इरपु जलप्रपात – इरपु वाटर फॉल – ब्रह्मागिरी अभारण्य – लक्ष्मण तीर्थ Naeem Ahmad, October 1, 2017February 24, 2023 इरपु जलप्रपात दक्षिण – पश्चिम कर्नाटक में नागरहोल नेशनल पार्क के निकट ब्रह्मागिरी श्रेणी के तल पर स्थित है। यह केरल में तोलपटटी अभारण्य से सटा हुआ है और बैंगलोर से 222 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है। इरपु को ब्रह्मागिरी के द्धार के रूप में जाना जाता है। यहा के पहाड दुर्लभ आर्किड फूलो खूबसूरत तितलियो और पक्षियो तथा जडी बूटियो से भरे हुए है। इसे देखने के लिए हर साल काफी तादाद में देश विदेश से सैलानी यहा आते है। अधिकांश जलप्रपातो की तरह इरपु जलप्रपात का सौंदर्य भी वर्षा के बाद निखर जाता है। जब वर्षा वन अत्यंत हरे भरे होते है। तब 60 मीटर की ऊचांई से गिरता इसका पानी प्रचंड रूप धारण कर लेता है। ऐसे में इसकी बौछारे सैलानियो को खूब भाती है। अगर आप इरपु जलप्रपात जाये और उसके आस पास स्थित सुंदर दर्शनीय स्थलो पर ना जाये तो यात्रा का मजा अधूरा सा रह जाता है आगे इस पोस्ट में हम इरपु जलप्रपात के आस पास के दर्शनीय स्थलो के बारे में जानेगें और उनकी सैर करेगें।Contents1 इरपु जलप्रपात के आस पास के दर्शनीय स्थल1.1 ब्रह्मागिरी अभारण्य1.2 इरपु जलप्रपात कैसे पहुंचे2 हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:—इरपु जलप्रपात के आस पास के दर्शनीय स्थलब्रह्मागिरी अभारण्यब्रह्मागिरी अभारण्य इरपू जलप्रपात से 5 किलोमीटर दूर कुटटा से मुकुटटा तक फैला हुआ है। इस प्राकृतिक स्थल में मुकुटटा के निचले वर्षा वनो से लेकर श्रीमंगला वन्य जीवन श्रृंखला में अधिक ऊचांई वाले शोला घातभूमि तक है । यह अभ्यारण्य केरल में जरालय वन्य अभ्यारण्य से सटा हुआ है । बीच बीच में काफी नागान वाला एक घना वनाच्छादित गलियारा इसे वायनाड और नागरहोल से जोडता है। ब्रह्मागिरी पक्षियो को देखने के लिए बेहद उपयुक्त जगह है। इस अभ्यारण्य में प्रवेश के लिए वन विभाग की अनुमति लेनी पडती है।इरपु जलप्रपात के सुंदर दृश्यब्रह्मागिरी चोटीब्रह्मागिरी अभ्यारण्य के अंदर आप नारिमलै कैंप हाऊस में रात को ठहर भी सकते है। इस कैंप से 4 किलोमीटर ट्रेकिंग करके आप यहा की सबसे ऊंची चोटी ब्रह्मागिरी चोटी तक पहुंच सकते है। यह चोटी समुंद्र तल से 5709 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहा से आप प्राकृति के खुबसूरत नजारे जी भरकर देख सकते है।कुद्रेमुख नेशनल पार्कलक्ष्मण तीर्थ नियर इरपु जलप्रपातइस स्थान के बारे में कहा जाता है कि लंका से लौटते हुए विजयी भाई राम और लक्ष्मण ब्रह्मागिरी पहाडो के ऊपर से केरल से कोडगु जा रहे थै। तब लक्ष्मण को अचानक क्रोध आया और उन्होने अपने बडे भाई को तीर कमान लौटा दिए। पर जिस समय उन्होने कोडवा भूमि पर कदम रखा उनका क्रोध गायब हो गया और वे पछतावा करने लगे। तब श्री राम ने उन्हें शांतिपूर्वक समझाया कि केरल की धरती आवेगो को उत्तेजित करती है। पश्चाताप में जल रहे लक्ष्मण ने ब्रह्मागिरी की धरती में एक तीर मारा और उसकी ज्वाला में खुद को जला देना चाहा। तब भगवान श्री राम ने लक्ष्मण तीर्थ उत्पन्न किया। आग को बुझाया और उसके पानी को व्यक्ति के पाप समाहित कर लेने की शक्ति प्रदान की। कुछ लोगो का यह भी कहना है। कि पश्चाताप में बहे लक्ष्मण के आंसुओ से लक्ष्मण तीर्थ बना है।