टेलीफोन का आविष्कार किसने किया – टेलीफोन की खोज कब हुई Naeem Ahmad, July 5, 2022 टेलीफोन का आविष्कारस्कॉटलैंड के अलेक्जेण्डर ग्राहम बेल ने सन् 1876 में किया था। अलेक्जेण्डर 1870 में अपना देश छोडकर अमेरिका के बोस्टन नगर में बस गए थे। ग्राहम बेल एक ऐसा उपकरण बनाने में लगे हुए थे, जिसके सहारे एक साथ छह संदेश प्रेषित किए जा सके। इस काम में उन्होंने अपने एक अन्य वैज्ञानिक साथी टॉमस वाटसन को भी लगा रखा था। दोनों ने इस उपकरण के निर्माण के प्रयास किए, लेकिन सफल न हो सके। इसी दौरान बेल के दिमाग में यह विचार कौंध गया कि क्या कोई ऐसा यंत्र नहीं बनाया जा सकता जिसके सहारे आवाज को विद्युत के रूप में तारों के जरिए एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा सके। बस वे इसी प्रयास में जुट गए।टेलीफोन का आविष्कार किसने कियासन् 1875 के जून के महीने मे जब बेल और वाटसन ट्रांसमीटर और रिसीवर उपकरणों की परीक्षा कर रहे थे, तो अचानक वाटसन के हाथ से एक डायफ्राम छिटककर चुम्बक से जा चिपका। वाटसन ने जब उसे हटाने की कोशिश की तो बेल ने देखा कि उसके पास रखे रिसीवर उपकरण में धीमी-सी आवाज आ रही है और उसके साथ कम्पन भी हो रहा है।बेल को इसी घटना से विश्वास हो गया कि वह अपने लक्ष्य के काफी निकट है। आवाज के प्रेषण के लिए ट्रांसमीटर के चुम्बक से डायफ्राम बिल्कुल चिपका हुआ न रहकर थोडी-सी दूर रहे तो आवाज ठीक-ठीक सुनाई दे सकती है। बेल ने अपने साथी वाटसन की मदद से पहला व्यावहारिक टेलीफोन 10 मार्च 1876 को तैयार किया। इसमें एक अच्छे किस्म का डायफ्राम लगा हुआ था, जिसकी विशेषता यह थी कि यह सभी प्रकार की ध्वनियों को ट्रांसमीटर में विद्युत सवेगो (Electrical Impulses) में तथा रिसीवर में उन्ही विद्युत सवेगो को ध्वनि में बदल सकता था। इस पहले मॉडल में बैटरी की व्यवस्था नही थी। यह ट्रांसमीटर में हिलते रहने वाले डायफ़्राम से उत्पन्न होने वाली प्रेरण (Induction) करेंट के आधार पर ही कार्य करता था।टेलीफोन में मुंह के सामने वाला भाग (माउथ पीस) ट्रांसमीटर का काम करता है और कान वाला भाग रिसीवर का। दोनो का संबध तारों से होता है, जब हम बोलते हैं, तो माउथ पीस मे लगा एक डायफ्राम कम्पन करने लगता है, जिससे हमारी आवाज विद्युत तरगों में बदल जाती है। यह विद्युत धारा टेलीफोन के तारों से होती हुई दूसरे स्थान पर लगे टेलीफोन के रिसीवर तक पहुंच जाती है। इससे उस टेलीफोन के रिसीवर में लगा डायफ्राम कम्पन करने लगता है और विद्युत तरगों को मूल ध्वनि में बदल देता है। यह ध्वनि सुनने वाले व्यक्ति के कान के पर्दे से टकराती है और इस प्रकार दूर बैठा व्यक्ति हमारी आवाज सुन लेता है। ठीक यही क्रिया दूसरे व्यक्ति के माउथपीस और हमारे रिसीवर के बीच होती है। इस प्रकार दो व्यक्ति टेलीफोन पर एक-दूसरे से बात कर लेते हैं।