनीय स्थल – थेक्कडी के पर्यटन स्थलपेरियार वन्यजीव अभ्यारण्य777 वर्ग किलोमीटर में फैला यह दक्षिण भारत का प्रसिद्ध वन्यजीव अभ्यारण्य है। यह बडी संख्या में प्रकृति प्रेमियो को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसका 360 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र घने सदाबहार वनो से ढका है। सन् 1978 में पेरियार को टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। यहा आप जंगली जानवरो को उनके प्राकृतिक परिवेश में विचरते हुए देख सकते है। यहां एक झील भी है। जिसमे आप बोटिंग कर सकते है। झील में दो घंटे के नौकायन के दौरान आपको हाथी दिखाई देने की अत्यधिक सम्भावनाएं है। नौकायन के लिए अग्रिम टिकट लेना जरूरी है। इस उद्यान में घूमने का असली मजा अक्टूबर से जून के बीच आता है।थेक्कड़ी के सुंदर दृश्यमंगला देवी मंदिरयह प्राचीन मंदिर थेक्कडी से 15 किलोमीटर दूर है। घने वनो से आच्छादित एक चोटी पर स्थित इस मंदिर की समुंद्र तल से ऊंचाई 1337 मीटर है। इस मंदिर की रेलिंग पराम्परिक वास्तुशिल्प का अदभुत नमूना है। यहा केवल पूर्णिमा उत्सव के दिन ही दर्शनार्थियो को आने की अनूमति दी जाती है। यहा से तमिलनाडु के कुछ गांवो का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। यहा आने की अनुमति वाइल्ड लाइफ वार्डन थेक्कडी से ली जा सकती है।कुमिलीकुमिली थेक्कडी से 4 किलोमीटर दूर है। यह पेरियार अभ्यारण्य के बाहरी इलाके में है। कुमिली एक प्रमुख शोपिंग सेंटर है। और मसालो का व्यापारिक केंद्र है।वंडिपेरियरवंडिपेरियर थेक्कडी से 18 किलोमीटर दूर है। पेरियर नदी इस शहर के बीच में से बहती है और यहा के चाय कॉफी और मिर्च के खेतों को सींचती है। यह एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है। यहा चाय के बहुत बागान है। सरकारी एग्रीकल्चर फार्म और फूलो के बागो में गुलाब और आर्किड की बहुत सी प्रजातिंया आप यहा देख सकते है।थेक्कडी के आस पास के दर्शनीय स्थलपुल्लुमेडूथेक्कडी से 43 किलोमीटर दूर यह पर्वतीय नगर पेरियार नदी के किनारे स्थित है। यहा की हरियाली पर्यटको को बरबस अपनी ओर खींचती है। यहा मिलने वाली दुर्लभ वनस्पति और जन्तु इसके आकर्षण को ओर बढा देते है। यहा केवल जीप में ही जाया जा सकता है। इस जगह से सबरीमला का अययप्पा मंदिर और मकर ज्योति भी दिखाई देती है। यह स्थान वर्जित वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है इसलिए यहा आने से पहले वन्य विभाग से अनुमति लेना जरूरी है। अनुमति के लिए आप वन्य जीव संरक्षक अधिकारी थेक्कडी या रेंज आफिसर वल्लाक्कडवु से संपर्क कर सकते है।थेक्कडी के सुंदर दृश्यमुन्नार के दर्शनीय स्थलपालमपुर के पर्यटन स्थलपीरमेडयह थेक्कडी से 38 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह एक हरा भरा क्षेत्र है। जिसका नाम पीर मोहम्मद नामक सूफी संत के नाम पर पडा है। उनकी याद में पीरू पहाडी पर एक बहुत बडा मकबरा बना हुआ है। माना जाता है कि इन सूफी संत ने त्रावणकोर के महाराज को बहुत प्रभावित किया था और यह जगह गर्मियो के मौसम में शाही आरामगाह के रूप में इस्तेमाल की जाने लगी। मकबरे के पास ही शाही परिवार की आरामगाह और त्रावणकोर के दीवान का घर है। अब इनका प्रयोग पर्यटन विभाग के गेस्ट हाउस के रूप में होता है। यहा से पांच किलोमीटर की दूरी पर ग्रंपी नामक जगह है। जहा पर ट्रैकिंग का लुत्फ उठाया जा सकता है। यहा सह्याद्री आयुर्वेदिक केंद्र भी है। जो पीरमेड डवलपमेंट सोसायटी द्वारा चलाया जाता है। यहा पास ही एक आदिवासी बस्ती प्लकतडम है जहा तक आप गाइड की सहायता से ट्रैकिंग करते हुए जा सकते है।