ईश्वर मंदिरइस मंदिर को रामेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि इस मंदिर में भगवान राम ने भगवान शिव के लिंग को स्थापित किया था। इसकी लोकप्रियता शिवराज्त्रि के दौरान आकाश छूने लगती है। क्योकि माना जाता है कि इसे पापो से मुक्त करने की शक्ति प्राप्त है। लक्ष्मण तीर्थ में डुबकी लगाने से पहले यहा अपनी श्रृदद्धा प्रकट करना एक रिवाज है।मुनिकलयह स्थान इरपु जलप्रपात से 12 किलोमीटर दूर है। यहा प्राचीन गुफाए है। जिसकी वजह से इसे मुनिकल की गुफाओ के नाम से जाना जाता है। यह गुफाए इतनी शांत है कि यहा से कोई ध्वनि बाहर नही जाती और सबसे बडी बात यह है कि बाहर की भी कोई ध्वनि यहा प्रवेश नही करती । इसी वजह से मुनिकल ध्यान के लाए संतो की सर्वप्रथम पसंद रहा है। इसिलिए इसे मुनिकल अर्थात संतो की चटटान के नाम से जाना जाता है।इरपु जलप्रपात कैसे पहुंचेमैसूर हाइवे बाईपास से रंगनायिटटू होते हुए स्टेट हाइवे 88 के द्वारा हुंसुर पहुंचे। हुंसुर बस सकटैंड के पास से हेज्गडाडेवान कोटे की ओर बाएं मुडें। 8 किलोमिटर दूर जाने के बाद आप नेल्लोर पाला जंक्शन पहुंचेगें यहा से नागरहोल नेशनल पार्क के वीरनहोसाहल्ली द्वार की ओर दाहिने मुडे यहा से 9 किलोमीटर दूरी तय करने के बाद मुस्काल गेट है कुटटा की ओर दाहिने मुडे और फिर सीधे इरपु जलप्रप्त पहुंचे।हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:— दार्जिलिंग के पर्यटन स्थल – दार्जिलिंग पर्यटन के बारे में दार्जिलिंग हिमालय पर्वत की पूर्वोत्तर श्रृंखलाओं में बसा शांतमना दार्जिलिंग शहर पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर लेता गणतंत्र दिवस परेड गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है । अगर पर्यटन की मांउट आबू के पर्यटन स्थल – माउंट आबू दर्शनीय स्थल पश्चिमी राजस्थान जहाँ रेगिस्तान की खान है तो शेष राजस्थान विशेष कर पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान की छटा अलग और शिमला(सफेद चादर ओढती वादियाँ) शिमला के दर्शनीय स्थल बर्फ से ढके पहाड़ सुहावनी झीलें, मनभावन हरियाली, सुखद जलवायु ये सब आपको एक साथ एक ही जगह मिल सकता नेपाल के पर्यटन स्थल – nepal tourist place information in hindi हिमालय के नजदीक बसा छोटा सा देश नेंपाल। पूरी दुनिया में प्राकति के रूप में अग्रणी स्थान रखता है । नैनीताल( सुंदर झीलों का शहर) नैनीताल के दर्शनीय स्थल देश की राजधानी दिल्ली से लगभग 300किलोमीटर की दूरी पर उतराखंड राज्य के कुमांऊ की पहाडीयोँ के मध्य बसा यह मसूरी (पहाड़ों की रानी) मसूरी टूरिस्ट पैलेस – masoore tourist place उतरांचल के पहाड़ी पर्यटन स्थलों में सबसे पहला नाम मसूरी का आता है। मसूरी का सौंदर्य सैलानियों को इस कदर कुल्लू मनाली के पर्यटन स्थल – कुल्लू मनाली पर्यटक का स्वर्ग कुल्लू मनाली पर्यटन :- अगर