टेलीफोनटेलीफोन द्वारा बात करने के दो तरीके होते है-पहला टेलीफोन एक्सचेंजके माध्यम से और दूसरा ऑटोमेटिक पद्धति से। टेलीफोन एक्सचेंज एक प्रकार का विनिमय केंद्र है, जहां टेलीफोन करने वाले विभिन्न व्यक्तियों के नम्बरो का लेखा जोखा रहता है। जब कोई व्यक्ति टेलीफोन का रिसीवर उठाता है, तो एक्सचेंज में बडे बोर्ड पर उसके नम्बर के ऊपर वाला बल्ब जल उठता है। टेलीफोन ऑपरेटर तुरंत उससे सम्पर्क स्थापित कर, जहा से उसे बात करनी होती है, वहा का टलीफोन नम्बर मालूम करता है। उसके बाद वह उस व्यक्ति के टेलीफोन उपकरण के तारो को बात करने वाले दूसरे टेलीफोन के तारो से जोड देता है। इस प्रकार उन दोनो व्यक्तियों के टेलीफोन का एक दूसरे से सम्पर्क हो जाता है और वे बातचीत कर लते हैं।दूसरी पद्धति में स्वचालित (ऑटोमेटिक) व्यवस्था होती है। बडे शहरों मे अधिकतर इसी पद्धति का उपयोग होता है। इस तरह की व्यवस्था में टेलीफोन के अगल भाग पर एक गोल डायल लगा रहता है जिस पर एक से 9 ओर शून्य तक के नम्बर अंक्ति होते हैं। इच्छित नम्बर के लिए डायल को घुमाया जाता है। डायल के ऊपर अंक्ति विभिन्न अंकों के ऊपर स्थित छिद्र में अंगुली डालकर जब घुमाया जाता है ना उसी के अनुसार टेलीफोन एक्सचेंज की स्वचालित पद्धति के उपकरण में भी हरकत होती है ओर एक-एक अंक के क्नेक्शन जुडते चले जाते है। टेलीफोन का इच्छित नम्बर घुमाने के तुरत बाद उस टेलीफोन का कनेक्शन दूसरे टेलीफोन से हो जाता है ओर दूसरी ओर घटी बजने लगती है। इस तरह स्वचालित प्रणाली में एक टेलीफोन का संबध दूसरे से अपने आप हो जाता है और बात खत्म होने पर सम्पर्क अपने आप टूट जाता है।स्वचालित टेलीफोन प्रणाली का आविष्कार अमेरिका के एक तुनकमिजाज व्यक्ति आलमन बी स्ट्रोजर ने किया, जो टेलीफोन एक्सचेंज के आपरेटर से बेहद परेशान था। सन् 1889 में उसने अपना पहला स्वचालित टेलीफोन प्रणाली का बोर्ड का मॉडल तैयार किया ओर उसका सफल प्रदर्शन दिया, लेकिन इस प्रणाली को अपनाने में काफी समय लगा, क्योंकि स्वचालित केंद्र की स्थापना में काफी पैसा खर्च होता था और टेलीफोन कंपनिया पहले ही टेलीफोन एक्सचेंज के केंद्रों की स्थापना में काफी धन लगा चुकी थी। इंडियाना के ला पोर्ट नगर में सन् 1892 में पहला स्वचालित टेलीफोन स्विच-बोर्ड लगाया गया। सन् 1909 में यूरोप का पहला टेलीफोन स्वचालित केंद्र म्यूनिस में लगाया गया।अब तो संसार मे रेडियो टेलीफोन भी विकसित हो गए हैं, जिनसे हजारों मील की दूरी पर बैठे व्यक्ति से सीधा सम्पर्क हो जाता है। इस प्रणाली में भी मूल रूप से वही साधारण टेलीफोन प्रणाली कार्य करती है, परंतु इसके साथ अन्य व्यवस्थाओं को भी सम्मिलित किया गया है। ऐसे यंत्रों में थर्मियोनिक वाल्वो (Thermionic valve) की व्यवस्था होती है जैसी रेडियो सेट में होती है। ये वाल्व रेडियो तरंगें पैदा करते हैं और संदेश को विद्युत तरंगों के रूप में दूर स्थान तक ले जात हैं। इन तरंगो को एन्टीना द्वार प्राप्त किया जाता है। इस तरह टेलीफोन रेडियो-यंत्र की कार्य प्रणाली के आधार पर कार्य करता है। समुद्री जहाजों में इसी तरह के टेलीफोन काम में लाए जाते हैं। इनसे विश्व के कसी भी स्थान पर रह रहे व्यक्ति से बातचीत की जा सकती है।