तुगलकाबाद किला इतिहास इन हिन्दी Naeem Ahmad, February 13, 2023February 17, 2023 तुगलकाबाद किलादिल्ली स्थित तुगलकाबाद में स्थित है। शब्द तुग़लकाबाद का संकेत तुग़लक़ वंश की ओर है। हम अपने पिछले लेखों में वर्णन कर चुके है कि ग्यासुद्दीन तुगलक़ ने इसे बसाया था। यह नगर दिल्ली के समीप स्थित था। वर्तमान में यह नई दिल्ली के अंदर ही है। यहां पहुँचने के लिये बदरपुर बॉर्डर से जाया जा सकता है, दूसरा मार्ग दिल्ली से मथुरा जाने वाली सड़क होकर है। बदरपुर गांव इसी सड़क पर स्थित है। बदरपुर से सीधे दाहिनी ओर से मार्ग तुगलकाबाद को जाता है। तीसरा मार्ग कुतुब मीनार महरौली होकर जाता है। कुतुब के बाई’ ओर से एक सीधा मार्ग तुगलकाबाद को जाता है और भी कई मार्ग है नेहरू प्लेस से भी एक मार्ग जाता हैं।तुगलकाबाद किला इतिहास इन हिन्दीतुगलकाबाद नगर को ग्यासुद्दीन तुगलक़ ने बसाया था। वह तुग़लक वंश का राजा था। तुगलकाबाद किला की दीवारों को देखने से प्रतीत होता है कि वे बड़ी ही मज़बूत बनाई गई है। किले के ऊपर देखने से चारों ओर का दृश्य दिखाई पड़ता है। पास ही संगमरमर का एक मकबरा है यह लाल पत्थर का बना है पर इसके ऊपर का गुम्बद संगमरमर का है। यह मक़बरा ग़यासउद्दीन तुग़लक का है ग़यासउद्दीन के बगल में ही उसकी पत्नी मस्तदुयाई जहां ओर उसके पुत्र मोहम्मद की समाधियां हैं। यहां की भूमि बड़ी समतल है सड़क भूमि से कुछ ऊंची बनी है। एक ओर तुगलकाबाद नगर और दूसरी ओर एक पहाड़ी है। पहाड़ी ओर तुग़लक़ाबाद के मध्य एक बड़ी झील या सरोवर था। ग़यासउद्दीन की समाधि इसी सरोवर के मध्य में थी। समाधि चारों ओर एक मज़बूत दीवार से घिरी है। नगर से सरोवर तक पहले एक छोटी नदी थी इसी नदी से सरोवर में पानी आता था। बदरपुर गांव की और इस समतलमैदान में एक बांध बना है। इस बांध के कारण सरोवर का पानी बाहर नही जा सकता था। सामने पहाड़ी पर अरदीलाबाद का किला है। यह किला सरोवर की रक्षा के लिये बनाया गया था। तुगलकाबाद नगर लगभग साढ़े तीन मील के घेरे में स्थित है।तुगलकाबाद किलागयास उद्दीन ने मुगलों से रक्षा करने के लिये ही तुगलक़ाबाद नगर को बसाया था। उसने मुग॒लों को परास्त किया और भारत वर्ष में शान्ति स्थापित की। वह बड़ा सख्त तथा बहादुर सैनिक था। बंगाल विजय करके जब वह लौटा तो अफग़ानपुर गांव में जाकर उसके पुत्र मोहम्मद ने उसका स्वागत किया था। मोहम्मद के चले जाने के पश्चात हाथी ग्यासुद्दीन के सामने लाये गये कहते हैं कि एक हाथी बारादरी के स्तम्भ से टकरा गया। स्तम्भ लकड़ी का था, टक्कर के कारण बारादरी गिर गई और ग्यासुद्दीन बादशाह उसी में दबकर मर गया।हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:—- लाल किला किसने बनवाया – लाल किले का इतिहास और तथ्य यमुना नदी के तट पर भारत की प्राचीन वैभवशाली नगरी दिल्ली में मुगल बादशाद शाहजहां ने अपने राजमहल के रूप जामा मस्जिद दिल्ली का इतिहास- jama masjid dehli history in hindi जामा मस्जिद दिल्ली मुस्लिम समुदाय का एक पवित्र स्थल है । सन् 1656 में निर्मित यह मुग़ल कालीन प्रसिद्ध मस्जिद हुमायूं का मकबरा मुगलों का कब्रिस्तान humanyu tomb history in hindi भारत की राजधानी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन तथा हजरत निजामुद्दीन दरगाह के करीब मथुरा रोड़ के निकटहुमायूं का मकबरास्थित है। कुतुबमीनार का इतिहास Qutab minar history in hindi पिछली पोस्ट में हमने हुमायूँ के मकबरे की सैर की थी। आज हम एशिया की सबसे ऊंची मीनार की सैर करेंगे। जो Lotus tample history in hindi कमल मंदिर एशिया का एक मात्र बहाई मंदिर भारत की राजधानी के नेहरू प्लेस के पास स्थित एक बहाई उपासना स्थल है। यह उपासना स्थल हिन्दू मुस्लिम सिख Akshardham tample history in hindi स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर पिछली पोस्ट में हमने दिल्ली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कमल मंदिरके बारे में जाना और उसकी सैर की थी। इस पोस्ट India gate history in hindi – इंडिया गेट दिल्ली भारत का गौरव इंडिया गेट भारत की राजधानी शहर, नई दिल्ली के केंद्र में स्थित है।