खंडाला – लोनावाला मुम्बई – पूणे राजमार्ग के मोरघाट पर स्थित खुबसूरत पर्वतीय स्थल है। मुम्बई से पूना जाते समय खंडाला पहलें आता है तथा खंडाला से थोडा आगे लोनावाला पडता है। दोनो स्थलो में लगभग 3 किलोमीटर का फासला है। लोनावाला की तुलना मे खंडाला शांत व छोटा है। किन्तु अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए अत्यन्त प्रसिद्ध है। खंडाला की खोज सन् 1871 मे मुम्बई के तत्कालीन गवर्नर सर एल फिंस्टन ने की थी शूरू मे यहा घना जंगल था। बाद में अंग्रेजों ने इसे खुबसूरत पर्वत सैरगाह का रूप दे दिया था। बरसात के मौसम मे अक्सर पहाडी सडको से दूर रहने की सलाह दी जाती है। किन्तु लोनावाला हिल्स स्टेशन इसके बिल्कुल विपरीत है जैसे जैसे वर्षा की तीव्रता बढती जाती है। वैसे वैसे ही मुम्बई वासी लोनावाला की ट्रेन पकडते है। और काफी बडी संख्या में ट्रेन लोनावाला के भीगे प्लेटफार्म पर पर्यटको को उतारती है। यह दोनो छोटे से हिल्स स्टेशन मुम्बई वासीयों के लिए करीबी मनपसंद और पिकनिक स्पॉट है। इसके अलावा यहा के खुबसूरत व्यू प्वाइंट सैलानीयो को खूब भाते है। यहां पर विश्राम गृहों, धर्मशालाओं, सेनिटोरियम आदि की भरमार है। अप्रैल माह से वर्षा आगमन तक यहां का तापमान ठीक ठाक रहता है। लोनावला की पर्वत श्रृंखलाएं पर्यटकों के लिए सबसे ज्यादा आकर्षण का केन्द्र हैं। लवर्स प्वाइंट, टाइगर्स लीप, हार्स शू वैली, डीप प्वाइंट जैसे अनेकों दर्शनीय स्थल यहां पर हैं। खडाला लोनावाला के आसपास कारला, भाजा और भेडसा नामक ऐतिहासिक गुफाए है जो प्राचीन हस्तकला का एक बेहतरीन नमूना है।

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खंडाला के करीबी पर्यटन स्थल
खंडाला के दर्शनीय स्थल
खंडाला की गुफाएं
कारला गुफा :-
160 ईसा पूर्व बनी कारला की गुफाएं खंडाला से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कारला गुफा का मुख्य आकर्षण बौद्ध चैत्य है मूर्तिकला युक्त 16 मीटर ऊंचा 45 मीटर लंबा और 15 मीटर चौडा चैत्य हॉल सुंदर दस्तकारियो से सुसज्जित है। इस गुफा के प्रवेशद्धार पर एक खंभे पर बनी तीन शेरो की आकृतिया विशेष रूप से दर्शनीय है।
भाजा की गुफाएं :-कारला गुफा के दक्षिण मे 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 200 ईसा पूर्व निर्मित भाजा की गुफाएं भिन्न भिन्न शैलियो मे बनी है। इनकी संखय़ा 18 है। भाजा की गुफाओ के प्रवेशद्धार पर चार घोडो के रथ पर सूर्य़ देवता का चित्र यहा मुख्य आकर्षण है।
भेडसा की गुफाएं :-पहली शताब्दी मे बनी भेडसा की चैत्य गुफाएं लोनावाला स्टेशन से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पहुचंने का 3.5 किलोमीटर रास्ता दुर्गम होने के बावजूद पर्यटको मे इन गुफाओ को देखने का आकर्षण बरकरार है।
बसी बांध :-लोनावाला से 6 किलोमीटर की दूरी पर बना बशी बांध मानसून के मौसम मे पर्यटको से भरा रहता है। बांध की सीढीयो के ऊपर से बहते हुए पानी को देखकर जलप्रपात होने का अहसास होता है। पर्यटक इन सीढीयो पर बैढकर जल के बहाव का आनंद ले सकते है।
खंडाला – लोनावाला कैसे पहुँचे
लोनावाला खडाला जाने के लिए मुम्बई पुणे से रेल सेवा के अतिरिक्त बस व टैक्सी सेवाए उपलब्ध है।
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