कुछ अन्य प्रणालिया भी टेलीफोन वार्ता के लिए अपनाई जाती हैं। अमेरीका के कुछ क्षेत्रों में पैनल प्रणाली अपनायी जाती है। इसमें स्विच एक मोटर से चलने वाली यूनिट से जुडे होते हैं। एक अन्य क्रासबार प्रणाली है, जो रिले पद्धति पर कार्य करती है। इसका विकास बेल कंपनी ने किया था। इसमें मोटर से चलने वाले शिफ्ट तथा विद्युत-चम्बकीय क्लच लग रहते हैं। यह सबसे आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स प्रणाली है, जो सेकण्ड के दो हजारवें अंश में ही इच्छित जगह सम्पर्क स्थापित कराने में सक्षम है। इलेक्टॉनिक प्रणाली से टेलीफोन वार्ता मे अनेक सुविधाएं प्राप्त की जा सकती है। जैसेयदि किसी व्यक्ति को किसी विशेष टेलीफोन से अधिकतर वास्ता पडता है, तो बजाए 6 या 7 अंकों को घुमाने के कवल दो अंक घुमाकर सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है। इस माध्यम से बातचीत में किसी तीसरे या चौथे टेलीफोन वाले को भी शामिल किया जा सकता है।लम्बी दूरी के लिए कोएक्सियल (समाक्ष) केबल प्रणाली को सबसे अच्छा और प्रभावी पाया गया है। इसका कारण यह है कि यह एक साथ सैकड़ों काल वहन करने की क्षमता रखती है। इस पद्धति में एक तांबे की नली लगी हाती है, जो बाहरी सवाहक (Conductor) का कार्य करती है। इसमें से एक तांबे का तार गुजारा जाता है। यह भीतरी सवाहक का कार्य करता है। रेडियो टेलीफोन प्रणाली की तरह इसमें भी ट्रांसमीटरों की व्यवस्था होती है। केवल के आखिरी सिरे पर उतने ही रिसीवरों की व्यवस्था भी होती है। ट्रांसमीटर ओर रिसीवर या एक सेट भिन्न आर्वत्ति (Frequency) पर कार्य करता है। बल पद्धति में लम्बी दूरी के लिए आपरेटर के बिना एक शहर से दूसरे शहर से सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है।अन्य नयी प्रणालियो में माइक्रोवेव पद्धति ओर संचार उपग्रह के माध्यम से टेलीफोन वार्ता की जा सकती है। संचार-उपग्रह का माध्यम भी एक साथ हजारों वार्ताओं को संभव कराने में सक्षम है। डायल पद्धति भी अब धीरे-धीरे पुरानी पडती जा रही है। इसकी जगह इलेक्ट्रानिक स्पर्श-बटनों से युक्त एक पेनल काम में लाया जाता है। इच्छित नम्बर का बटन दबाते ही वह जल उठता है, जिसका अर्थ है उसका सम्पर्क ठीक जगह पर हो गया है। इस पद्धति मे नम्बर घुमाने का झंझट नही होता ओर सम्पर्क भी शीघ्र हो जाता है। यदि दूसरी ओर का टेलीफोन व्यस्त है, तो बार-बार नम्बर मिलाने की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि एक बटन दबाने से अपने आप नम्बर रिपीट होता रहता है। टेलीफोन वार्ता में अब एक ओर क्रांतिकारी दौर आ चुका है वह है दूर्दशन फोन (Video call)। इसके द्वारा बातचीत करन वाले व्यक्ति एक-दूसरे की छवि भी देख सकते हैं।हमारे यह लेख भी जरूर पढ़ें:—- एनरिको फर्मी का जीवन परिचय - एनरिको फर्मी की खोज एनरिको फर्मी--- इटली का समुंद्र यात्री नई दुनिया के किनारे आ लगा। और ज़मीन पर पैर रखते ही उसने देखा कि Read more नील्स बोर का जीवन परिचय - नील्स बोर का परमाणु मॉडल दरबारी अन्दाज़ का बूढ़ा अपनी सीट से उठा और निहायत चुस्ती और अदब के साथ सिर से हैट उतारते हुए Read more एलेग्जेंडर फ्लेमिंग का जीवन परिचय - एलेग्जेंडर फ्लेमिंग की खोज साधारण-सी प्रतीत होने वाली घटनाओं में भी कुछ न कुछ अद्भुत तत्त्व प्रच्छन्न होता है, किन्तु उसका प्रत्यक्ष कर सकने