( india gate history in Hindi ) राष्ट्रपति दिल्ली दर्शनीय स्थल – दिल्ली आकर्षक स्थल – दिल्ली ऐतिहासिक स्थल की रोचक जानकारी यमुना नदी के किनारे पर बसे महानगर दिल्ली को यदि भारत का दिल कहा जाए तो कोई अनुचित बात नही शीशगंज साहिब का इतिहास – शीशगंज गुरूद्वारा हिस्ट्री इन हिन्दी गुरुद्वारा शीशगंज साहिब एक ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण गुरुद्वारा है जो सिक्खों के नौवें गुरु तेग बहादुर को समर्पित है। दिल्ली के जैन मंदिर – श्री दिगंबर जैन लाल मंदिर, नया मंदिर, बड़ा मंदिर दिल्ली दिल्ली भारत की राजधानी है। भारत का राजनीतिक केंद्र होने के साथ साथ समाजिक, आर्थिक व धार्मिक रूप से इसका कालकाजी मंदिर दिल्ली का इतिहास तथा कालकाजी मंदिर खुलने का समय कालकाजी मंदिर दिल्ली के सबसे व्यस्त हिंदू मंदिरों में से एक है, श्री कालकाजी मंदिर देवी काली को समर्पित है, गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब का इतिहास – गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब हिस्ट्री इन हिन्दी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 5 किलोमीटर दूर लोकसभा के सामने गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब स्थित है। गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब की स्थापना मोती बाग गुरुद्वारा हिस्ट्री इन हिन्दी – गुरुद्वारा मोती बाग साहिब का इतिहास मोती बाग गुरुद्वारादिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। गुरुद्वारा मोती बाग दिल्ली के प्रमुख गुरुद्वारों में से गुरुद्वारा मजनूं का टीला साहिब हिस्ट्री इन हिन्दी – मजनूं का टीला गुरुद्वारा साहिब का इतिहास गुरुद्वारा मजनूं का टीला नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 15 किलोमीटर एवं पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से 6 किलोमीटर की दूरी बंगला साहिब गुरुद्वारा हिस्ट्री इन हिन्दी – गुरुद्वारा बंगला साहिब का इतिहास नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 3 किलोमीटर की दूरी पर गोल डाकखाने के पास बंगला साहिब गुरुद्वारा स्थापित है। बंगला हजरत निजामुद्दीन दरगाह – हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह का उर्स भारत शुरू ही से सूफी, संतों, ऋषियों और दरवेशों का देश रहा है। इन साधु संतों ने धर्म के कट्टरपन फिरोज शाह कोटला किला किसने बनवाया था देश राजधानी दिल्ली में स्थित फिरोज शाह कोटला किला एक ऐतिहासिक धरोहर है, जो दिल्ली के इतिहास का एक महत्वपूर्ण अंग पुराना किला कहा स्थित है – पुराना किला दिल्ली पुराना किला इन्द्रप्रस्थ नामक प्राचीन नगर के राज-महल के स्थान पर बना है। इन्द्रप्रस्थ प्रथम दिल्ली नगर था। यहाँ कौरवों और मोठ की मस्जिद किसने बनवाई कहानी और इतिहास मोठ की मस्जिद जिसे मस्जिद मोठ भी कहा जाता है, नई दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन द्वितीय के मस्जिद मोठ नामक गांव सफदरजंग का मकबरा किसने बनवाया और इतिहास दिल्ली के ऐतिहासिक स्मारकों में सफदरजंग का मकबरा या सफदरजंग की समाधि अपना एक अलग महत्व रखता है। मुगलकालीन स्मारकों सिकंदर लोदी का मकबरा किसने बनवाया था सफदरजंग के मकबरे के समीप सिकंदर लोदी का मकबरा स्थित है। यह आज कल नई दिल्ली में विलिंगटन पार्क में पृथ्वीराज कुव्वतुल इस्लाम मस्जिद दिल्ली दिल्ली में विश्व प्रसिद्ध कुतुबमीनार स्तम्भ के समीप ही कुव्वतुल इस्लाम मस्जिद है। इसे कुव्वतुल-इस्लाम मसजिद (इस्लाम की ताक़त वाली) अथवा हौज खास का इतिहास – हौज खास क्या है और कहां है हौज खास राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का एक गांव है यह गांव यहां स्थित ऐतिहासिक हौज खास झील और और उसके किनारे सीरी किला का इतिहास:- दिल्ली दिल्ली में हौज़ खास के मोड़ से कुछ आगे बढ़ने पर एक नई सड़क बाई ओर घूमती है। वहीं पर जंतर मंतर दिल्ली इन हिन्दी – जंतर मंतर दिल्ली हिस्ट्री दिल्ली में स्थित जंतर मंतर दिल्ली एक खगोलीय वैधशाला है। जंतर मंतर अथवा दिल्ली आवज़स्वेट्री दिल्ली की पार्लियामेंट स्ट्रीट (सड़क लालकोट का किला – किला राय पिथौरा लालकोट का किला दिल्ली महरौली पहाड़ी पर स्थित है। वर्तमान में इस किले मात्र भग्नावशेष ही शेष है। इस पहाड़ी बिजय मंडल किला का इतिहास कुतुब सड़क पर हौज़ खास के मोड़ के कुछ आगे एक लम्बा चौकोर स्तम्भ सा दिखाई पड़ता है। इसी स्तम्भ भारत के पर्यटन स्थल ऐतिहासिक धरोहरेंदिल्ली पर्यटनहिस्ट्री