आप इस बार मई जून की छुट्टियों में किसी सुंदर हिल्स स्टेशन के भ्रमण की हरिद्वार ( मोक्षं की प्राप्ति) haridwar sapt puri teerth in hindi उतराखंड राज्य में स्थित हरिद्धार जिला भारत की एक पवित्र तथा धार्मिक नगरी के रूप में दुनियाभर में प्रसिद्ध है। गोवा( बीच पर मस्ती) goa tourist place information in hindi भारत का गोवा राज्य अपने खुबसुरत समुद्र के किनारों और मशहूर स्थापत्य के लिए जाना जाता है ।गोवा क्षेत्रफल के जोधपुर ( ब्लू नगरी) jodhpur blue city – जोधपुर का इतिहास जोधपुर का नाम सुनते ही सबसे पहले हमारे मन में वहाँ की एतिहासिक इमारतों वैभवशाली महलों पुराने घरों और प्राचीन पतंजलि योग पीठ – patanjali yog peeth – योग जनक हरिद्वार जिले के बहादराबाद में स्थित भारत का सबसे बड़ा योग शिक्षा संस्थान है । इसकी स्थापना स्वामी रामदेव द्वारा खजुराहो का मंदिर (कामुक कलाकृति) kamuk klakirti khujraho अनेक भसाव-भंगिमाओं का चित्रण करने वाली मूर्तियों से सम्पन्न खजुराहो के जड़ पाषाणों पर चेतनता भी वारी जा सकती है। लाल किला किसने बनवाया – लाल किले का इतिहास और तथ्य यमुना नदी के तट पर भारत की प्राचीन वैभवशाली नगरी दिल्ली में मुगल बादशाद शाहजहां ने अपने राजमहल के रूप जामा मस्जिद दिल्ली का इतिहास- jama masjid dehli history in hindi जामा मस्जिद दिल्ली मुस्लिम समुदाय का एक पवित्र स्थल है । सन् 1656 में निर्मित यह मुग़ल कालीन प्रसिद्ध मस्जिद दुधवा नेशनल पार्क – doodhwa national park उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद के पलिया नगर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दुधवा नेशनल पार्क है। पीरान कलियर शरीफ – दरगाह करियर शरीफ – कलियर दरगाह का इतिहास पाक पीरान कलियर शरीफ उतराखंड के रूडकी से 4किमी तथा हरिद्वार से 20 किमी की दूरी पर स्थित पीरान कलियर सिद्धबली मंदिर – सिद्धबली मंदिर का इतिहास – sidhbali tample सिद्धबली मंदिर उतराखंड के कोटद्वार कस्बे से लगभग 3किलोमीटर की दूरी पर कोटद्वार पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर भव्य सिद्धबली मंदिर राधा कुंड यहाँ मिलती है संतान सुख प्राप्ति – radha kund mthura राधा कुंड :- उत्तर प्रदेश के मथुरा शहर को कौन नहीं जानता में समझता हुं की इसका परिचय कराने की सोमनाथ मंदिर का इतिहास somnath tample history in hindi भारत के गुजरात राज्य में स्थित सोमनाथ मदिर भारत का एक महत्वपूर्ण मंदिर है । यह मंदिर गुजरात के सोमनाथ जिम कार्बेट नेशनल पार्क jim corbet national park information in hindi जिम कार्बेट नेशनल पार्क उतराखंड राज्य के रामनगर से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जिम कार्बेट नेशनल पार्क भारत का अजमेर शरीफ दरगाह ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती ajmer dargaah history in hindi भारत के राजस्थान राज्य के प्रसिद्ध शहर अजमेर को कौन नहीं जानता । यह प्रसिद्ध शहर अरावली पर्वत श्रेणी की Jammu kashmir tourist place जम्मू कश्मीर टूरिस्ट पैलेस जानकारी हिन्दी में