Read more अल्बर्ट आइंस्टीन का जीवन परिचय - अल्बर्ट आइंस्टीन के आविष्कार? “डिअर मिस्टर प्रेसीडेंट” पत्र का आरम्भ करते हुए विश्वविख्यात वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने लिखा, ई० फेर्मि तथा एल० जीलार्ड के Read more हम्फ्री डेवी इंफोर्मेशन - हम्फ्री डेवी की जीवनी और आविष्कार? 15 लाख रुपया खर्च करके यदि कोई राष्ट्र एक ऐसे विद्यार्थी की शिक्षा-दीक्षा का प्रबन्ध कर सकता है जो कल Read more मैरी क्यूरी का जीवन परिचय - मैरी क्यूरी की मौत कैसे हुई? मैंने निश्चय कर लिया है कि इस घृणित दुनिया से अब विदा ले लूं। मेरे यहां से उठ जाने से Read more मैक्स प्लांक की जीवनी - मैक्स प्लांक का क्वांटम सिद्धांत क्या है? दोस्तो आप ने सचमुच जादू से खुलने वाले दरवाज़े कहीं न कहीं देखे होंगे। जरा सोचिए दरवाज़े की सिल पर Read more हेनरिक हर्ट्ज का जीवन परिचय - हेनरिक हर्ट्ज की खोज व सिद्धांत? रेडार और सर्चलाइट लगभग एक ही ढंग से काम करते हैं। दोनों में फर्क केवल इतना ही होता है कि Read more जे जे थॉमसन का जीवन परिचय और जे जे थॉमसन की खोज? योग्यता की एक कसौटी नोबल प्राइज भी है। जे जे थॉमसन को यह पुरस्कार 1906 में मिला था। किन्तु अपने-आप Read more अल्बर्ट अब्राहम मिशेलसन का जीवन परिचय और खोज सन् 1869 में एक जन प्रवासी का लड़का एक लम्बी यात्रा पर अमेरीका के निवादा राज्य से निकला। यात्रा का Read more इवान पावलोव जिसने खोजा था बच्चे के चिड़चिड़ापन और ज़िद्दीपन का कारण? भड़ाम! कुछ नहीं, बस कोई ट्रक था जो बैक-फायर कर रहा था। आप कूद क्यों पड़े ? यह तो आपने Read more विलहम कॉनरैड रॉटजन का जीवन परिचय और एक्स-रे का आविष्कार? विज्ञान में और चिकित्साशास्त्र तथा तंत्रविज्ञान में विशेषतः एक दूरव्यापी क्रान्ति का प्रवर्तन 1895 के दिसम्बर की एक शरद शाम Read more दिमित्री मेंडेलीव का जीवन परिचय और दिमित्री मेंडेलीव की खोज आपने कभी जोड़-तोड़ (जिग-सॉ) का खेल देखा है, और उसके टुकड़ों को जोड़कर कुछ सही बनाने की कोशिश की है Read more जेम्स क्लर्क मैक्सवेल बायोग्राफी - मैक्सवेल के आविष्कार? दो पिन लीजिए और उन्हें एक कागज़ पर दो इंच की दूरी पर गाड़ दीजिए। अब एक धागा लेकर दोनों Read more ग्रेगर जॉन मेंडल का जीवन परिचय और ग्रेगर जॉन मेंडल का नियम? “सचाई तुम्हें बड़ी मामूली चीज़ों से ही मिल जाएगी।” सालों-साल ग्रेगर जॉन मेंडल अपनी नन्हीं-सी बगीची में बड़े ही धैर्य Read more लुई पाश्चर का जीवन परिचय - लुई पाश्चर की खोज कुत्ता काट ले तो गांवों में लुहार ही तब डाक्टर का काम कर देता। और अगर यह कुत्ता पागल हो Read more लियोन फौकॉल्ट का जीवन परिचय और लियोन फौकॉल्ट की खोज न्यूयार्क में राष्ट्रसंघ के भवन में एक छोटा-सा गोला, एक लम्बी लोहे की छड़ से लटकता हुआ, पेंडुलम की तरह Read more चार्ल्स डार्विन का जीवन परिचय - चार्ल्स डार्विन का सिद्धांत क्या था? “कुत्ते, शिकार, और चूहे पकड़ना इन तीन चीज़ों के अलावा किसी चीज़ से कोई वास्ता नहीं, बड़ा होकर अपने लिए, Read more फ्रेडरिक वोहलर का जीवन परिचय और फ्रेडरिक वोहलर की खोज “यूरिया का