चेन्नई का इतिहास – चेन्नई के टॉप 15 दर्शनीय स्थल Naeem Ahmad, March 28, 2018March 1, 2023 चेन्नई भारत के राज्य तमिलनाडू की राजधानी है। जिसे मद्रास के नाम से भी जाना जाता है। चेन्नई भारत का एक खूबसूरत शहर है। चेन्नई के दर्शनीय स्थल इसकी खूबसूरती को और बढाते है। यूं तो चेन्नई और उसके आस पास अनेक पर्यटन स्थल है। लेकिन अपने इस लेख में हम आपको चेन्नई के टॉप 15 पर्यटन स्थलो के बारे में यहा जानकारी देगें। यदि चेन्नई के दर्शनीय स्थल, चेन्नई के पर्यटन स्थल, चेन्नई के आकर्षक स्थल, चेन्नई टूरिस्ट पैलेस, चेन्नई फेमस टूर डेस्टिनेशन या चेन्नई पर्यटन से संबंधित ऐसी किसी जानकारी को इंटरनेट पर सर्च कर रहे है। तो हमारा यह लेख आपके लिए ही है। हमारे इस लेख में आपको अपने इन सभी सवालो के जवाब मिल जाएगें। चेन्नई एक ऐसा शहर है जो अपने ऐतिहासिक, सास्कृतिक धरोहरो के साथ साथ अपने खूबसूरत समुद्री तटो के लिए दुनिया भर के पर्यटको में जाना जाता है। और सबसे बडी बात तो यह है कि दुनिया का दुसरा सबसे बडा बीच यानि समुद्र तट भी यही पर है। इसलिए चेन्नई सैर सपाटे और पर्यटन की दृष्टि से भारत का एक महत्वपूर्ण शहर है। आइए अपने इस लेख में इन्ही खूबसूरत चेन्नई के दर्शनीय स्थल व चेन्नई के पर्यटन स्थलो के बारे में विस्तार से जानगें। उससे चेन्नई के इतिहास पर एक नजर डालना जरूरी है।चेन्नई के दर्शनीय स्थलो के सुंदर दृश्यContents1 चेन्नई का इतिहास1.1 चेन्नई की स्थापना1.2 ऐतिहासिक महत्व2 चेन्नई के दर्शनीय स्थल – चेन्नई के टॉप 15 पर्यटन स्थल3 हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:—चेन्नई का इतिहासचेन्नई की स्थापनामद्रास तमिलनाडु का प्रमुख शहर है। 1996 में इसका नाम बदलकर चेन्नई रख दिया गया है। यह देश के सर्वोत्तम कृत्रिम बंदरगाहों में से एक बंदरगाह है। चेन्नई की स्थापना 1639 में चंद्रगिरि के राजा ने फ्रांसिस डे और एंड्र कोगन को ईस्ट इंडिया कंपनी का व्यापारिक स्थल खोलने के लिए मद्रास (चेन्नई) शहर की जगह, जिसे उन दिनों मद्रासपत्रम कहा जाता था, पट्टे पर दी थी। अगले वर्ष इस जमीन पर सेंट जार्ज किला बनना आरंभ हो गया और 1653 में यह किला तैयार हो गया। बाद में इस किले के आस-पास ही चेन्नई शहर का विकास हो हुआ।ऐतिहासिक महत्वसन् 1740 में चेन्नई में स्थित ईस्ट इंडिया कंपनी और पांडिचेरी में स्थित फ्रांसीसी कंपनी के मध्य युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। डुप्ले ने इस स्थिति को टालने के लिए ब्रिटिश गवर्नर से अनुरोध किया, परंतु वह नहीं माना, क्योंकि उसे इंग्लैंड से और सैनिक सहायता मिलने की उम्मीद थी। तब डुप्ले ने कर्नाटक के नवाब से दखलंदाजी करने का अनुरोध किया। नवाब ने दोनों कंपनियों को शांति बनाए रखने के लिए कहा। इसी दौरान ब्रिटिश कंपनी की सहायता करने के लिए इंग्लैंड से और फ्रांसीसी कंपनी की सहायता करने के लिए मॉरिशस सेलॉ बुदोनईस के नेतृत्व में सेनाएं भारत पहुँच गई।