अरकू घाटी या अरकू वैली हरी भरी घाटिया व सुंदर झरने Naeem Ahmad, June 24, 2017February 18, 2023 भारत केउड़ीसा के विशाखापटनम जिले में पूर्वि घाटो मे बसा एक बेहद ही खुबसूरत हिल्स स्टेशन है – अरकू घाटी ! इस सुंदर घाटी को अरकू वैली के नाम से भी जाना जाता है। अरकू घाटी की समुन्द्र तल से बऊचाई लगभग 3100 फीट है। यहां के सुंदर बगीचे हरी भरी घाटिया व मनोहर झरने अरकू वैली को शोभायुक्त हिल्स स्टेशन बनाते है। यह घाटी दो तरफ से घने जंगलों से घीरी हुई है। यहां तक़रीबन 19 तरह की जनजातियां है। यहां का डिसमा लोकनृत्य बहुत ही मनोरंजक है।Contents1 अरकू घाटी के दर्शनीय स्थल1.1 अरकू घाटी और उसके आस पास के पर्यटन स्थल1.1.0.1 अरकू घाटी कब जाएं2 हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:—अरकू घाटी के दर्शनीय स्थलछापराई वाटर फाल:-अरकू घाटी से छापराई जलप्रपात की दूरी 14 किलोमीटर के लगभग है। यह खुबसूरत फाल अरकू का सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह सुंदर स्थल अपने नाम के अनुसार ही पर्यटको में अपनी एक अलग छाप छोडता है।अरकू घाटी के सुंदर दृश्यदुदुमा जलप्रपात :-अरकू से लगभग 82 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह एक खुबसूरत स्थल है। यह माचखंड विधुत परियोजना के स्थल पर है।अरकू घाटी और उसके आस पास के पर्यटन स्थलआंध्र प्रदेश के पर्यटन स्थल – आंध्र प्रदेश के हिल्स स्टेशन – आंध्र प्रदेश के दर्शनीय स्थलबोर्रा गुफाएं :-ये गुफाएं लगभग 10 लाख वर्ष प्राचीन भारत की सबसे लम्बी गुफाएं है। 1807 में अंग्रेज जियोलॉजिस्ट विलियम किंग ने इन गुफाओ की खोज की थी। जबकि यहा के आदिवासियो का कहना है कि गुफाओ को खोजने का श्रेय विलियम किंग को नही बल्कि एक गाय को जाता है जो एक छिद्र के जरिए गुफाओ मे गिर गई थी। 300 चौडी तथा 40 मीटर गहरी गुफा में 118 सिढिया उरकर नीचे जाया जाता है। इन गुफाओ मे विशाल शिव लिंग व कामधेनु के अलावा प्रकृति द्धारा गढी अनेक मूर्तियां है। यह भी माना जाता है कि राम लक्षम्ण और सीता ने वनवास के समय यहा निवास किया था।कलिमपोंग के पर्यटन स्थलपदमापुर उद्यान:-दूसरे विश्व युद्ध के दौरान विशाखापट्टनम में ब्रिटिश सैन्य शिविर के रूप मे उपयोग हुआ था। अब यह एक सुंदर बागवानी सोसाइटी के रूप में यह बच्चो का मुख्य आकर्षण का केन्द्र है।ताडा:-अरकू से ताडा की दूरी लगभग40 किलोमीटर है। अरकू जाने वाले मार्ग पर स्थित है। यहां पर आप प्रकृति को नए नए रूप बदलते देख सकते है। यहा तापमान अचानक गिर जाता है।ताटिपूडी जलीशय:-यह एक सुंदर झील है जो पहाडो से घिरी हुई है। यहां पर बोटिंग करने का अपना ही मजा है। अरकू घाटी से यह लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।अरकू घाटी कब जाएंवैसे तो घूमने के लिए अरकू किसी भी सीजन में जाया जा सकता है। लेकिन इस स्थल कि खुबसूरती नवंबर से जनवरी के बीच अधिक होती है।अरकू वैली कैसे पहुँचेहवाई मार्ग :- अरकू से निकटतम हवाई अड्डा विशाखापट्टनम है। जो लगभग 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।रेल मार्ग:- अरकू की स्वयं रेलवे स्टेशन है। यह भारत का ब्रॉड गेज में सबसे ऊंचा स्टेशन है।सडक मार्ग:- अरकु घाटी विशाखापट्टनम से सडक मार्ग से जुडी है।हमारे यह लेख भी जरूर पढ़े:— भुवनेश्वर के दर्शनीय स्थल – भुवनेश्वर के पर्यटन स्थल कटक का इतिहास और दर्शनीय स्थल उदयगिरि और खंडगिरि गुफाएं और इतिहास जगन्नाथ पुरी धाम की यात्रा – जगन्नाथ पुरी का महत्व और प्रसिद्ध मंदिर कोणार्क सूर्य मंदिर का इतिहास – कोणार्क सूर्य मंदिर का रहस्य ओडिशा का पहनावा – ओडिशा की वेष-भूषा ओडिशा का खाना – ओडिशा का भोजन – ओडिशा की टॉप15 डिश ओडिशा के त्योहार – ओडिशा के टॉप 10 फेस्टिवल भुवनेश्वर के दर्शनीय स्थल – भुवनेश्वर के मंदिर – भुवनेश्वर के टॉप 10 पर्यटन स्थल भारत के पर्यटन स्थल भारत के हिल्स स्टेशन उडीसा के हिल स्टेशनउडीसा टूरिस्ट पैलेसउडीसा पर्यटनहनीमून डेस्टिनेशनहिल स्टेशन