निर्माण मैं प्रयोगशाला में ही, और बगेर किसी इन्सान व कुत्ते की मदद के, बगैर गुर्दे के, कर Read more जोसेफ हेनरी का जीवन परिचय और जोसेफ हेनरी की खोज परीक्षण करते हुए जोसेफ हेनरी ने साथ-साथ उनके प्रकाशन की उपेक्षा कर दी, जिसका परिणाम यह हुआ कि विद्युत विज्ञान Read more माइकल फैराडे का जीवन परिचय और माइकल फैराडे के आविष्कार चुम्बक को विद्युत में परिणत करना है। यह संक्षिप्त सा सूत्र माइकल फैराडे ने अपनी नोटबुक में 1822 में दर्ज Read more जॉर्ज साइमन ओम का जीवन परिचय और जॉर्ज साइमन ओम की खोज जॉर्ज साइमन ओम ने कोलोन के जेसुइट कालिज में गणित की प्रोफेसरी से त्यागपत्र दे दिया। यह 1827 की बात Read more ऐवोगेड्रो का जीवन परिचय - अमेडिये ऐवोगेड्रो की खोज वैज्ञानिकों की सबसे बड़ी समस्याओं में एक यह भी हमेशा से रही है कि उन्हें यह कैसे ज्ञात रहे कि Read more आंद्रे मैरी एम्पीयर का जीवन परिचय और आंद्रे मैरी एम्पीयर की खोज इतिहास में कभी-कभी ऐसे वक्त आते हैं जब सहसा यह विश्वास कर सकता असंभव हो जाता है कि मनुष्य की Read more जॉन डाल्टन का जीवन परिचय और जॉन डाल्टन की खोज विश्व की वैज्ञानिक विभूतियों में गिना जाने से पूर्वी, जॉन डाल्टन एक स्कूल में हेडमास्टर था। एक वैज्ञानिक के स्कूल-टीचर Read more काउंट रूमफोर्ड का जीवन परिचय - काउंट रूमफोर्ड की खोज कुछ लोगों के दिल से शायद नहीं जबान से अक्सर यही निकलता सुना जाता है कि जिन्दगी की सबसे बड़ी Read more चेचक के टिके की खोज किसने की? एडवर्ड जेनर बायोग्राफी छः करोड़ आदमी अर्थात लन्दन, न्यूयार्क, टोकियो, शंघाई और मास्कों की कुल आबादी का दुगुना, अनुमान किया जाता है कि Read more एलेसेंड्रा वोल्टा का जीवन परिचय - एलेसेंड्रा वोल्टा किस लिए प्रसिद्ध है? आपने कभी बिजली 'चखी' है ? “अपनी ज़बान के सिरे को मेनेटिन की एक पतली-सी पतरी से ढक लिया और Read more एंटोनी लेवोज़ियर का जीवन परिचय - एंटोनी लेवोज़ियर के आविष्कार 1798 में फ्रांस की सरकार ने एंटोनी लॉरेंस द लेवोज़ियर (Antoine-Laurent de Lavoisier) के सम्मान में एक विशाल अन्त्येष्टि का Read more जोसेफ प्रिस्टले की जीवनी - क्या आप जानते है ऑक्सीजन के खोजकर्ता को? क्या आपको याद है कि हाल ही में सोडा वाटर की बोतल आपने कब पी थी ? क्या आप जानते Read more हेनरी कैवेंडिश का जीवन परिचय और हाईड्रोजन गैस की खोज हेनरी कैवेंडिश अपने ज़माने में इंग्लैंड का सबसे अमीर आदमी था। मरने पर उसकी सम्पत्ति का अन्दाजा लगाया गया तो Read more बेंजामिन फ्रैंकलिन का जीवन - बेंजामिन फ्रैंकलिन की खोज? “डैब्बी", पत्नी को सम्बोधित करते हुए बेंजामिन फ्रैंकलिन ने कहा, “कभी-कभी सोचता हूं परमात्मा ने ये दिन हमारे लिए यदि Read more आइज़क न्यूटन का जीवन परिचय - न्यूटन के गति के नियम क्या है? आइज़क न्यूटन का जन्म इंग्लैंड के एक छोटे से गांव में खेतों के साथ लगे एक घरौंदे में सन् 1642 में Read more रॉबर्ट हुक का जीवन परिचय - रॉबर्ट हुक की खोज? क्या आप ने वर्ण विपर्यास की पहेली कभी बूझी है ? उलटा-सीधा करके देखें तो ज़रा इन अक्षरों का कुछ Read more एंटोनी