जम्मू कश्मीर भारत के उत्तरी भाग का एक राज्य है । यह भारत की ओर से उत्तर पूर्व में चीन वैष्णो देवी यात्रा माँ वैष्णो देवी की कहानी veshno devi history in hindi जम्मू कश्मीर राज्य के कटरा गाँव से 12 किलोमीटर की दूरी पर माता वैष्णो देवी का प्रसिद्ध व भव्य मंदिर मानेसर झील ऐसा लगता है पानी कम मछलियां ज्यादा मानेसर झील या सरोवर मई जून में पडती भीषण गर्मी चिलचिलाती धूप से अगर किसी चीज से सकून व राहत हुमायूं का मकबरा मुगलों का कब्रिस्तान humanyu tomb history in hindi भारत की राजधानी दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन तथा हजरत निजामुद्दीन दरगाह के करीब मथुरा रोड़ के निकटहुमायूं का मकबरास्थित है। कुतुबमीनार का इतिहास Qutab minar history in hindi पिछली पोस्ट में हमने हुमायूँ के मकबरे की सैर की थी। आज हम एशिया की सबसे ऊंची मीनार की सैर करेंगे। जो Lotus tample history in hindi कमल मंदिर एशिया का एक मात्र बहाई मंदिर भारत की राजधानी के नेहरू प्लेस के पास स्थित एक बहाई उपासना स्थल है। यह उपासना स्थल हिन्दू मुस्लिम सिख Akshardham tample history in hindi स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर पिछली पोस्ट में हमने दिल्ली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कमल मंदिरके बारे में जाना और उसकी सैर की थी। इस पोस्ट Charminar history in hindi- चारमीनार का इतिहास प्रिय पाठकों पिछली पोस्ट में हमने दिल्ली के प्रसिद्ध स्थल स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर के बारे में जाना और उसकी सैर Hawamahal history in hindi- हवा महल का इतिहास प्रिय पाठकों पिछली पोस्ट में हमने हेदराबाद के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल व स्मारक के बारे में विस्तार से जाना और City place Jaipur history in hindi – सिटी प्लेस जयपुर का इतिहास – सिटी प्लेस जयपुर का सबसे पसंदीदा पर्यटन... प्रिय पाठकों पिछली पोस्ट में हमने जयपुर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हवा महल की सैर की थी और उसके बारे Jantar mantar jaipur history in hindi – जंतर मंतर जयपुर का इतिहास प्रिय पाठको जैसा कि आप सभी जानते है। कि हम भारत के राजस्थान राज्य के प्रसिद् शहर व गुलाबी नगरी Jal mahal history hindi जल महल जयपुर रोमांटिक महल प्रिय पाठको जैसा कि आप सब जानते है। कि हम भारत के राज्य राजस्थान कीं सैंर पर है । और Utrakhand tourist place देव भूमि उतराखंड के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल उत्तराखण्ड हमारे देश का 27वा नवोदित राज्य है। 