गुलमर्ग पर्यटन की दृष्टि से भारत के हिल्स स्टैशनो में सबसे खुबसूरत स्थल है। इसकी सुंदरता के कारण इसे ” धरती का स्वर्ग ” एंव ” भारत का स्विट्जरलैंड” भी कहा जाता है। यह जम्मू कश्मीर के साथ साथ देश के भी प्रमुख हिल्स स्टेस्नो में से एक है। फूलो के प्रदेश के नाम से मशहूर यह स्थान बारामूला जिले में स्थित है। यहा के हरे भरे ढलान सैलानियो को अपनी ओर आकर्षित करते है। गुलमर्ग समुंद्र तल से 2730 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। सर्दी के मौसम में जब गुलमर्ग में बर्फबारी होती है तो गुलमर्ग पर्यटन में चार चांद लग जाते है और देश विदेश से लाखो सैलानी गुलमर्ग यात्रा का आनंद उठाने के लिए यहा पहुंचते है।
गुलमर्ग की स्थापना अंग्रेजो ने सन् 1927 में अपने शासनकाल के दौरान की थी। गुलमर्ग का वास्तविक नाम ” गौरीमर्ग ” था जो यहा के चरवाहो ने इसे दिया था। 15 वी शताब्दी में कश्मीरी शासक युसुफ शाह ने इसका नाम बदलकर गुलमर्ग रखा था। आज यह सिर्फ पहाडो का शहर ही नही बल्कि यहा विश्व का सबसे बडा गोल्फ कोर्स और देश का प्रमुख स्कीइंग रिजार्ट भी है।
गुलमर्ग पर्यटन के सुंदर दृश्यगुलमर्ग पर्यटन स्थल
खिलनमर्ग
खिलनमर्ग गुलमर्ग के आंचल में बसी एक खुबसूरत घाटी है। यहा के हरे भरे मैदानो में जंगली फूलो का सौंदर्य देखते ही बनता है। खिलनमर्ग से बर्फ से ढके हिमालय और कश्मीर घाटी का अद्भुत नजारा देखा जा सकता है।
अल्पायर झील
चीड और देवदार के पेडो से घिरी यह झील जफरात चोटी के नीचे स्थित है। इस झील का पानी मध्य जून तक बर्फ बना रहता है।
निंगली नल्लाह
गुलमर्ग से तकरीबन 8 किलोमीटर दूर निंगली नल्लाह एक धारा है। जो जफरात चोटी से पिघली बर्फ और अल्पायर झील के पानी से बनती है। यह सफेद धारा घाणी में गिरती है और अंत में झेलम नदी में मिल जाती है। घाटी के साथ बहती यह धारा गुलमर्ग पर्यटन का एक प्रसिद्ध पिकनिक स्थल है।
बाबा रेशी की दरगाह
यह मुसलमानो का एक धार्मिक स्थल है। यह दरगाह एक मशहूर मुस्लिम संत की याद में बनाई गई थी। जिनका स्वर्गवास 1480 में हुआ था। संन्यास लेने से पहले वे कश्मीर के राजा तिमा-उल-अविदीत के दरबारी थे। यहा हर साल हजारो की संख्या में श्रृद्धालु आते है।
गोल्फ कोर्स
गुलमर्ग का गोल्फ कोर्स विश्व के सबसे बडे और हरे भरे गोल्फ कोर्सो में से एक है। अंग्रेज यहा अपनी छुट्टियां बिताने जाया करते थे। उन्नहोने ने ही गोल्फ के शौकीनो के लिए 1904 में इस गोल्फ कोर्स की स्थापना की थी। आजकल इसकी देख रेख जम्मू कश्मीर का पर्यटन विकास प्राधिकरण करता है।
गुलमर्ग पर्यटन के अंतर्गत खेल गतिविधियां – गुलमर्ग में स्पोर्टस
स्कीइंग
स्कीइंग में रूची रखने वालो के लिए गुलमर्ग देश का ही नही बल्कि इसकी गिनती विश्व के सर्वोत्तम स्कीइंग रिजार्ट में की जाती है। दिसम्बर में गुलमर्ग में बर्फबारी होने के बाद यहा बडी संख्या में पर्यटक स्कीइंग करने जाते है। यहा पर स्कीइंग करने के लिए ढलानो पर स्कीइंग करने का अनुभव होना चाहिए। जो लोग स्कीइंग सीखना शुरू कर रहहे है। उनके लिए भी यह सही जगह है। यहा स्कीइंग की सभी सुविधाए और अच्छे प्रशिक्षक भी मौजूद है।
गुलमर्ग पर्यटन के सुंदर दृश्यगोंडोला केबल कार गुलमर्ग
वेनेजुएला की मेरिडा केबल कार के बंद होने के बाद गुलमर्ग की गोंडोला केबल कार ही दुनिया की सबसे ऊंची केबल कार है। इस परियोजना के दूसरे चरण का उद्घाटन मई 2005 में हुआ था। और इस परियोजना में लगभग 11 हजार करोड रूपये लगे थे। इस प्रोजेक्ट में जम्मू कश्मीर सरकार के साथ फ्रांस की की एक कम्पनी पोमागालस्को भी शामिल थी। यह केबल कार पांच किलोमीटर की दूरी तय करके आपको 13400 फुट की ऊचांई तक ले जिती है। अभी तक ज्यादातर लोग यहा हैलीकॉप्टर से जाते थे।
जम्मू कश्मीर के पर्यटन स्थल
पटनी टॉप के दर्शनीय स्थल
गुलमर्ग से जफारत की पहाडियो तक का केबल कार से सफर लोगो को स्वर्गिक आनंद की अनुभूति देता है। इसमें बैठकर सैलानी पीरपंजाल पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी जफारत तक जाते है। जफारत की समुंद्र तल से ऊचांई 4390 मीटर है। इसमे प्रतिदिन पांच हजार से ज्यादा लोग सैर करते है। गोंडोला केबल कार सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ही चलती है। खराब मौसम की स्थिति में केबल कार के आवागमन को रोक दिया जाता है। एक गोंडोला कार में एक समय में छ: यात्री यात्रा कर सकते है।
गुलमर्ग का मौसम
गुलमर्ग का मौसम अधिकतर ठंडा ही होता है सर्दीयो में गुलमर्ग का तापमान अधिकतम 15℃ से न्यूनतम –6℃ तक चला जाता है गर्मियों के मौसम मे गुलमर्ग का तापमान अधिकतम 30℃ तथा न्यूनतम 16℃ तक रहता है।
गुलमर्ग कैसे जाएं
गुलमर्ग का नजदीकी हवाई अड्डा श्रीनगर है। जो यहा से 56 किलोमीटर दूर है। यहा से आप गुलमर्ग जाने के लिए किराए के वाहनो की सेवाएं ले सकते है। अगर आप रेल मार्ग द्वारा जाना चाहते है तो जम्मू यहा का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है। सडक मार्ग द्वारा जम्मू से राजमार्ग 44 से उधपुर, चिनानी टनल, जवाहर टनल, अनंनतनाग, श्रीनगर होते हुए गुलमर्ग जा सकते है।
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