छेरता पर्व कौन मनाते हैं तथा छेरता नृत्य कैसे करते है Naeem Ahmad, July 30, 2022February 24, 2024 आदिवासियों जनजाति का एक अन्य पर्व है छेरता, जिसे कह्ठी-कही शैला भी कहा जाता है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड के अलावा बिहार और मध्य प्रदेश मे भी यह पूर्ण हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह विशेष रूप से युवकों का समारोह होता है। इस त्यौहार को छेरछेरता भी कहते हैं। यह पर्व दान का पर्व कहलाता है, इसमें गांव के युवक एक टोली बनाकर नृत्य करते हुए सम्पन्न लोगों से दान मांगते हैं।भाई दूज की कहानी – भाई दूज का पर्व क्यों मनाया जाता हैछेरछेरा (छेरता) पून्नी अर्थात पौष माह की शुक्ल पक्ष 15 वीं तिथि को पौष पून्नी अर्थात छेरछेरा या छेरता त्योहार कहा जाता है, पौष माह यानि कि जनवरी माह तक अन्न का भंडारण कर लिया जाता है अतः पौष माह की पूर्णिमा को छेरछेरा (छेरता) त्यौहार मनाया जाता है।करमा पूजा कैसे की जाती है – करमा पर्व का इतिहासगांव, पास-पडोस के युवक साफ-सुथरे कपडे पहन कर-पगडी या पत्तों की टोपी सिर पर रख कर, कमर में मोर-पंख बाध कर, हाथ मे दो-दो फीट के डन्डे लेकर, पावों में कडे या घुंघुरू बांध कर मादल की थाप पर हू-हू की आवाज करते हुए किसी मैदान में निकल आते है।छेरता पर्वडंडा उछाल कर या उसे भोकते हुए कू-क की आवाज करते जब आगे बढते या दौडते है तो भय लगता है। ये युवक भिन्न रंगों से अपने चहरे भयानक बना लेते हैं और कुछ युवक तो शेर भालू चीता का मुखौटा भी लगा लेते हैं। ये समूह मे गांव के पैसे वालों के पास पहुच कर नगई करके पैसा बटोरते हैं और उससे छानते-खोटते है। यह आयोजन दो दिनो का होता है जो पूरे तौर पर मौज-मस्ती में बीतता है।छेरता पर्व क्यों मनाया जाता हैइस छेरता पर्व आयोजन का प्रारम्भ शिकार मिलने की खुशी मे किया गया था। इसे हकवा विधि भी कह सकते है। पुराने समय में आदिवासी जनजाति समुदाय के लोग झुंड बनाकर जानवरों का शिकार किया करते थे। यह शिकार युवक एक नुकीले डंडे से किया करते थे। युवक डन्डा लेकर हकवा करके करते थे। शिकार मिल जाने पर उसके चारो ओर नाच कर खुशी मनाते थे। यह प्रथा अब धीरे-धीरे समाप्त हो गयी है। किंतु अपनी उसी प्राचीन शिकार प्रथा की स्मृति में आज भी युवक छेरता नृत्य के रूप में उसका प्रथा का अभिनय करते हैं। और शिकार के रूम में दान प्राप्त करते हैं। छेरता पर्व खुशी और हर्षोल्लास का पर्व है। हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:— [post_grid id=”6671″]Share this:ShareClick to share on Facebook (Opens in new window)Click to share on X (Opens in new window)Click to print (Opens in new window)Click to email a link to a friend (Opens in new window)Click to share on LinkedIn (Opens in new window)Click to share on Reddit (Opens in new window)Click to share on Tumblr (Opens in new window)Click to share on Pinterest (Opens in new window)Click to share on Pocket (Opens in new window)Click to share on Telegram (Opens in new window)Like this:Like Loading... भारत के प्रमुख त्यौहार त्यौहार