9 नवम्बर 2002 को उत्तर प्रदेश से अलग होकर इस राज्य का Almorda tourist place उत्तराखण्ड अल्मोडा जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल प्रकृति की गोद में बसा अल्मोडा कुमांऊ का परंपरागत शहर है। अल्मोडा का अपना विशेष ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व राजनीतिक महत्व Bageshwar tourist place उत्तराखण्ड के बागेश्वर जिले के पर्यटन स्थल बागेश्वर कुमाँऊ के सबसे पुराने नगरो में से एक है। यह काशी के समान ही पवित्र तीर्थ माना जाता है। Chamoli tourist place उत्तराखण्ड के चमोली जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल चमोली डिस्ट्रिक की सीमा एक ओर चीन व तिब्बत से लगती है तथा उत्तराखण्ड की तरफ उत्तरकाशी रूद्रप्रयाग पौडीगढवाल अल्मोडा Champawat tourist place उत्तराखण्ड के चम्पावत जिले के प्रसिद पर्यटन स्थल उत्तरांचल राज्य का चम्पावत जिला अपनी खूबसुरती अनुपम सुंदरता और मंदिरो की भव्यता के लिए जाना जाता है। ( champawat Pouri gardhwal tourist place near pauri garhwal उत्तराखण्ड के पौडी गढवाल जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल व धार्मिक स्थल देव... उत्तराखण्ड का पौडी गढवाल जिला क्षेत्रफल के हिसाब से उत्तरांचल का तीसरा सबसे बडा जिला है । pouri gardhwal tourist Tourist place near pithoragardh distric पिथौरागढ़ पर्यटन स्थल उत्तराखण्ड राज्य का पिथौरागढ जिला क्षेत्रफल के हिसाब से उत्तराखण्ड जिले का तीसरा सबसे बडा जिला है। पिथौरागढ जिले का Tourist place near rudrapiryag रूद्रप्रयाग पर्यटन स्थल उत्तराखण्ड राज्य का रूद्रप्रयाग जिला धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। रूद्रप्रयाग जिला क्षेत्रफल के Tourist place near tihri gardhwal उत्तरांचल टिहरी गढ़वाल उत्तरांचल का टिहरी गढवाल जिला पर्यटन और सुंदरता में काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। टिहरी गढवाल जिला क्षेत्रफल के हिसाब रूद्रपुर के पर्यटन स्थल – रूद्रपुर दर्शनीय स्थलों प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी श्री उधमसिंह के नाम पर इस जिले का नामकरण किया गया है। श्री उधमसिंह ने जनरल डायर Tourist place near uttarkashi उत्तरांचल के उत्तरकाशी उत्तरकाशी क्षेत्रफल के हिसाब से उत्तरांचल का दूसरा सबसे बडा जिला है। उत्तरकाशी जिले का क्षेत्रफल 8016 वर्ग किलोमीटर है। Amer fort jaipur आमेर का किला जयपुर का इतिहास हिन्दी में पिछली पोस्टो मे हमने अपने जयपुर टूर के अंतर्गत जल महल की सैर की थी। और उसके बारे में विस्तार Punjab tourist place पंजाब के दर्शनीय स्थल पंजाब भारत के उत्तर-पश्चिमी भाग मे स्थित है। पंजाब शब्द पारसी भाषा के दो शब्दो "पंज" और "आब" से बना Tourist place near dehradun देहरादून जिले के पर्यटन स्थल उत्तराखण्ड टूरिस्ट पैलेस के भ्रमण की श्रृखंला के दौरान आज हम उत्तरांचल की राजधानी और प्रमुख जिला देहरादून के पर्यटन कलिमपोंग के पर्यटन स्थल kalimpong tourist place प्रिय पाठकों पिछली कुछ पोस्टो मे हमने उत्तरांचल के प्रमुख हिल्स स्टेशनो की सैर की और उनके बारे में विस्तार मिरिक झील प्राकृतिक सुंदरता का अनमोल नमूना- tourist place in mirik प्रिय पाठको पिछली पोस्टो मे हमने पश्चिम बंगाल हिल्स स्टेशनो की यात्रा के दौरान दार्जिलिंग और कलिमपोंग के पर्यटन स्थलो की 1 2 3 … 26 Next » भारत के वन्य जीव उद्यान भारत के हिल्स स्टेशन कर्नाटक के पर्यटन स्थलकर्नाटक पर्यटनकर्नाटक हिल्स स्टेशनहिल स्टेशन