शीघ्र ही ब्रिटिश टुकड़ी हुगली चली गई। अपनी स्थिति को मजबूत देखकर डुप्ले ने लॉ बुर्दोनईस की सहायता से चेन्नई का घेरा डाल लिया। अब ब्रिटिश कंपनी ने नवाब से फ्रांसीसी कंपनी को यह कहने का अनुरोध किया कि वह शांति बनाए रखने के लिए चेन्नई पर कब्जा छोड़ दे, परंतु डुप्ले ने नवाब को इस बात के लिए राजी कर लिया कि यदि वह उसे चेन्नई पर कब्जा करने दे, तो उसे जीतने के बाद वह उसे नवाब को ही सौंप देगा। इस प्रकार डुप्ले ने चेन्नई पर सितंबर, 1746 में कब्जा कर लिया, परंतु इसी दौरान डुप्ले और बुर्दोनईस में अनबन हो गई।बुर्दोनईस ने एक लाख पगोडा की रिश्वत और 40 हजार पौंड के बदले मद्रास अंग्रेजों को सौंप दिया। फिर भी डुप्ले ने मद्रास पर पुनः: अधिकार कर लिया। जब नवाब ने डुप्ले को मद्रास सौंपने के लिए कहा तो उसने ऐसा करने से इन्कार कर दिया।फलस्वरूप दोनों में अड्यार में एक युद्ध हुआ, जिसमें डुप्ले की विजय हुई। बाद में डुप्ले और अंग्रेजों के मध्य 1748 में एक संधि हुई, जिसके तहत अंग्रेजों को मद्रास और फ्रांसीसियों को उत्तरी अमरीका में लुईसबर्ग वापस मिल गया। 1746 से 1748 तक की दो वर्ष की अवधि को छोड़कर 1653 से लेकर भारत की स्वतंत्रता तक यह किला अंग्रेजों के ही अधीन रहा। बाद में इसी किले के आस-पास चेन्नई शहर का विकास हुआ, जिसे प्रांरभ में जार्ज टाउन कहा जाता था।इस किले की 20 फुट ऊंची दीवारें आजकल भी देखी जा सकती हैं। इसी किले में क्लाईव और वेल्जली के निवास के अलावा 1680 में स्थापित मद्रास का पहला ऐंग्लीकन गिरजाघर और एक संग्रहालय है। लार्ड केनिंग ने 1857 में यहां मद्रास विश्वविद्यालय बनवाया। कांग्रेस का तीसरा अधिवेशन बदरुद्दीन तैयब जी की अध्यक्षता में 1887 में मद्रास में ही हुआ था। एक रूसी महिला ब्लावट्स्की और अमरीकी कर्नल हेनरी स्टील ऑलकॉट द्वारा न्यूयार्क में 1875 ई० में स्थापित थ्योसोफिकल सोसायटी का भारत में पहला केंद्र मद्रास में अड्यार में 1883 में खोला गया। 1916 में एनी बेसेंट ने यहां होम रूल लीग की स्थापना की।चेन्नई के दर्शनीय स्थल – चेन्नई के टॉप 15 पर्यटन स्थलसेंट जॉर्ज का किलासन् 1640 में फ्रासिस डे द्वारा बनवाया गया यह किला भारत में ब्रटिश शक्ति का गढ था। इस किले में वर्तमान समय में विधान सभा विधान परिषद और राज्य सचिवालय के आफिस है। कला की दृष्टि से यह किला बहुत महत्वपूर्ण और दर्शनीय है।मेरिना बीचयह चेन्नई के दर्शनीय स्थल में सबसे महत्वपूर्ण स्थान है।