वॉन ल्यूवेनहॉक का जीवन परिचय - एंटोनी वॉन ल्यूवेनहॉक की खोज सन् 1673 में लन्दन की रॉयल सोसाइटी के नाम एक खासा लम्बा और अजीब किस्म का पत्र पहुंचा जिसे पढ़कर Read more क्रिस्चियन ह्यूजेन्स (Christiaan Huygens) और पेंडुलम घड़ी का आविष्कार? क्रिस्चियन ह्यूजेन्स (Christiaan Huygens) की ईजाद की गई पेंडुलम घड़ी (pendulum clock) को जब फ्रेंचगायना ले जाया गया तो उसके Read more रॉबर्ट बॉयल बायोग्राफी - रॉबर्ट बॉयल ने किसकी खोज की थी? रॉबर्ट बॉयल का जन्म 26 जनवरी 1627 के दिन आयरलैंड के मुन्स्टर शहर में हुआ था। वह कॉर्क के अति Read more इवेंजेलिस्टा टॉरिसेलि (Evangelista Torricelli) बैरोमीटर के खोजकर्ता अब जरा यह परीक्षण खुद कर देखिए तो लेकिन किसी चिरमिच्ची' या हौदी पर। एक गिलास में तीन-चौथाई पानी भर Read more विलियम हार्वे का जीवन परिचय और रक्त संचार खोज “आज की सबसे बड़ी खबर चुड़ैलों के एक बड़े भारी गिरोह के बारे में है, और शक किया जा रहा Read more योहानेस केप्लर का जीवन परिचय - ग्रहों की गति के केप्लर के नियम क्या थे? “और सम्भव है यह सत्य ही स्वयं अब किसी अध्येता की प्रतीक्षा में एक पूरी सदी आकुल पड़ा रहे, वैसे Read more गैलीलियो का जीवन परिचय - गैलीलियो का पूरा नाम क्या था? “मै गैलीलियो गैलिलाई, स्वर्गीय विसेजिओ गैलिलाई का पुत्र, फ्लॉरेन्स का निवासी, उम्र सत्तर साल, कचहरी में हाजिर होकर अपने असत्य Read more आंद्रेयेस विसेलियस का जीवन परिचय और उन्होंने क्या खोज की? “मैं जानता हूं कि मेरी जवानी ही, मेरी उम्र ही, मेरे रास्ते में आ खड़ी होगी और मेरी कोई सुनेगा Read more निकोलस कोपरनिकस बायोग्राफी इन हिन्दी - निकोलस कोपरनिकस के सिद्धांत व खोज निकोलस कोपरनिकस के अध्ययनसे पहले-- “क्यों, भेया, सूरज कुछ आगे बढ़ा ?” “सूरज निकलता किस वक्त है ?” “देखा है Read more लियोनार्दो दा विंची का जीवन परिचय - लियोनार्दो के आविष्कार तथा सिद्धांत फ्लॉरेंस ()(इटली) में एक पहाड़ी है। एक दिन यहां सुनहरे बालों वाला एक नौजवान आया जिसके हाथ में एक पिंजरा Read more गैलेन का जीवन परिचय - महान चिकित्सा शास्त्री गैलेन का सिद्धांत इन स्थापनाओं में से किसी पर भी एकाएक विश्वास कर लेना मेरे लिए असंभव है जब तक कि मैं, जहां Read more आर्किमिडीज का जीवन परिचय - आर्किमिडीज का सिद्धांत जो कुछ सामने हो रहा है उसे देखने की अक्ल हो, जो कुछ देखा उसे समझ सकने की अक्ल हो, Read more एरिस्टोटल का जीवन परिचय - एरिस्टोटल की थ्योरी क्या थी? रोजर बेकन ने एक स्थान पर कहा है, “मेरा बस चले तो मैं एरिस्टोटल की सब किताबें जलवा दू। इनसे Read more हिपोक्रेटिस आधुनिक चिकित्सा शास्त्र के जनक के बारे में आप जानते हैं? मैं इस व्रत को निभाने का शपथ लेता हूं। अपनी बुद्धि और विवेक के अनुसार मैं बीमारों की सेवा के Read more यूक्लिड ने किस प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की? यूक्लिड का गणित में योगदान? युवावस्था में इस किताब के हाथ लगते ही यदि किसी की दुनिया एकदम बदल नहीं जाती थी तो हम यही Read more विश्व के प्रमुख आविष्कार प्रमुख खोजें