थेक्कडी कैसे जाएंहवाई मार्ग द्वारायहा से नजदीकी हवाई अडडा मदुरै है जो यहा से लगभग 140 किलोमीटर की दूरी पर है। यहा से आप कैब किराए पर ले सकते है।रेल मार्ग द्वारायहा से निकटतम रेलवे स्टेशन कोट्टायम है जो यहा से 114 किलोमीटर है। यह स्टेशन अर्नाकुलम – तिरूवनंतपुरम लाइन पर है।सडक मार्ग द्वारायहा के लिए तिरूवनंतपुरम, कोचीन, कोट्टायम और मदुरै से नियमित रूप से बस चलती है। यदि आप अपने वाहन से यहा जाना चाहते है तो डिंडिगुल पर राष्ट्रीय राजमार्ग 7 से निकले और तेनि होते हुए किलगुडलूर तक ड्राइव करे। इसके बाद कुमिली तक चढाई जारी रखे। कुमिली से थेक्कडी 6 किलोमीटर है।हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:— दार्जिलिंग के पर्यटन स्थल – दार्जिलिंग पर्यटन के बारे में दार्जिलिंग हिमालय पर्वत की पूर्वोत्तर श्रृंखलाओं में बसा शांतमना दार्जिलिंग शहर पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेता गणतंत्र दिवस परेड गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है । अगर पर्यटन की मांउट आबू के पर्यटन स्थल – माउंट आबू दर्शनीय स्थल पश्चिमी राजस्थान जहाँ रेगिस्तान की खान है तो शेष राजस्थान विशेष कर पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान की छटा अलग और शिमला(सफेद चादर ओढती वादियाँ) शिमला के दर्शनीय स्थल बर्फ से ढके पहाड़ सुहावनी झीलें, मनभावन हरियाली, सुखद जलवायु ये सब आपको एक साथ एक ही जगह मिल सकता नेपाल के पर्यटन स्थल – nepal tourist place information in hindi हिमालय के नजदीक बसा छोटा सा देश नेंपाल। पूरी दुनिया में प्राकति के रूप में अग्रणी स्थान रखता है । नैनीताल( सुंदर झीलों का शहर) नैनीताल के दर्शनीय स्थल देश की राजधानी दिल्ली से लगभग 300किलोमीटर की दूरी पर उतराखंड राज्य के कुमांऊ की पहाडीयोँ के मध्य बसा यह मसूरी (पहाड़ों की रानी) मसूरी टूरिस्ट पैलेस – masoore tourist place उतरांचल के पहाड़ी पर्यटन स्थलों में सबसे पहला नाम मसूरी का आता है। मसूरी का सौंदर्य सैलानियों को इस कदर कुल्लू मनाली के पर्यटन स्थल – कुल्लू मनाली पर्यटक का स्वर्ग कुल्लू मनाली पर्यटन :- अगर आप इस बार मई जून की छुट्टियों में किसी सुंदर हिल्स स्टेशन के भ्रमण की हरिद्वार ( मोक्षं की प्राप्ति) haridwar sapt puri teerth in hindi उतराखंड राज्य में स्थित हरिद्धार जिला भारत की एक पवित्र तथा धार्मिक नगरी के रूप में दुनियाभर में प्रसिद्ध है। गोवा( बीच पर मस्ती) goa tourist place information in hindi भारत का गोवा राज्य अपने खुबसुरत समुद्र के किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिए जाना जाता है ।गोवा क्षेत्रफल के 1 2 3 … 126 Next » भारत के वन्य जीव उद्यान भारत के हिल्स स्टेशन केरल के पर्यटन स्थलकेरल के हिल स्टेशनकेरल पर्यटनहनीमून 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