“मरीना बीच”दुनिया का दुसरा सबसे बडा बीच माना जाता है। मरीना बीच प्राकृतिक सौंदर्य और ताजा व स्वस्थ हवा के लिए प्रसिद्ध है। समुद्री तट पर चौडी सडक वाले इस बीच के एक ओर शानदार इमारते है तो दूसरी ओर समुंद्र और रेतीला तट। इस बीच पर अन्नादुरैई और एम जी आर की समाधीयां भी है। चेन्नई के पर्यटन स्थलो की यात्रा पर आने वाले पर्यटक यहा समुद्र तट पर खूब मस्ती करते है।इलियट्स बीचबेसेंट नगर में फैला यह खूबसूरत बीच है। यह बीच आमतौर पर शांत रहता है। पिकनिक मनाने और शांत वातावरण के चहितो के लिए यह बीच किसी स्वर्ग से कम नही है।हार्टीकल्चर उद्यानयह उद्यान कैथेड्रल रोड पर स्थित है। लगभग 22 एकड के क्षेत्रफल में फैला यह उद्यान विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे फूल पौधे और पेडो से सजा है। यहा के हरियाली भरे वातावरण में सैलानी अक्सर सकून की तलाश में यहा जरूर आते है।कपालेश्वर मंदिरचेन्नई के दर्शनीय स्थल में सबसे अधिक देखा जाने वाला धार्मिक स्थल है। कपालेश्वर मंदिर मैलापुर में स्थित है। कपालेश्वर मंदिर अपनी द्रविड शैली की स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है। इसी स्थापत्य से प्रभावित होकर चेन्नई टूरिस्ट पैलेस के भ्रमण पर आने वाले सैलानी यहा जरूर आते है। इस मंदिर का विशाल 37 मीटर लंबा द्वार विशेष रूप से दर्शनीय है।गवर्मेंट म्यूजियमयह सरकारी संग्रहालय काफी पुराना है। इसमे पल्लव चोल और पांडया राजाओ के समय की कलाकृतिया देखी जा सकती है। यहा एक आर्ट गैलरी भी है। जिसमे आधुनिक और प्राचीन काल के नमूने व चित्र देखे जा सकते है।प्लेनेटेरियमइस प्लेनेटेरियम की नीव सन् 1989 में रखी गई थी। यहा आप सूर्य, चंद्रमा, तारो की स्थिति, अंतरिक्ष यान, ग्रह, सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण जैसी घटनाए देख सकते है।गिडी नेशनल पार्कयह एक सूदर उद्यान है। यहा आप बंदर, सियार, बिल्ली, हिरण और पक्षियो की विभिन्न प्रजातियो को देख सकते है। यहा मगमच्छ घर, सांप घर और बच्चो के लिए मनोरंजन पार्क भी है। बच्चो के साथ यहा मस्ती की जा सकती है।चेन्नई के दर्शनीय स्थलो के सुंदर दृश्यवल्लुवरकोट्टमतमिल के प्रसिद्ध कवी तिरूवल्लुवर की स्मृति में बने इस भवन में उनकी एक आदमकद प्रतिमा है। जो 33 मीटर लंबे रथ पर स्थापित है।अन्ना ज्यूलोजिकल पार्कअन्ना प्राणी उद्यान की चेन्नई से दूरी लगभग 30 किलोमीटर है। यह उद्यान वंडालूर में स्थित है। अन्ना प्राणी उद्यान लगभग 510 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। यहा पर आप विभिन्न प्रकार के पशु पक्षी और वन्य जीवो को विचरण करते हुए देख सकते है।डैश एन स्पलैशचेन्नई से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर यह एक जल पार्क है। यहा 12 से 35 फुट की ऊंचाई से फिसलकर पानी में गिरनै का आनंद लिया जा सकता है।लिटिल फाकचेन्नई से लगभग 46 किलोमीटर दूर महाबलीपुरम रोड पर यह मनोरंजक स्थल है। यहा इंद्रधनुषी फव्वारे,टॉय ट्रेन और बडा पियानो बच्चो के आकर्षण के खास केंद्र है।महाबलीपुरमचेन्नई से 57 किमी किलोमीटर दूर, महाबलिपुरम (जिसे मामलपुरम भी कहा जाता है) तमिलनाडु राज्य के कांचीपुरम जिले में स्थित है। यह 7 वीं सदी में निर्मित अपने किनारे के मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। महाबलीपुरम, चेन्नई से एक दिन की यात्रा के लिए यहा जाया जा सकता है। यह तमिलनाडु में एक प्रमुख ऐतिहासिक / विरासत स्थल भी है और तमिलनाडु पर्यटन का अनुभव करने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थानों में से एक है।यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल कांचीपुरम के पल्लव राजाओं की दूसरी राजधानी थी। यह एक प्राचीन ऐतिहासिक शहर है और पल्लव राजाओं के दौरान 7 वीं शताब्दी ईसा में एक हलचल बंदरगाह था। पौराणिक कथा के अनुसार, इसका नाम राक्षस राजा महाबली के नाम पर रखा गया है जो अपनी उदारता के लिए प्रसिद्ध था। कुछ लोग कहते हैं कि इसका नाम मामलापुरम है।हमारे यह लेख भी जरूर पढे:–कैलाशनाथ मंदिर कांचीपुरमरामेश्वरम यात्राऊटी के पर्यटन स्थलकौडेकनाल के दर्शनीय स्थलप्रिय पाठको चेन्नई के दर्शनीय स्थल पर आधारित हमारा यह लेख आपको कैसा लगा आप हमे कमेंट करके बता सकते है। इस जानकारी को आप अपने दोस्तो के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते है।हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:— तिरुचिरापल्ली का इतिहास और दर्शनीय स्थल महाबलीपुरम का इतिहास - महाबलीपुरम दर्शनीय स्थल श्रीरंगम का इतिहास - श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर वेल्लोर का इतिहास - महालक्ष्मी गोल्डन टेंपल वेल्लोर के दर्शनीय स्थल तंजौर का इतिहास - तंजौर का वृहदेश्वर मंदिर मदुरई का इतिहास - मदुरई के दर्शनीय स्थल उरैयूर का इतिहास और पंचवर्णस्वामी मंदिर करूर का इतिहास और दर्शनीय स्थल कांचीपुरम का इतिहास और दर्शनीय स्थल अर्काट का इतिहास - अर्कोट कहा है कन्याकुमारी मंदिर का इतिहास - कन्याकुमारी टेम्पल हिस्ट्री इन हिन्दी कुंभकोणम मंदिर - कुंभकोणम तमिलनाडु का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल सलेम पर्यटन स्थल - सलेम के टॉप 10 दर्शनीय स्थल मीनाक्षी मंदिर मदुरै - मीनाक्षी मंदिर का इतिहास, दर्शन, व दर्शनीय स्थल कन्याकुमारी के दर्शनीय स्थल - कन्याकुमारी के टॉप 10 पर्यटन स्थल रामेश्वरम यात्रा - रामेश्वरम दर्शन - रामेश्वरम टेम्पल की 10 रोचक जानकारी पलनी हिल्स - मरूगन मंदिर पलानी कोडैकनाल के दर्शनीय स्थल - तमिलनाडु का खुबसुरत हिल स्टेशन ऊटी के पर्यटन स्थल - ऊटी के दर्शनीय स्थलो की सूची - ऊटी टूरिस्ट प्लेस कैलाशनाथ मंदिर कांचीपुरम - शिव पार्वती का नृत्य भारत के पर्यटन स्थल तमिलनाडु के हिल स्टेशनतमिलनाडु दर्शनतमिलनाडु पर्यटन